हरियाणा से खुश होकर नहीं गए अमित शाह, जल्द ही करेंगे सफाई अभियान, खट्टर भी होंगे साफ: पढ़ें

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देश के 60 भीसदी भूभाग में बीजेपी की सरकार है, जिन भी राज्यों में बीजेपी की सरकार आती है कम से कम 15 साल रहती है लेकिन हरियाणा के बारे में कहा जा रहा है कि अगली बार बीजेपी की वापसी मुश्किल है और इसकी वजह है बीजेपी नेताओं की कामचोरी, लूट, जनता से दूरी और घमंड.

हाल ही में अमित शाह तीन दिवसीय दौरे पर हरियाणा आये थे लेकिन वे यहाँ से खुश होकर नहीं गए क्योंकि यहाँ पर सरकार से ना तो जनता खुश है, ना ही बीजेपी कार्यकर्ताओं के जोश है, अमित शाह भी समझ गए हैं कि अगर ऐसे ही रहा तो अगली बार यहाँ पर बीजेपी का पत्ता साफ़ हो जाएगा और पूरी मेहनत बेकार जाएगी. आपको बता दें कि हरियाणा में पहली बार बीजेपी की सरकार बनी है, मोदी के दम पर विधायकों की जीत हुई और बीजेपी की बहुमत के साथ सरकार बन गयी लेकिन ये विधायक अच्छा काम करके खुद को साबित नहीं कर पा रहे हैं जिसकी वजह से जनता भी इनसे नाराज है.

हरियाणा के बारे में ट्वीट के जरिये हजारों शिकायतें अमित शाह और मोदी को भेजी जाती हैं, बीजेपी विधायकों और सरकार में मंत्रियों की एक एक रिपोर्ट अमित शाह तक पहुँच रही है, अमति शाह खुद हरियाणा की रिपोर्ट लेने तीन दिवसीय दौरे पर आये थे लेकिन यहाँ से उन्हें ख़ुशी नहीं मिली. इसलिए वे हरियाण के लगभग 90 फ़ीसदी बीजेपी नेताओं से नाराज हैं और इसकी वजह विधायकों की कामचोरी और जनता से दूरी है.

अब खबर आ रही है कि अमित शाह जल्द ही हरियाणा में सफाई अभियान शुरू करेंगे और कूड़े को साफ़ करेंगे, अगर जरूरत पड़ी को खट्टर को भी साफ़ कर देंगे क्योंकि खट्टर तीन साल बाद भी पुलिस-प्रशासन को कंट्रोल नहीं कर पाए, उनकी बात ना ही पुलिस वाले सुनते हैं और ना ही प्रशसनिक अधिकारी सुनते हैं, अगर ये कहें कि इस वक्त सबसे खराब कानून व्यवस्था हरियाणा की है तो गलत नहीं होगा. जितने भी इमानदार और जांबाज पुलिस अधकारी होते हैं उसे हरियाणा के ही बीजेपी नेता ट्रान्सफर करवा देते हैं, कुछ दिनों पहले फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर सुभाष यादव को उनकी इमानदारी और जांबाजी की वजाह से बीजेपी नेताओं ने ही ट्रान्सफर करवा दिया था.

अब खबर आ रही है कि चुनाव से एक साल पहले मुख्यमंत्री खट्टर को हटा दिया जाएगा और हो सकता है कि विधानसभा को पहले ही भंग करके लोकसभा के साथ चुनाव करवा दिया जाए. क्योंकि उस वक्त फिर से मोदी लहर होगी और उस लहर में बीजेपी की फिर से सरकार बन सकती है लेकिन खट्टर को हटाए बिना जीत नहीं मिलेगी क्योंकि आज के समय में खट्टर को ना तो हरियाणा की जनता सीरियसली ले रही है और ना ही पुलिस अधिकारी. यही नहीं नगर निगम और हूडा के अधिकारी भी उनकी एक नहीं सुनते. खट्टर को काफी पहले से ही बदलने की मांग की जा रही है, अगर अमित शाह ने एक्शन नहीं लिया तो हरियाणा हाथ से गया समझो क्योंकि बीजेपी विधायक दोनों हाथों से लूट रहे हैं, सबसे अधिक भ्रष्टाचार सीमेंटेड रोड बनाने में किया जा रहा है, एक महीनें बाद ही बीजेपी नेताओं के बनाए सीमेंटेड रोड टूट रहे हैं. जल्द ही बीजेपी पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगने शुरू हो जाएंगी क्योंकि 'चोरी कभी छुप नहीं सकती'.

सूत्रों द्वारा यह भी खबर मिल रही है कि अगले विधानसभा चुनाव में कम से कम 90 फ़ीसदी विधायकों के टिकट काट दिए जाएंगे, ऐसा ही दिल्ली नगर निगम चुनावों में किया गया था, केवल मेहनती और इमानदार विधायकों को ही दोबारा टिकट दिया जाएगा और बाकी को घर बैठकर इनकी बेईमानी, कामचोरी, लूट और भ्रष्टाचार का ईनाम दिया जाएगा, यही नहीं इन सबकी लूट की CBI जांच होगी और सबको जेल भेजा जाएगा.
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