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संभाजीनगर में गरजे राज ठाकरे, जहाँ मस्जिद में बजेगा लाउडस्पीकर, वहीँ करेंगे हनुमान चालीसा का जाप

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महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने कल औरंगाबाद ( संभाजीनगर ) में एक जनसभा को सम्बोधित किया। राज ठाकरे को सुनने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा. उन्होंने एक बार फिर जोर देकर कहा है कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जाने चाहिए। क्योंकि कानून के मुताबिक़, ये अवैध है. महाराष्ट्र की स्थापना दिवस पर विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा, आज महाराष्ट्र का पहला दिन है। मैं अब से चौथे दिन से नहीं सुनूंगा। हम जहां भी लाउडस्पीकर देखेंगे, उसके सामने हनुमान चालीसा का जाप करेंगे। मैं पुलिस से लाउडस्पीकर बंद करने का अनुरोध करता हूं। अगर वे नहीं माने तो हम कार्रवाई करेंगे।

राज ठाकरे ने कहा, यह कोई धार्मिक मुद्दा नहीं है। यह एक राष्ट्रीय मुद्दा है लेकिन अगर आप हमें रोकते हैं तो हम भी स्टैंड लेंगे। लाउडस्पीकर कानून के मुताबिक नहीं हैं। सुप्रीम कोर्ट पहले ही कह चुका है कि यह अवैध है. एक पत्रकार के साथ हुई बातचीत को साझा करते हुए ठाकरे ने कहा, एक पत्रकार ने मुझसे पूछा कि आप आज लाउडस्पीकर पर स्टैंड क्यों लेते हैं। मैंने कहा कि हम हनुमान चालीसा का जाप करें और मुसलमानों को सुनना चाहिए। 

अपने सम्बोधन में ठाकरे ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, "शरद पवार कहते हैं कि हम देश के खिलाफ हैं. पवार साहब, आप जाति और धर्म की नफरत की राजनीति कर रहे हैं." राज ठाकरे ने यह भी कहा कि राज्य में राजनीति "बुरे दौर" से गुजर रही है।

पकड़ा गया फारुक टकला, CBI को मुंबई ब्लास्ट में बड़ी कामयाबी

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नई दिल्ली, 8 मार्च: 1993 मुंबई ब्लास्ट में CBI को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम के करीबी फारुक टकला को सीबीआई ने दुबई से गिरफ्तार किया है, दुबई से निर्वासित किए जाने के बाद टकला को एयर इंडिया की फ्लाइट एआई 1996 से भारत लाया गया। टकला के खिलाफ साल 1995 में रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। वह 1993 ब्लास्ट के बाद से ही भारत से फरार हो गया था। उसे फिलहाल मुंबई स्थित सीबीआई ऑफिस में रखा गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक दोपहर तक उसे टाडा कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा।

आपको बता दें की कि फारुक टकला पर 1993 को मुंबई में एक के बाद एक 12 बम धमाके हुए थे। इसमें 257 लोगों की जान गई थी, जबकि 700 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। धमाके में 27 करोड़ रुपए की संपत्ति नष्ट हुई थी। इस मामले में 129 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया था। 

टाडा कोर्ट ने साल 2007 में 100 लोगों को सजा सुनाई, जिसमें फारुक टकला पर साजिश, मर्डर और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। याकूब मेमन को 2015 में इस मामले में फांसी हो चुकी है। वहीं धमाके का मास्टरमाइंड दाऊद अभी फरार चल रहा है।

मुंबई पहुंचा श्रीदेवी का पार्थिव शरीर, अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी लाखों की भीड़

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मुंबई, 28 फ़रवरी: भारत के लोगों का इन्तजार ख़त्म हो गया है, दुबई में मरने वाली मशहूर अदाकारा श्रीदेवी का पार्थिव शरीर उनके मुंबई के आवास पर लाया जा चुका है, उनके अंतिम दर्शन के लिए एयरपोर्ट से ही लोगों का हुजूम जुटने लगा था, उनके घर पर लाखों लोग पहुँच चुके हैं. उनके फैन्स का रो रो कर बुरा हाल है.

श्रीदेवी का शव उनके लोखंडवाला के आवास पर लाया गया है, कल 3 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा, उनके घर के बाहर अभी से लाखों लोगों की भीड़ जुट गयी है, हर कोई उनका अंतिम दर्शन करना चाहता है.

बोनी कपूर के घर पर सितारों का जमावड़ा भी जुटने लगा है, पुलिस भीड़ को संभालने के लिए काफी मात्रा में तैनात की गयी है, VIP लोगों के लिए रास्ता साफ़ कराया जा रहा है.

श्रीदेवी की मृत्यू दुबई के एक होटल में हुई थी, उनकी मौत को एक्सीडेंटल ड्रोनिंग बताया गया था लेकिन अभी भी लोगों का सस्पेंस बरकरार है.

सचिन की बेटी सारा के नाम से फेक ट्विटर अकाउंट बनाने वाला सॉफ्टवेयर इंजीनियर गिरफ्तार

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नई दिल्ली: सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा तेंदुलकर के नाम से फेक ट्विटर अकाउंट बनाने वाले मुंबई के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

सूचना के अनुसार इस सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सारा तेंदुलकर के नाम से ट्विटर पर फेक अकाउंट बना रखा था और उसके जरिये बड़े बड़े नेताओं के खिलाफ ट्वीट करता था, हाल ही में उसनें एनसीपी चीफ शरद पवार के खिलाफ आपत्तिजनक ट्वीट किया था.

असदुद्दीन ओवैसी को रैली के दौरान एक ने जूता फेंककर मारा

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मुंबई: AIMIM चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर कल एक व्यक्ति ने जूता फेंककर मारा। यह घटना उस वक्त हुई जब ओवैसी दक्षिणी मुंबई के नागपाड़ा इलाके में एक रैली को संबोधित कर रहे थे. ओवैसी उस वक्त तीन तलाक के मुद्दे पर बोल रहे थे।

इस मामले पर पुलिस अधिकारी का कहना है कि रात करीब पौने 10 बजे जब ओवैसी तीन तलाक के मुद्दे पर बोल रहे थे, तभी एक शख्स ने उन पर जूता फेंक दिया। जैसे ही जूता ओवैसी की ओर उछला उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिस अधिकारी सामने आ गए, जिससे ओवैसी को जूता नहीं लगा।

इस घटना पर ओवैसी ने कहा कि मैं अपने लोकतांत्रिक अधिकार के लिए अपनी जान देने को तैयार हूं। ये सभी निराश लोग है जो यह नहीं देख सकते हैं कि तीन तलाक पर सरकार का फैसला जनता खासतौर पर मुसलमानों ने स्वीकार नहीं किया है।

दोस्ती तोड़ने के शिवसेना के ऐलान पर बोले फडनवीस, ये तो हमेशा बोलते रहते हैं, हम नहीं बोलेंगे

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मुंबई: शिवसेना ने 2019 लोकसभा चुनाव में हमेशा के लिए बीजेपी से अलग होने का ऐलान कर दिया है जिसके जवाब में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनावीस ने सधा  हुआ जवाब दिया है.

देवेन्द्र फडनावीस ने कहा कि शिवसेना आजकल बहुत कुछ बोल रही है, मैं उसपर कमेन्ट नहीं करना चाहता, हम दोनों अभी सरकार में साझीदार हैं, शिवसेना और बीजेपी मिलकर अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे और हमें उम्मीद हैं कि हमें फिर से काम करने का मौका मिलेगा..

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शिवसेना ने आज बीजेपी से हमेशा के लिए अलग होने का ऐलान कर दिया, अब बीजेपी अलग लोकसभा चुनाव लड़ेगी जबकि शिवसेना अलग, इसके अलावा विधानसभा चुनाव में भी शिवसेना अलग चुनाव लड़ेगी.

2019 में राहुल गाँधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती है शिवसेना, BJP से दोस्ती ख़त्म करने का ऐलान

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मुंबई: वैसे तो शिवसेना बीजेपी से ढाई साल पहले ही अलग हो चुकी थी जब उन्होंने महाराष्ट विधानसभा में अकेले चुनाव लड़ा था, उसके बाद हर जगह शिवसेना ने बीजेपी से अकेले होकर चुनाव लड़ा, चाहे BMC हो या नगर पंचायत चुनाव हो या नगर निगम का चुनाव हो.

अब शिवसेना ने हमेशा के लिए बीजेपी और एनडीए गठबंधन से अलग होने का फैसला कर लिया है. शिवसेना ने कसम खा ली है कि 2019 लोकसभा चुनाव से वह हमेशा के लिए बीजेपी से अलग हो जाएंगे. इसकी जानकारी मीडिया को दी जा चुकी है.

शिवसेना ने यह फैसला आज पार्टी कार्यकारिणी की बैठक में किया, इसके लिए बाकायदा प्रस्ताव पास किया, शिवसेना सांसद संजय राउत ने खुद यह प्रस्ताव पेश किया जिसे अधिकतर लोगों ने मंजूर किया.

