चण्डीगढ़, 21 जनवरी: हरियाणा के गुंडों और बदमाशों ने पुलिस-प्रशासन से बेख़ौफ़ होकर ऐसे ऐसे कारनामें करने शुरू कर दिए हैं जिसकी वजह मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की कुर्सी हिल रही है. लोग उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं, खट्टर की जनता के बीच भी किरकिरी हो रही है, अपनी कुर्सी हिलती देखकर खट्टर एक्शन में आ गए हैं. उन्होंने हरियाणा के डीजीपी से कानून व्यवस्था पर विशेष मीटिंग की जिसके बाद डीजीपी बीएस संधू ने राज्य में बदमाशों को सबक दिखाने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया है.
बी.एस.संधू ने कहा कि नवगठित स्पेशल टास्क फोर्स संगठित अपराध, गैंगस्टरों सहित नशीले पदार्थों व गैर-कानूनी माफिया को पकडने के उदेश्य से किया गया है। स्पेशल टास्क फोर्स का मुख्य उदेश्य अपराधों को रोकना और बेहतर खुफिया नेटवर्क को विकसित करना है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिला पुलिस प्रमुखों को विशेष दिशानिर्देश दिए गए हैं कि महिलाओं के खिलाफ बढते अपराधों के संबंध में सख्त कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि सडक़ों पर पुलिस की उपस्थिति को बढाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि स्पेशल टास्क फोर्स निर्धारित मापदंडों के संचालन प्रक्रिया को अपनाएगी और प्रत्येक कार्यवाही का दस्तावेज तैयार किया जाएगा। स्पेशल टास्क फोर्स में अधिकारियों व कर्मचारियों का चयन उनके सेवा रिकार्ड के अनुसार किया गया है। स्पेशल टास्क फोर्स ने गुुरूग्राम में हाल ही में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है जिसके तहत मंजीत महाल गैंग के चार शूटरों को गिरफ्तार किया गया है जो ज्योति-नंदू सांगवान गैंग के सदस्यों को समाप्त करने के लिए झज्जर जा रहे थे। इनके कब्जे से चार पिस्तौल बरामद की गई है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा गठित स्पेशल टास्क फोर्स का उदेश्य बढती आपराधिक गतिविधियों विशेषकर दिल्ली-एनसीआर के साथ लगते क्षेत्रों व राज्य में कम करने के लिए लिया गया। इस स्पेशल टास्क फोर्स की अध्यक्षता पुलिस महानिरीक्षक सौरभ सिंह करेंगें और इसका संचालन प्रवर पुलिस अधीक्षक सथीश बालन करेंगें।
स्पेशल टास्क फोर्स का मुख्य कार्यालय गुरूग्राम के भौंडसी और अतिरिक्त कार्यालय गुरूग्राम में ट्राफिक टावर में होगा। स्पेशल टास्क फोर्स की छोटी ईकाईयां अन्य रेंजों में होंगें। स्पेशल टास्क फोर्स का गठन हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दिशानिर्देश पर किया गया है ताकि राज्य आपराधिक गतिविधियों को रोका जा सके।
स्पेशल टास्क फोर्स में 75 अधिकारी व कर्मचारी होगें तथा पर्याप्त संख्या में उप पुलिस अधीक्षक, निरीक्षक और अन्य पुलिस कर्मचारी होंगें जिनके पास गुणवत्तापरक हथियार, वाहन और साइबर क्राइम से संबंधित उपकरण होंगें। स्पेशल टास्क फोर्स के पास वर्तमान में ग्लाक पिस्तौल और एके-47 राईफल है और जल्द ही बुलेटपुफ्र बनियान, वाहन और प्रभावी संचालन में उपयोग होने वाले उपकरण होंगें। स्पेशल टास्क फोर्स के गठन के साथ ही दिल्ली और तमिलनाडु तथा अन्य राज्यों की पुलिस संस्थाएं जानकारी हासिल और सांझा कर रही हैं जिससे अपराध पर नकेल कसने में कामयाबी मिलेगी। स्पेशल टास्क फोर्स का मुख्य उदेश्य गिरोहों, खतरनाक अपराधियों, अंतर्रज्जीय शूटर और नशीले पदार्थों के तस्करों पर नकेल कसना हैं।
इस मौके पर पुलिस महानिदेशक बीके सिन्हा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक सीआईडी अनिल राव, गुरूग्राम के पुलिस आयुक्त संदीप खिरवार, फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त अमिताभ सिंह ढिल्लों, साऊथ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सीएस राव, पुलिस महानिरीक्षक केके राव व योगेन्द्र नेहरा तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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