कांग्रेस और RG को देखकर शक्तिमान के 'किलविस' की याद आती है, ये चाहते हैं 'अँधेरा कायम रहे'

congress-rahul-gandhi-like-kilvis-of-shaktiman-andhera-kayam-rahe
congress-rahul-gandhi-like-kilvis-of-shaktiman-andhera-kayam-rahe

New Delhi, 28 Delhi: अगर आपने कभी शक्तिमान धारावाहिक देखा होगा तो आपको याद होगा। धारावाहिक का विलेन किलविस बहुत ही शक्तिशाली था और वह हमेशा अँधेरा कायम रखना चाहता था - अँधेरे का मतलब - आतंकवाद, भ्रष्टाचार, हत्या, मर्डर, लूट, हिंसा, डर, भय, भ्रष्टाचार, चोरी आदि। किलविस के आदमी गलत काम करके, शहर में बर्बादी फैलाकर लोगों को डराते थे। जब ये लोग किलविस के पास जाते थे तो किलविस कहता था 'अँधेरा कायम रहे' उसे खुश करने के लिए कहते थे 'अँधेरा कायम रहेगा किलविस'। वे लोग दुआ सलाम नहीं करते थे, सिर्फ अँधेरा कायम रखने की कोशिश करते थे और शक्तिमान उनके खिलाफ लड़ाई करता था और ईमानदारी यानी उजाला फैलाने की कोशिश करता था। 

इस वक्त कांग्रेस और राहुल गाँधी किलविस की भूमिका निभा रहे हैं, राहुल गाँधी कहते हैं कि अँधेरा कायम रहे तो उनके पालतू कांग्रेसी कहते हैं अँधेरा कायम रहेगा किलविस। 

आप खुद देखिये, भ्रष्टाचार और कालेधन ने इस देश का नाश कर रखा है, कांग्रेस खुद यह बात कहती है, पूर्व कांग्रेस प्रधानमंत्री राजीव गाँधी स्वयं कहते थे कि दिल्ली से एक रूपया चलता है तो जनता के पास 10 पैसा ही बचता है, बीच के दलाल लोग 90 पैसा खा जाते हैं। 

पिछले 60-70 वर्षों में भ्रष्टाचारियों ने इस को तबाह कर रखा था, भ्रष्टाचार की वजह से अमीर लोग अमीर होते गए और गरीब लोग गरीब होते गए क्योंकि गरीब इमानदारी से जीने की कोशिश करते हैं, अगर गरीबों को अमीर बनना है तो भ्रष्टाचार करना जरूरी था। 

पिछले 60-70 वर्षो में जितना भी ऐसा लूटा गया है उसका कोई हिसाब किताब नहीं है, उन पैसों को लोगों ने अपने बिस्तरों और तहखानों में छिपा लिया, RBI उन पैसों की कमी पूरी करने के लिए नोट छपता गया और हमारे देश रुपये की कीमत गिरती गयी क्योंकि बाजार में जितना रूपया अधिक होगा उसकी कीमत उतनी गिरेगी। इसके बाद लोगों ने छिपाए गए रिपये से बेनामी संपत्तियां खड़ी कर लीं, सोना खरीद लिया, बड़े बड़े बंगले बना लिए, प्रॉपर्टी का कारोबार शुरू कर दिया और देखते ही देखते मंहगाई ने बिकराल रूप ले लिया। गरीबों का घर खरीदना मुश्किल हो गया। 

लूटे गए पैसे का हिसाब किताब लगाने के लिए नोटबंदी करना जरूरी था क्योंकि रूपया बंद होने से लोग अपना पैसा बैंकों में जमा करेंगे, चोर लोग भी अपना पैसा जमा करेंगे, घोटालेबाज भी अपना पैसा जमा करेंगे, जो पैसा जमा नहीं होगा RBI उसे नष्ट हुआ समझकर उन नोटों को रद्द कर देगी और उनकी जगह पर नए नोट छापकर सरकारी खजाने में डाल देगी। इसका लाभ यह भी होगा कि बैंक में पैसा जमा करने के बाद चोर भी पकडे जाएंगे और उन्हें अपने लूटे हुए धन का हिसाब देना पड़ेगा और अगर हिसाब नहीं दे पाए तो अब तक जितना लूटा है उसे जुर्माने के साथ वापस करना पड़ेगा। 

अब आप खुद सोचिये, नोटबंदी से गरीबों को कुछ दिन की परेशानी होगी लेकिन आतंकवादियों के पास जितना पैसा है वह बर्बाद हो जाएगा क्योंकि वे किसी बैंक में पैसा जमा कराने तो जा सकते नहीं। 

इसके अलावा अंडरवर्ल्ड के पास जितना पैसा है वह ख़त्म हो जाएगा क्योंकि उन्हें भी पैसों का हिसाब किताब देना पड़ेगा। इसी तरह से नशे के कारोबार में लगे लोगों का पैसा बर्बाद हो जाएगा। दाऊद इब्राहीम जैसे लोगों का हजारों करोड़ रूपया बर्बाद हो गया क्योंकि वे किस बैंक में अपना पैसा जमा करवाने और बदलवाने आयेंगे। 