बीजेपी से अलग होने के बाद शिवसेना ने महाराष्ट्र की 48 में से 25 लोकसभा सीटें और 288 में से 150 विधानसभा सीटें जीतने का दावा किया है. वर्तमान में शिवसेना के पास 18 लोकसभा सदस्य और 63 विधायक हैं.

आपको बता दें कि शिवसेना की पिछले दो तीन महीनें से कांग्रेस से नजदीकी बढ़ती जा रही है, शिवसेना अब राहुल गाँधी को अच्छा नेता मानने लगी है और कई मौकों पर उनकी लीडरशिप की तारीफ भी की है, शायद 2019 लोकसभा चुनावों में शिवसेना राहुल गाँधी को प्रधानमंत्री बनाने का सपना देख रही है इसलिए बीजेपी से दोस्ती ख़त्म करने की कसम खा ली.

शादी की पहली रात महिलाओं की वर्जिनिटी जांचने की परंपरा गलत, युवाओं ने शुरू किया जागरूकता अभियान

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महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के पुणे के कंजरभात में समाज में होने वाले शोषण के खिलाफ युवाओं ने एक नयी पहल शुरू की है जो बड़ा परिवर्तन ला सकती है. आपको बता दें की महाराष्ट्र का कंजरभात समाज में शादी की पहली रात दुल्हन की वर्जिनिटी को चेक करने की परंपरा है.

इस परंपरा के मुताबिक शादी की पहली रात के बाद यदि चादर पर ब्लड नहीं दिखा तो समुदाय के लोग यह मान लेते हैं कि यह लड़की पहले से शारीरिक रिश्ता बना चुकी है. इसके बाद लड़की को खंभे से बांधकर बेहोश होने तक पीटा जाता है. इसके अलावा फेल होने पर कपड़े उतारना, शरीर के अंगों को दागना, खौलते तेल में से सिक्का निकालना जैसे दंड दिए जाते हैं. 

लेकिन अब इस समाज के शिक्षित युवाओं ने इस गलत परंपरा को ख़त्म करने के लिए  एक व्हाट्सअप ग्रुप बनाया है जो इस विषय पर युवाओं में जागरुकता फैलाने का काम कर रहा है. इन युवाओं ने इस प्रथा के खिलाफ पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई है. ग्रुप के संस्थापक विवेक तमाईचेकर ने बताया कि समाज में हो रहे अत्याचार के लिए हमने सोशल मीडिया का सहारा लिया है.

ग्रुप के सदस्य बताते हैं कि उनके समुदाय में माँ-बाप कम उम्र में ही बच्चियों की शादी कर रहे हैं ताकि उनके बच्चे कोई गलत कदम ना उठा पाएं.

आपको बता दें कि डाक्टरों ने भी इस परंपरा को गलत बताया है. डाक्टरों के अनुसार हाइमेन का होना या गायब होना वर्जिनिटी का पैमाना नहीं है. खेलकूद में ऐक्टिव रहने वाली लड़कियों का हाइमेन कई बार फट चुका होता है और कई बार ऐसा भी होता है कि बच्चे को जन्म देने के बाद भी महिला का हाइमेन यथास्थिति रहता है. 

करणी सेना के लोग गिरफ्तार, सूरजपाल बोले, हमारे लिए अलग कानून, जिग्नेश-खालिद के लिए अलग कानून

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मुंबई: आपने देखा होगा कि कुछ दिनों पहले जिग्नेश और उमर खालिद ने महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव में भड़काऊ भाषण दिया था जिसके बाद दंगे हुए थे, उस समय जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद के खिलाफ FIR लिखी जाने के बाद भी उन्हें गिरफ्तार नहीं किया है, उसके बाद जिग्नेश ने दिल्ली के जंतर मंतर पर बिना परमिशन के रैली की, वहां भी पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कारवाही नहीं की. लेकिन आज जैसे ही करणी सेना के लोग सेंसर बोर्ड के खिलाफ प्रदर्शन करने मुंबई गए, मुंबई पुलिस ने आकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

करणी सेना के सैकड़ों सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद राजपूत नेता सूरजपाल अमू ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस को जमकर फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि हमारे लोग शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे उसके बाद भी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. हम गिरफ्तारी से नहीं डरते लेकिन हम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से पूछना चाहते हैं कि हमारे लिए अलग कानून और जिग्नेश मेवानी और उमर खालिद जैसे लोगों के लिए अलग कानून है क्या. हमारे लोगों को को गिरफ्तार कर लिया जाता है लेकिन पुलिस उन जैसे लोगों को गिरफ्तार क्यों नहीं करती.

