New Delhi: कश्मीर में जिहादियों द्वारा CRPF जवान पर बिना कुछ कहे हाथ उठाने की घटना देखकर आम लोगों के साथ साथ फिल्म स्टार रणदीप हूडा भी गुस्सा हो गए हैं, उन्होंने ट्वीट में कहा - अगर सैनिक ने हथियार चलाया होता तो इसे मानवाधिकार का उल्लंघन कहा जाता तो ये क्या कर रहे हैं, जिहादियों को वहीं पर आजाद कर देना चाहिए था, बहुत गुस्सा हूँ.
जानकारी के लिए बता दें कि एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसे देखकर भारत के लोग गुस्से से लाल पीले हैं, VIDEO कश्मीर का है जिसमें CRPF का एक जवान अपने हाथ में हथियार लेकर सड़क पर चल रहा है, पहले तो पत्थरबाज उन्हें चिढ़ाते हैं उसके बाद एक पत्थरबाज सैनिक को लात मारकर भाग लेता है, सैनिक इतना धैर्य दिखाता है कि वह पत्थरबाज को कुछ नहीं कहता, पत्थरबाज के मारने से सैनिक का हेलमेट भी काफी दूर जाकर गिरता है लेकिन वह अपने गुस्से को शांत करता हुआ अपने रास्ते पर चल रहा है.
यह VIDEO हाल ही में श्रीनगर उपचुनाव के बाद का बड़गाम इलाके का है, सैनिकों के हाथ में EVM और चुनावी सामान है, देखने से साफ़ पता चलता है कि सैनिकों के हाथों को कश्मीर में बाँधा गया है, उन्हें शांत रहने और एक्शन ना लेने का आदेश दिया गया है, अन्यथा जिस सैनिक के हाथों में राइफल है वह इतना शांत कैसे रह सकता है और अपना अपमान कैसे सह सकता है.
रणदीप हूडा के कहने का मतलब है कि जिहादियों को वहीँ पर ठोंकर उन्हने जिन्दगी से आजाद कर देना चाहिए था, उन्होंने कहा कि यह घटना देखकर बहुत गुस्सा हैं वो. इससे पहेल गौतम गंभीर भी कुछ इसी अंदाज में बयान दे चुके हैं.Had this soldier used his gun it would've become human rights violation?Then what's this?Should've given the"azaadi"right there!Very angry!! pic.twitter.com/j22Ol9Jigx— Randeep Hooda (@RandeepHooda) April 13, 2017
जानकारी के लिए बता दें कि एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसे देखकर भारत के लोग गुस्से से लाल पीले हैं, VIDEO कश्मीर का है जिसमें CRPF का एक जवान अपने हाथ में हथियार लेकर सड़क पर चल रहा है, पहले तो पत्थरबाज उन्हें चिढ़ाते हैं उसके बाद एक पत्थरबाज सैनिक को लात मारकर भाग लेता है, सैनिक इतना धैर्य दिखाता है कि वह पत्थरबाज को कुछ नहीं कहता, पत्थरबाज के मारने से सैनिक का हेलमेट भी काफी दूर जाकर गिरता है लेकिन वह अपने गुस्से को शांत करता हुआ अपने रास्ते पर चल रहा है.
यह VIDEO हाल ही में श्रीनगर उपचुनाव के बाद का बड़गाम इलाके का है, सैनिकों के हाथ में EVM और चुनावी सामान है, देखने से साफ़ पता चलता है कि सैनिकों के हाथों को कश्मीर में बाँधा गया है, उन्हें शांत रहने और एक्शन ना लेने का आदेश दिया गया है, अन्यथा जिस सैनिक के हाथों में राइफल है वह इतना शांत कैसे रह सकता है और अपना अपमान कैसे सह सकता है.
यह वीडियो देखकर देश के करोड़ों लोग अपमानित महसूस कर रहे हैं, एक सैनिक का अपमान पूरे देश का अपमान है क्योंकि हमारे सैनिक देश की रक्षा करते हैं.
फिलहाल CRPF ने बयान जारी करके कहा है कि उस वक्त उनके हाथों में EVM थी जिसे बचाना जरूरी था, वे EVM को बचाकर लोकतंत्र की रक्षा कर रहे थे, उनके लिए उस पत्थरबाज युवक को जवाब देने के बजाय EVM को बचाना अधिक जरूरी था क्योंकि EVM की रक्षा करना लोकतंत्र की रक्षा करना था.
CRPF कुछ भी कहे लेकिन इस देश के करोड़ों लोग ऐसे भी हैं जिन्हें सिर्फ अपनी इज्जत प्यारी होती है, अपनी इज्जत की रक्षा करने के लिए कितने लोग सब कुछ नीलाम कर देते हैं, ठीक इसी तरह से सैनिकों की इज्जत है, सैनिक शहादत दे दें तो लोग सह लेते हैं लेकिन अगर कोई सैनिक का अपमान करे, उसे लात मारकर भाग ले तो लोग सह नहीं पा रहे हैं.
सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि मोदी जी ऐसे नहीं चलेगा, EVM जाए भाड़ में, हमने हमारे जवानों का अपमान बर्दास्त नहीं, आप इनके हाथों को मत बांधों, इन्हें गद्दारों को ठोंकने का आदेश दो.
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