नक्सलियों का पूरा धंधा चौपट हो गया क्योंकि उनके पास भी जितना कैश था वह बर्बाद हो गया। 

जिन्होंने भ्रष्टाचार करके करोड़ों रुपये तहखानों में छिपा रखे थे वे कोई जतन करके अपने पैसे बैंक में जमा करवाएंगे और पकडे जाएंगे, उन्हें भी लूटा हुआ माल वापस करना पड़ेगा वो भी जुर्माने के साथ। 

मानव तस्करी करने वाले, शारीरिक अंगों की तस्करी करने वाले, देह व्यापार करने वाले, सट्टेबाजी करने वाले, किडनैपिंग करने वाले सब बर्बाद हो गए क्योंकि वे अपना पैसा बैंकों में जमा नहीं करेंगे और अगर जमा करने जाएंगे तो पकडे जाएंगे। 

मतलब नोटबंदी के बाद पाप यानी अँधेरे का पूरा साम्राज्य तहस नहस हो गया, भ्रष्टाचारियों का नाश हो गया, आतंकवादियों का पैसा बर्बाद हो गया, जिन्होंने नशे का कारोबार करके अरबों रुपये कमाए थे उनका पैसा बर्बाद हो गया, दाऊद तो पूरा ही बर्बाद हो गया, पाकिस्तान में छापी गयी नकली नोट धरी की धरी रह गयी। एक ही फैसले से अन्धेरा समाप्त हो गया। 

कांग्रेस नोटबंदी का विरोध कर रही है और चाहती है कि अँधेरा कायम रहे  - 

कांग्रेस कहती है कि रियल स्टेट तबाह हो गया, मतलब कह चाहती है कि प्रॉपर्टी कारोबारी कैश में कारोबार करते रहें, 2 लाख के घर को 10 लाख में बेचकर 8 लाख तिजोरी में दबा लें और सरकार को टैक्स ना देकर चूना लगाते रहें। 

कांग्रेस चाहती है कि गरीब कभी घर ना खरीद सकें, आपने देखा होगा कि नोटबंदी के बाद प्रॉपर्टी सस्ती हो गयी है, आने वाले दिनों में गरीबों के लिए घर खरीदना आसान हो जाएगा। जिसनें भी अपने नाम से कई प्रॉपर्टी बना रखी है, कई बंगले बना रखे हैं, सब पकडे जाएंगे। गरीबों को सस्ते रेट में मकान मिलने लगेंगे। 

कांग्रेस कहती है कि कई फक्ट्रियां बंद हो गयीं - ऐसी फक्ट्रियों को बंद होना ही चाहिए जो गलत तरीके से और बिना रजिस्ट्रेशन के काम कर रही हैं, मजदूरों को आधी सैलरी देती हैं और सरकार को टैक्स ना देकर कालाधन तहखाने में जमा कर लेती हैं। उन्हें काला कारोबार बंद करके साफ़ सुथरा कारोबार खोलना चाहिए, मजदूरों को पूरी सैलरी देनी चाहिए, सरकार से लोन लेकर अपना व्यापार इमानदारी से बढ़ाना चाहिए।

मोदी ने नोटबंदी इसलिए की ताकि अब तक जितना भी पैसा लूटा गया हो वह बैंकों में आये, सरकार को यह पता चले कि देश में कितना पैसा है, कितने पैसे की जरूरत है, कितना कालाधन है। मोदी चाहते हैं की जिन्होंने पैसा तिजोरी में दबा रखा है वह बैंकों में जमा हो ताकि वह पैसा देश के विकास के काम आये।

राहुल गाँधी चाहते हैं कि लोग अपना पैसा बैंकों में जमा ना करें, जिन्होंने लूट का माल तिजोरी में दबा रखा था वह तिजोरी में ही दबा रहे और सरकारी खजाना खाली रहे, वे चाहते हैं कि सरकारी खजाना खाली रहे ताकि मोदी देश का विकास ना करवा पाएं, वे चाहते हैं कि मोदी गरीबों के लिए कोई काम ना कर पायें क्योंकि जब तक देश में गरीबी और अशिक्षा रहेगी कांग्रेस उन्हें आसानी से भ्रमित करके सत्ता में वापसी कर लेगी, उन्हें पता है कि पढ़ें लिखे और इमानदार लोग कभी भी कांग्रेस को वोट नहीं देते, जैसा कि हाल ही में चंडीगढ़ में देखा गया है।

इस देश में 1 फ़ीसदी लोग टैक्स देते हैं, इन्हीं एक फ़ीसदी लोगों की वजह से देश चलता है, सड़कें बनती हैं लेकिन राहुल गाँधी इन्हीं एक फ़ीसदी लोगों को चोर बताते हैं मतलब जो इमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास के लिए पैसे देता है, राहुल गाँधी की सैलरी के लिए पैसा देता है राहुल गाँधी उसी को चोर बताते हैं। वह ऐसा इसलिए कहते हैं ताकि ये 1 फ़ीसदी लोग भड़क जाएं और जो टैक्स देते हैं वह भी ना दें ताकि देश में अँधेरा कायम रहे। 
फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

India

Post A Comment:

0 comments: