विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लग गया है, कांग्रेस नेता इमरान मसूद हाथ का साथ छोड़कर आज साइकिल पर सवार हो सकते हैं, इमरान मसूद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के बड़े मुस्लिम नेता थे, लेकिन अब चुनाव से एक महीनें पहले उन्होंने सपा का दामन थामने का फैसला लिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, इमरान मसूद ने आज अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई है, इस मीटिंग में चर्चा के बाद इमरान मसूद औपचारिक रूप से सपा में शामिल होने का ऐलान करेंगे, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मसूद ने आज सपा प्रमुख अखिलेश यादव से भी समय माँगा है. इमरान मसूद एक महीनें पहले से ही कह रहे हैं कि "उत्तर प्रदेश में मुख्य मुकाबला समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच है"।
आपको बता दें कि 2007 में निर्दलीय लड़कर इमरान मसूद ने विधानसभा चुनाव जीता था, 2012 का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा और हार गए और 2013 में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। अगले साल, वह कांग्रेस में वापस आ गए और सहारनपुर से 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा। लेकिन वह दोनों चुनाव हार गए।
2014 में मसूद को चुनाव प्रचार के दौरान नफरत भरे भाषण के लिए गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया था, मसूद ने "नरेंद्र मोदी को टुकड़े-टुकड़े करने" की धमकी दी थी। इमरान मसूद सहारनपुर से पांच बार के कांग्रेस लोकसभा सांसद राशिद मसूद के भतीजे हैं, जिनकी 2020 में मृत्यु हो गई थी।
Post A Comment:
0 comments: