अब बंगाली हिन्दुओं को याद आएँगे योगी, दीदी ने दिया धोखा: पढ़ें

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बंगाल में मुहर्रम की वजह से दशहरा को सिर्फ शाम 6 बजे तक मनाने की आजादी दी गयी है, ममता बनर्जी ने कहा है कि शाम 6 बजे के बाद ना तो दशमी बनाई जा सकेगी और ना ही दुर्गा माँ की प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा ऐसा इसलिए क्योंकि दूसरे दिन मुस्लिमों का त्यौहार मुहर्रम है. ममता ने कहा है कि अगर किसी को दुर्गा माँ की प्रतिमा का विसर्जन करना है तो मुहर्रम के बाद करे क्योंकि मुहर्रम में बाधा नहीं पहुंचनी चाहिए.

अब बंगाल के बंगाली हिन्दुओं को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी बहुत याद आएँगे क्योंकि अब उनके राज्य में ना तो उनकी वैल्यू है और ना ही उनके त्योहारों का कोई आदर है. ऐसा ही फरमान अखिलेश सरकार के समय उत्तर प्रदेश एम् सुनाया जाता था लेकिन योगी के आने के बाद उन्होने हर तरह के प्रतिबन्ध हटा लिए. अखिलेश ने थानों में कृष्ण जन्माष्टमी पर बैन लगा दिया था लेकिन योगी ने आने के बाद ही बैन हटा दिया. योगी ने कहा कि मैं मुस्लिम त्योहारों पर बैन नहीं लगा सकता तो हिन्दू त्योहारों पर बैन क्यों लगाऊं, जब मैं मुस्लिमों को खुली सड़क पर नमाज पढने से नहीं रोक सकता तो मैं थानों में कृष्ण जन्माष्टमी पर रोक क्यों लगाऊं.

योगी ने ऐसा कहते हुए हिन्दू त्योहारों पर से सभी तरह के प्रतिबन्ध हटा लिया. लेकिन बंगाल के लोगों ने फिर से ममता बनर्जी को वोट देकर अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली है क्योंकि अब वे अपने राज्य में दोयम दर्जे के नागरिक हो गए हैं. अब उनके त्योहारों की कोई कीमत नहीं है. अब तो सिर्फ एक धर्म के त्योहारों की कीमत है और अगर उनके लिए हिन्दू त्योहारों पर प्रतिबन्ध भी लगाना पड़ेगा तो ममता बनर्जी चूकेंगी नहीं.

अब बंगाल के लोग सोचेंगे कि काश हमारे भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होते तो हम बंगाल में भी अपना त्यौहार खुलकर मना पाते, ममता बनर्जी हिन्दू त्योहारों पर बैन लगा रही हैं लेकिन योगी ऐसा कभी नहीं करते, वे कहते कि ना तो मैं मुहर्रम पर रोक लगा सकता हूँ और ना ही दशमी पर, हर कोई अपना अपना त्यौहार मनाओ, हमारे राज्य में किसी भी चीज पर बैन नहीं है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बंगाल में बंगाली हिन्दुओं से बहुत बड़ा धोखा हुआ है, उन्होने जो समझकर पिछली बार ममता बनर्जी को वोट दिया था वह उन्हें नहीं मिल रहा है. अब ना तो उनका मान है और ना ही सम्मान है. जब ममता बनर्जी दुर्गा माँ को दो दिन का इन्तजार करा सकती हैं तो आम आदमियों का क्या हाल होगा.
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