उन्होंने मुंबई पुलिस से कहा - पुलिस ने मेरी अपील है कि तुरंत हमारे बालकों को छोड़ दे वरना पूरे भारत में ऐसा आन्दोलन होगा जो आज तक नहीं हुआ होगा. हम लोग शान्तिपूर्वक आन्दोलन करना चाहते हैं, हम लोग देशद्रोही नहीं हैं, हम देश के टुकड़े टुकड़े करने की बात नहीं करते, ऐसे लोगों के खिलाफ को आप लोग कोई कार्यवाही नहीं करते लेकिन हमारे खिलाफ तुरंत एक्शन लेते हैं. क्या हमारे लिए अलग कानून बना रखा है.

महाराष्ट्र में जातिवाद की आग लगाने वाले जिग्नेश मेवाणी को अल्पेश ठाकुर ने जमकर लताड़ा, पढ़ें

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महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में जातिवाद की आग लग चुकी है, दलित और मराठा के बीच में खूनी संघर्ष शुरू हो चुका है, दो दिन पहले दलितों और मराठा के बीच में हिंसा हुई, कल दलितों ने पूरे महाराष्ट्र को बंद रखा, कई गाड़ियाँ जला दी गयीं, कई जगह तोड़ फोड़ और आगजनी की गयी. यह आग किसी और ने नहीं लगाई, आग लगाने का आरोप कांग्रेस के समर्थक जिग्नेश मेवाणी और JNU में देशद्रोह के आरोपी उमर खालिद पर लग रही है. दोनों ने 5 लाख दलितों की रैली में भड़काऊ भाषण दिया, मोदी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया, सवर्ण जातियों के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया, दलितों को मोदी और बीजेपी के नाम से भड़काया गया. देखते ही देखते दलित भड़क उठे और महाराष्ट्र में दंगे शुरू हो गए.

गुजरात चुनावों के वक्त अल्पेश ठाकुर कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे, कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र में हो रहे जातिवादी संघर्ष में दलितों का समर्थन कर रही है लेकिन अल्पेश ठाकुर ने लाइन से हटकर जिग्नेश मेवाणी को फटकार लगाई है. 

अल्पेश ठाकुर ने कहा कि जिग्नेश मेवाणी ने रैली में प्रधानमंत्री मोदी के बारे में बोलकर सही नहीं किया, उन्होने स्ट्रीट वार की तरह बयान दिया, हम लड़ाई नहीं चाहते, हम वैचारिक लड़ाई चाहते हैं, जिग्नेश को प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ ऐसी भाषा नहीं बोलनी चाहिए थे, उन्हें अपनी भाषा पर कंट्रोल रखना चाहिए था. दलितों पर अत्याचार के खिलाफ दूसरी भाषा में भी आवाज उठायी जा सकती है.

उन्होंने महाराष्ट्र पुलिस पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि यह संघर्ष होने क्यों दिया गया, पुलिस ने एक्शन क्यों नहीं किया, सिर्फ बयान देने से काम नहीं चलेगा, एक्शन से काम चलेगा, पता करना पड़ेगा कि इसके पीछे किसका दिमाग था.

गिरिराज सिंह बोले, आजादी गैंग से मिलकर महाराष्ट्र में जातिवादी आग लगाना चाहती है कांग्रेस

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नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आज कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गाँधी पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आजादी गैंग वालों से मिलकर महाराष्ट्र में जातिवाद की आग लगाना चाहती है.

उन्होंने एक ट्वीट में कहा - उमर खालिद JNU में कहता था भारत तेरे टुकड़े होंगे, अब राहुल गाँधी और जिग्नेश समर्थन कर रहे हैं. पहले कांग्रेस की तिकड़ी ने जाती के नाम पर गुजरात के टुकड़े करने की साजिश की और अब वही आग महाराष्ट्र में लगाने की कोशिश कर रहे हैं.

गिरिराज सिंह ने कहा कि अब हिंदुस्तान को जाति से ऊपर उठाना होगा और कांग्रेस के नापाक मंसूबे को रौंदना होगा.
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि 1 जनवरी को कांग्रेस पार्टी के दोस्त जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद ने पुणे के भीमा गोरेगांव में दलितों की एक रैली बुलाई थी जिसमें भड़काऊ भाषण दिया गया और देखते ही देखते दलित और मराठी भिड गए. आज दलितों ने महाराष्ट्र बंद बुलाया है. कल से हुई हिंसा में एक दलित युवक की मौत हुई जिसके बाद कांग्रेस ने इसे बीजेपी के खिलाफ मुद्दा बना लिया, यही देखकर गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पार्टी के मंसूबे को फेल करने के लिए जातिवाद भूलने की अपील की है.

खतरनाक होता जा रहा जातिवादी संग्राम, दलितों ने बुलाया महाराष्ट्र बंद, अब तक 1000 गिरफ्तार

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पुणे: महाराष्ट्र में जातिवादी संग्राम खतरनाक होता जा रहा है, आज दलितों ने महाराष्ट्र बंद बुलाया है, अब तक मुंबई में अलग अलग इलाकों में 9 मामले दर्ज हुए हैं जबकि 1000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है, बता दें की 1 जनवरी को पुणे जिले के भीमा कोरेगांव में मराठा और दलितों के बीच जातिवादी हिंसा हुई जिसमें 30 साल के एक युवक की मौत हो गयी, कई अन्य घायल हो गए, उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. बताया जाता है कि घटना के दिन भीमा कोरेगांव में 5 लाख दलित इकठ्ठे हुए थे.

यह हिंसा और भी बड़ा रूप ले सकती थी अगर पुलिस मौके पर पहुंचकर हालात पर नियंत्रण ना कर पाती, एक समय दोनों समाजों के बीच युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी लेकिन पुलिस प्रशासन की चौकसी की वजह से हालात पर नियंत्रण कर लिया गया.

जानकारी के अनुसार यह हिंसा भीमा कोरेगांव युद्ध के 200 वर्ष पूरे होने पर आयोजित एक कार्यक्रम की वजह से हुई, दलित समाज ने इस मौके पर एक रैली का आयोजन किया था जिसमें पांच लाख दलित इकठ्ठे हुए थे, जो मराठा समाज के लोगों को रास नहीं आया और देखने ही देखते हिंसक झड़प होने लगी.

क्या है भीमा कोरेगांव युद्ध

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भीमा कोरेगांव युद्ध अंग्रेजों की ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा के पेशवा के बीच हुआ था, यह युद्ध 1 जनवरी 1818 को लड़ा गया था जिसमें अंग्रेजों की विजय हुई थी, अंगेजों ने पेशवा के सामने जनरल जोसेफ के नेतृत्व में बड़ी सेना उतार दी थी जिसे देखकर मराठा लोगों ने अपने पैर पीछे हटा दिए, एक तरह से युद्ध में मराठा लोगों की हार हुई.

अंग्रेजों की सेना में भारत के ही महर दलित शामिल थे इसलिए भारत के दलित समाज के लोग इसे अपनी विजय मानते हैं, मतलब दलित लोग इसे मराठा समाज पर अपनी विजय मानते हैं, कल इस युद्ध के 200 वर्ष पूरे होने पर दलितों ने विजयोत्सव का आयोजन किया था जो मराठा लोगों को पसंद नहीं आया, ऐसा इसलिए क्योंकि वे इसे अपना अपमान समझ रहे थे, इसी बात को लेकर दोनों समुदायों में झड़प और हिंसा हुई जिसमें दलित समाज के एक युवक की मौत हो गयी.

इस घटना को लेकर दलितों ने महाराष्ट्र बंद बुलाया है, मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनावीस ने इसे सरकार के खिलाफ जातीय साजिश बताया है. कांग्रेस ने इसे बीजेपी के खिलाफ मुद्दा बना लिया है और हमेशा की तरह दलित समाज का पक्ष लिया है और आरएसएस-बीजेपी पर उन्हें दबाने का आरोप लगाया है.

पढ़ें, भीमा कोरेगांव युद्ध में ऐसा क्या हुआ था जिसकी वजह से आज दलित-मराठा भिड गए और बवाल हो गया

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पुणे: पुणे जिले के भीमा कोरेगांव में आज मराठा और दलितों के बीच जातिवादी हिंसा हुई जिसमें एक युवक की मौत हो गयी, कई अन्य घायल हो गए और कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया.

यह हिंसा और भी बड़ा रूप ले सकती थी अगर पुलिस मौके पर पहुंचकर हालात पर नियंत्रण ना कर पाती, एक समय दोनों समाजों के बीच युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी लेकिन पुलिस प्रशासन की चौकसी की वजह से हालात पर नियंत्रण कर लिया गया.

इस हिंसा में मारे गए युवक की जांच करने के लिए मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनावीस ने CID को आदेश दे दिया है. साथ ही पूरी घटना की न्यायिक जांच की मांग की है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मृतक परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है.

जानकारी के अनुसार यह हिंसा भीमा कोरेगांव युद्ध के 200 वर्ष पूरे होने पर आयोजित एक कार्यक्रम की वजह से हुई, दलित समाज ने इस मौके पर एक रैली का आयोजन किया था, जो मराठा समाज के लोगों को रास नहीं आया और देखने ही देखते इसनें बवाल का रूप ले लिया.

क्या है भीमा कोरेगांव युद्ध

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भीमा कोरेगांव युद्ध अंग्रेजों की ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा के पेशवा के बीच हुआ था, यह युद्ध 1 जनवरी 1818 को लड़ा गया था जिसमें अंग्रेजों की विजय हुई थी, अंगेजों ने पेशवा के सामने जनरल जोसेफ के नेतृत्व में बड़ी सेना उतार दी थी जिसे देखकर मराठा लोगों ने अपने पैर पीछे हटा दिए, एक तरह से युद्ध में मराठा लोगों की हार हुई.

अंग्रेजों की सेना में भारत के ही महर दलित शामिल थे इसलिए भारत के दलित समाज के लोग इसे अपनी विजय मानते हैं, मतलब दलित लोग इसे मराठा समाज पर अपनी विजय मानते हैं, कल इस युद्ध के 200 वर्ष पूरे होने पर दलितों ने विजयोत्सव का आयोजन किया था जो मराठा लोगों को पसंद नहीं आया, ऐसा इसलिए क्योंकि वे इसे अपना अपमान समझ रहे थे, इसी बात को लेकर दोनों समुदायों में झड़प और हिंसा हुई जिसमें दलित समाज के एक युवक की मौत हो गयी.

इस घटना को लेकर दलितों ने महाराष्ट्र बंद बुलाया है, मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनावीस ने इसे सरकार के खिलाफ जातीय साजिश बताया है. कांग्रेस ने इसे बीजेपी के खिलाफ मुद्दा बना लिया है और हमेशा की तरह दलित समाज का पक्ष लिया है और आरएसएस-बीजेपी पर उन्हें दबाने का आरोप लगाया है.

सलमान, शाहरूख जैसे नकली हीरो सबने देखे, अब असली हीरो भी देख लीजिये, पढ़ें कौन है ये पुलिसवाला

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नई दिल्ली: अधिकतर लोग खाकी वर्दी वालों के बारे में अपशब्द कहते देखे जा सकते हैं जबकि समाज के हर वर्ग में दो तरह के लोग रहते हैं। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वाइरल हो रही है जिसमे खाकी को सलाम ठोंका जा रहा है। हाल में मुंबई में कमला मिल्स बिल्डिंग के एक रेस्टोरेंट में आग लगी थी जिसमे 14 लोग जिन्दा जल गए थे और 100 के आस पास लोग घायल हो गए थे। मृतकों की संख्या बहुत ज्यादा हो सकती थी और खाकी वर्दी वाले न होते।

स्थानीय पुलिस ने दर्जनों लोगों को वहां से निकाला था और कई लोगों की जान बचाई थी। ये तस्वीर वहीं की बताई जा रही है। तस्वीर में एक पुलिस का जवान एक घायल युवती को कंधे पर बिठाकर बाहर ले जा रहा है। सोशल मीडिया इस जवान को रीयल हीरो बता रही है। इस कांस्टेबल का नाम सुदर्शन शिंदे है.

सिपाही सुदर्शन शिंदे के बारे में लोगों का कहना है की शाहरुख़ खान, सलमान खान नहीं बल्कि सुदर्शन शिंदे हैं असली हीरो, असली बाहुबली, कमेंट्स पढ़ें

नियम तोड़ने वाले होटल-इमारतें तोड़ दी जाँय, इंसानों की जान से खिलवाड़ मंजूर नहीं: देवेंद्र फडनवीस

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मुंबई: मुंबई के लोअर परेल इलाके के कमला मिल्‍स कंपाउंड में आग लगने की घटना पर महाराष्ट्र सरकार ने सख्त एक्शन लिया है, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने ऐसी सभी इमारतों और होटलों को तोड़ने के आदेश दिए हैं जो नियमों को अनदेखा करके इंसानों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. आज मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया जिसके बाद पांच BMC अधिकारीयों को सस्पेंड कर दिया गया.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कमला मिल्स कंपाउंड में गुरुवार देर रात लगी भीषण आग ने 14 लोगों की जान ले ली जबकी 50 लोग गंभीर रूप से झुलस गए. मरने वालों में 11 महिलाएं तथा 3 पुरुष शामिल हैं

मामले की गंभीरता को देखते हुए घटना स्‍थल पर पहुंचे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे के लिए जिम्‍मेदार बीएमसी के पांच अधिकारियों को सस्‍पेंड कर दिया जबकि होटल के मालिकों पर मामला दर्ज कराया गया है.

इसी के साथ मुख्‍यमंत्री ने शहर में अन्य सभी जगहों पर फायर ऑडिट करने के भी आदेश जारी किए. उन्‍होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि जहां भी नियमों का उलंल्घन पाया जाएगा उसे तुरंत तोड़ने के आदेश दिये जाएंगे.

14 लोग जिन्दा जले, शिवसेना के मुंबई के मेयर साहब बोले, मुझे मुंबई की हर घटना की जानकारी नहीं

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मुंबई: शिवसेना नेता और मुंबई के मेहर विश्वनाथ महादेश्वर ने बेहद ही शर्मनाक बयान देते हुए कहा है कि मुझे मुंबई में घट रही हर घटना की जानकारी नहीं है. उन्होंने कमला मिल हादसे पर पूछे गए एक सवाल पर यह बयान दिया. ट्विटर पर उनके गैरजिम्मेदाराना बयान को लेकर उन्हें बर्खास्त किये जाने की मांग चल रही है लेकिन शिवसेना ने उनकी जगह BMC के पांच जूनियर अधिकारियों को निलंबित कर दिया है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुंबई शहर पर BMC का राज है और BMC में शिवसेना की सरकार है जिसे बीजेपी ने समर्थन दे रखा है. होटलों में सुरक्षा की निगरानी करना, होटलों को सर्टिफिकेट देना सब BMC का काम है.

जिस कमला मिल में आग लगने से 14 लोग जिन्दा जले हैं उसमें फायर से बचने का कोई इंतजाम ही नहीं था, एक कोने में फायर एग्जिट डोर था लेकिन वह बंद था, वो तो अच्छा हुआ कि वहीं पर काम करने वाले एक युवक ने गेट को तोड़ दिया वरना कहाँ पर 50-60 और जलकर मर जाते. मतलब यहाँ पर होटल ने भी नियम और कानूनों का उल्लंघन किया और BMC अधिकारियों ने भी होटल को गलत सर्टिफिकेट बांटा.

मुंबई में दर्दनाक हादसा, कमला मिल्स में आग लगने से अब तक 14 लोगों की मौत, कई घायल

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मुंबई: मुंबई से एक बेहद दुखद घटना की खबर है, मुंबई के लोअर परेल इलाके में गुरुवार देर रात भीषण आग लग गई. कमला मिल्स कंपाउंड के मोजो बिस्ट्रो लाउंज में लगी आग से 14 लोगों की मौत हो गई जबकि डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. मरने वालों में 12 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल हैं.

आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की आठ गाड़ियां और छह वाटर टैंकर मौके पर पहुंचे. टीम ने कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया. फिलहाल कूलिंग का काम चल रहा है. हादसे में घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया है.

जानकारी के मुताबिक आपको बता दें की आधी रात के वक़्त सबसे पहले आग तीसरी मंजिल पर स्थित मोजो रेस्टोरेंट में लगी और ये फैलकर दूसरे तीसरे रेस्टोरेंट में लग गई। अब आगू पर काबू पा लिया गया है। पुलिस ने मोजो रेस्टोरेंट के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। अब तक की जांच के मुताबिक आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। खास बात ये है कि जिस बिल्डिंग में आग लगी है उसमें कई टीवी चैनलों के भी ऑफिस हैं।

कैब में बैठी युवती, ड्राईवर ने सूनसान जगह पर ले जाकर किया रेप

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मुंबई में कैब ड्राइवर द्वारा रेप का मामला सामने आया है। कैब ड्राइवर और उसके एक साथी ने पहले लड़की को सुनसान जगह पर ले जाकर  मोबाइल, पैसे, पर्श, घड़ी आदि लूट लिए। इसके बाद लड़की के साथ जबरन रेप किया। ठाणे में पुलिस ने बलात्कार करने के आरोपी कैब ड्राइवर सुरेश गोसावी को अरेस्ट कर लिया है। 

अपराध के लिए उकसाने के आरोप में पुलिस ने उसके एक साथी उमेश झाला को भी गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को 26 दिसंबर तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है। ठाणे के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) महेश पाटिल ने बताया कि घटना 19 दिसंबर की रात की है। उन्होंने बताया कि आरोपी ड्राइवर सुरेश पी गोसावी को रविवार को गिरफ्तार किया गया था।

लड़की ने ठाणे जाने के लिए कैब बुक की थी। इसमें ड्राइवर का एक साथी पहले से ही मौजूद था। पीड़ित लड़की को लगा कि शायद यह शेयरिंग कैब है, इसलिए उसने नजर अंदाज कर दिया। इसके बाद आरोपी कैब को ठाणे की बजाय वज्रेश्वरी की तरफ ले गए। यहां लड़की के साथ कैब ड्राइवर ने रेप किया, जबकि उसके साथी ने उसकी मदद की। घटना के बाद पीड़िता दहशत में आ गई। हालांकि, कुछ समय बाद उसने साहस जुटाया और 21 दिसंबर को पुलिस से घटना की शिकायत की।

