New Delhi: पिछले दो महीनों से जो पार्टियाँ EVM में छेड़छाड़ का आरोप लगा रही थीं आज चुनाव आयोग ने उन्हें EVM से छेड़छाड़ करने और हैकिंग करके वोट ट्रांसफर करने का मौका दिया था, EVM में छेड़छाड़ को लेकर सबसे अधिक हायतौबा बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी ने मचाई थी लेकिन दोनों ही पार्टियों को EVM हैक करने की चुनौती स्वीकार करने की हिम्मत नहीं पड़ी.
सिर्फ दो पार्टियों ने EVM हैक करने की चुनौती को स्वीकार किया था, शरद पवार की NCP और कम्युनिस्टों की CPI, लेकिन दोनों ही पार्टियों EVM हैक नहीं कर सकीं, जब ये पार्टियाँ EVM हैक नहीं कर पायीं तो बहाना बना दिया कि हम तो सिर्फ वोटिंग प्रोसेस देखना चाहते थे इसलिए EVM खोलकर देखने आये थे.
शाम को खुद चुनाव आयोग ने कहा कि NCP और CPI ने हमारी चुनौती स्वीकार की थी लेकिन ये पार्टियाँ सिर्फ वोटिंग प्रोसेस को समझना चाहती थी.
चुनाव आयोग ने कहा कि CPI ने EVM से पूरी तरह से संतुष्टि मिली और उन्होंने चुनाव आयोग को सुझाव दिया कि इस प्रकार के Demonstration और Awareness सत्र आयोजित करते रहना चाहिए ताकि लोगों को शक करने का मौका ही ना मिले, NCP ने भी चुनाव आयोग ने कहा कि वे EVM हैकिंग चुनौती में भाग नहीं लेना चाहते थे बल्कि सिर्फ वोटिंग प्रोसेस को समझना चाहते थे.
चुनाव आयोग ने कहा कि CPI ने EVM से पूरी तरह से संतुष्टि मिली और उन्होंने चुनाव आयोग को सुझाव दिया कि इस प्रकार के Demonstration और Awareness सत्र आयोजित करते रहना चाहिए ताकि लोगों को शक करने का मौका ही ना मिले, NCP ने भी चुनाव आयोग ने कहा कि वे EVM हैकिंग चुनौती में भाग नहीं लेना चाहते थे बल्कि सिर्फ वोटिंग प्रोसेस को समझना चाहते थे.
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