महाराष्ट्र सरकार तो संकट में है ही लेकिन अब उद्धव ठाकरे का आधिपत्य भी खतरे में आ गया है, ऐसा लग रहा है कि अब बिना ठाकरे की शिवसेना हो जाएगी, जी हाँ! एकनाथ शिंदे ने 37 विधायकों के हस्ताक्षर का पत्र विधानसभा के उपाध्यक्ष, विधान सभा सेक्रेट्री और राजभवन को ई-मेल के जरिए भेज कर दावा किया है कि बाला साहब की शिवसेना उनकी है और उन्हें एकमत से विधायक दल का नेता चुना गया है. गुवाहाटी में शिवसेना के बागी विधायकों ने बैठक की जिसमें एकनाथ शिंदे को शिवसेना विधायक दल का नेता चुना, वहीं भरत गोगावाले को मुख्य सचेतक नियुक्त किया।
शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा, हमने डिप्टी स्पीकर (महाराष्ट्र विधानसभा) के समक्ष याचिका दायर की है और मांग की है कि 12 विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी जानी चाहिए क्योंकि वे कल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे. सावंत को जवाब देते हुए शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने कहा, "आप अयोग्यता के लिए 12 विधायकों के नाम बताकर हमें डरा नहीं सकते क्योंकि हम शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के अनुयायी हैं। हम कानून जानते हैं, इसलिए हम धमकियों पर ध्यान नहीं देते हैं.एकनाथ शिंदे ने 37 विधायकों के हस्ताक्षर का पत्र विधानसभा के उपाध्यक्ष विधान सभा सेक्रेट्री और राजभवन को ई-मेल के जरिए भेज कर दावा किया कि बाला साहब की शिवसेना उनकी है और उन्हें एकमत से विधायक दल का नेता चुना गया है#BREAKING#MaharashtraPoliticalCrisis@mieknathshinde @OfficeofUT pic.twitter.com/NJV3G1alQ0
— Abhishek Pandey - अभिषेक पाण्डेय (@abhishekpandey2) June 24, 2022
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