इस पूरे मामले पर कैब कंपनी का कहना है कि इस घटना का उससे कोई लेना देना नहीं है। कैब कंपनी के मुताबिक ड्राइवर पिछले 10-15 दिन से ड्यूटी पर ही नहीं था। लड़की की शिकायत के आधार पर आरोपी ड्राइवर और उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

आदर्श घोटाला: अशोक चव्हाण पर मुक़दमे को बॉम्बे हाई कोर्ट ने किया ख़ारिज, लोग उड़ा रहे जजों का मजाक

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पिछले कुछ दिनों ने भारत की अदालतें अजीबोगरीब फैसले सुना रही हैं, पहले सलमान खान को हिट एंड रन मामले में बरी कर दिया जबकि पूरी दुनिया जानती है कि उनकी गाडी से कुचलकर ही चार लोगों की मौत हुई थी, उसके बाद अरुषी-हेमराज मर्डर केस में फैसला आया, दुनिया जानती थी कि अरुषी और हेमराज को तलवार दंपत्ति ने मारा है उसके बाद भी कई साल जेल में बिताने के बावजूद भी उन्हें बाईज्जत बरी कर दिया.

कल 2G घोटाले पर फैसला देते हुए CBI कोर्ट ने ऐ राजा और कनिमोझी को बाईज्जत बरी कर दिया जबकि ऐ राजा ने 15 महीनें जेल में बिताये हैं जबकि कनिमोझी ने छह महीनें जेल में बिताये हैं, यही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने खुद घोटाले के बाद उनके जारी किये 122 लाइसेंस रद्द कर दिए थे, उसके बाद भी दोनों को बाईज्जत बरी कर दिया गया.

आज बॉम्बे हाई कोर्ट ने चौंकाने वाला फैसला सुनाते हुए आदर्श घोटाले में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के खिलाफ मुकदमें को ख़ारिज कर दिया और उन्हें क्लीन चिट दे दी जबकि खुद महाराष्ट्र के राज्यपाल ने CBI को उनपर आपराधिक मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे. यही नहीं इस घोटाले की वजह से उन्हें इस्तीफ़ा भी देना पड़ा है.

जजों और अदालतों के ऐसे फैसले सुनकर लोग भारतीय न्यायिक व्यवस्था का मजाक बना रहे हैं, कुछ लोग तो यह भी कह रहे हैं कि भारतीय जनों के फैसले देखकर दाऊद इब्राहीम और विजय माल्या भी भारत आ सकते हैं क्योंकि संदेह के आधार पर वे लोग भी यहाँ पर बाईज्जत बरी हो सकते हैं.

कुछ लोग कह रहे हैं कि, 2G नहीं हुआ, आदर्श घोटाला नहीं हुआ, अरुषी और हेमराज को किसी ने नहीं मारा, जेसिका को किसी ने नहीं मारा, बोफोर्स नहीं हुआ, ये हमारी न्यायिक व्यवस्था को क्या हो गया है.

शिवसेना ने उड़ाया बीजेपी का मजाक, राहुल गाँधी ने हिला दिया विकास का मॉडल, ये कांग्रेस की जीत है

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मुंबई: शिवसेना भले ही बीजेपी के साथ महाराष्ट्र में सरकार में है लेकिन बीजेपी का मजाक उड़ाने में वह कांग्रेस से भी दो कदम आगे हैं, कल गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावी नतीजे आये जिसमें कांग्रेस ने गुजरात में बीजेपी को कड़ी टक्कर दी लेकिन अंत में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिल गया लेकिन कांग्रेस ने 77 सीटें झटक लीं.

कांग्रेस से बीजेपी को कड़ी टक्कर मिलने को शिवसेना ने राहुल गाँधी की जीत और बीजेपी की हार बताया है, सामना में एक लेख में शिवसेना ने बीजेपी का जमकर मजाक उड़ाया है. शिवसेना ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा की आने वाले 2019 लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा को चेतावनी मिल है. शिवसेना ने यह भी कहा कि  गुजरात में बीजेपी की जीत से अधिक राहुल गाँधी की चर्चा हो रही है जो बीजेपी की हार है.

आपको बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 77 सीटें जबकि बीजेपी को 99 सीटें मिलीं, यहाँ पर कांग्रेस ने तीन जातिवादी नेताओं हार्दिक, अल्पेश और जिग्नेश की मदद ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी.