PM MODI ने ऐसा उदाहरण देकर GST को समझाया कि ईमानदार और चोर, दोनों समझ जाएंगे, जरूर पढ़ें

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भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ़ इंडिया (ICAI) के स्थापना दिवस पर नई दिल्ली के इंदिरा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए GST के फायदे के बारे में इतना सटीक उदाहरण देकर समझाया कि ईमानदार और चोर दोनों तरह के लोग बहुत आसानी से समझ सकते हैं कि GST क्या है और इससे देश को क्या फायदा होने वाला है.

मोदी ने खचाखच भरी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा - ये आपका प्यार ही है कि मुझे दिल खोलकर कुछ बातें करने के लिए प्रेरित कर रहा है, मेरी और आपकी देशभक्ति में कोई कमीं नहीं है, जितना मैं देश को आगे बढ़ाना चाहता हूँ उतना ही आप देश को आगे बढ़ते हुए देखना चाहते हैं लेकिन कुछ सच्चाइयाँ हैं जो कभी कभी सोचने के लिए मजबूर करती हैं.

मोदी ने कहा कि - आप लोगों ने सुना होगा, अगर किसी के घर में आग लग जाए और उसकी संपत्ति जल जाए तो वह परिवार स्व-पुरुषार्थ करके बहुत जल्द फिर से मकान खड़ा कर लेता है, परिवार को कष्ट तो होता है, तकलीफ भी होती है लेकिन वह फिर से खड़ा होकर अपना कारोबार शुरू कर देता है और समय रहते संकट से बाहर आ जाता है लेकिन अगर परिवार का एक सदस्य चोरी करने की आदत रखता है तो वह परिवार कभी खड़ा नहीं हो सकता. मोदी ने कहा कि परिवार का एकाध सदस्य अगर परिवार के नियमों को तोड़कर कुछ गलत काम कर देता है तो परिवार समाप्त हो जाता है.

मोदी ने चार्टर्ड अकाउंटेंटों को झकझोरते हुए कहा - कोई भी देश बड़े से बड़े संकटों से खुद को उबार सकता है, बाढ़ हो, भूकंप हो, कोई भी संकट हो, जनता और शासन व्यवस्था मिल करके संकट से बाहर निकल आते हैं लेकिन अगर उस देश में कुछ लोगों को चोरी करने की आदत लग जाए तो जैसे परिवार उठकर नहीं खड़ा हो पाता है उसी तरह से वह देश भी नहीं खड़ा हो पाता. सारे सपने टूट जाते हैं, विकास रुक जाता है, कुछ ही होते हैं जो प्रगति को रोकने का काम करते रहते हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार ने बिगत दो वर्षों में कई कड़े कदम उठाए हैं, नए कानून बनाए गए, पुराने कानून को और सख्त किया गया, कितने ही देशों के साथ समझौते किये हैं, पुराने जो समझौते हैं उसमें बदलाव किया गया है.

मोदी ने बताया कि कालेधन पर कार्यवाही का क्या असर हो रहा है इसका सबूत स्विस बैंक के ताजे आंकड़ों से मिल रही है. स्विस बैंक ने बताया है कि भारतीयों द्वारा जमा राशि अब तक के रिकॉर्ड में सबसे नीचे पहुँच गयी है. तीस साल पहले 1997 में स्विस बैंकों ने बताना शुरू किया था कि किस देश के लोग कितना पैसा वहां जमा करा रहे हैं. पिछले साल की जो रिपोर्ट अब आयी है उसके मुताबिक़ भारतीयों का जो पैसा उसमें जमा है उसमें 45 फ़ीसदी की कमीं आयी है. 2014 से जिन दिन आपने मुझे काम दिया था, उसी दिन से गिरावट का दौर और तेज हो गया है और आपको जान करके दुःख भी होगा, 2013 का स्विस बैंक रिपोर्ट कहता है की 42 फ़ीसदी की वृद्धि थी लेकिन हमारे आने के बाद कम हो गया.

मोदी ने कहा कि आज से दो वर्ष बाद जब स्विस बैंक से रियल टाइम डाटा मिलने लगेगा तो विदेश में काला धन रखने वालों को और मुसीबत होने वाली है.

मोदी ने कहा कि मुझे ऐसा विश्वास है कि स्विस बैंक में पैसा रखने वालों से आपका नाता नहीं होगा लेकिन अगर नाता है तो मैं आपके कान में बता देता हूँ, आप उन्हें बता दीजियेगा.

साथियों देश में भी एक तरफ मैं स्वच्छता अभियान चला रहा हूँ तो दूसरी तरफ मैं अर्थ क्षेत्र में सफाई अभियान चला रहा हूँ, इस देश में 8 नवंबर सबसे ज्यादा आपको याद होगा, नोटबंदी का फैसला भी कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बहुत बड़ा कदम था और मैंने सुना है, सच है या गलत है ये आप जानें, 8 नवम्बर के बाद आप लोगों को बहुत काम करना पड़ा, आप लोगों को इतना काम करना पड़ा, इतना काम करना पड़ा, शायाद पूरे कैरियर में करने की नौबत नहीं आयी होगी, मैंने ये भी सुना है कि बहुत से चार्टर्ड अकाउंटेंट फर्म के लोग दिवाली की छुट्टियाँ मनाने गए थे, होटल बुक थे, एडवांस में पैसे दे दिए गए थे लेकिन सब कुछ कैंसिल करके वापिस आ गए, कहते हैं कि चार्टर्ड अकाउंटेंट के दफ्तर रात रात चलते थे.

मोदी ने कहा कि मुझे मालूम नहीं है कि वापसी के बाद आपने क्या काम किया, सही किया या गलत किया, देश के लिए किया कि अपने क्लाइंट के लिए किया लेकिन किया जरूर था.

मोदी ने कहा कि - साथियों कालेधन के खिलाफ इस सफाई अभियान के दौरान मैं पहली बार कुछ बातें आपके साथ शेयर कर रहा हूँ क्योंकि आप उस बात की ताकत को बराबर समझते हैं. बैंकों में जो पैसे जमा हुस थे सरकार ने उसकी डाटा माइनिंग के लिए बहुत बड़ी व्यवस्था की है, लगातार डाटा माइनिंग चल रही है, कहाँ से रुपये आये, कैसे आये, कहाँ जमा हुए, कहाँ गए, 8 नवम्बर के बाद क्या क्या हुआ है, बहुत कुछ चल रहा है, ये जो डाटा माइनिंग हो रही है, अभी हमनें किसी को पकड़कर पूछताछ नहीं की है, सिर्फ डाटा माइनिंग की है, मैंने पहले ही कहा था कि आपकी देशभक्ति मेरी देशभक्ति से ज़रा भी कम नहीं है लेकिन आप देखिये - 3 लाख से अधिक रजिस्टर्ड कम्पनियाँ ऐसी पायी गयी हैं जिनका लेनदेन सवालों के घेरे में है. उनपर सवालिया निशान लगा है, और ये जितना माइनिंग हुआ है उससे भी अधिक बाकी है, लेकिन जब इन कंपनियों की जाँच शुरू की गयी तो कुछ चीजें इतनी गंभीर पायी गयी हैं अगर देशवासी जानेंगे तो उन्हें पता चल जाएगा कि हम देश के लिए क्या करना चाहते हैं, हमारी सोच क्या है और राजनीतिक इक्षाशक्ति कैसे है.

मोदी ने कहा कि एक तरफ मीडिया और व्यापारी जगत का ध्यान 30 जून की आधी रात क्या होगा इसपर था, 1 जुलाई को क्या होगा इसपर था, 48 घंटे पहले 1 लाख कंपनियों को कलम की ताकत से ख़त्म कर दिया है. रजिस्टर्ड कंपनियों की लिस्ट से इन्हें हटा दिया गया है. ये मामूली निर्णय नहीं है, राजनीति के हिसाब किताब करने वाले ऐसे फैसले नहीं ले सकते हैं, राष्ट्रहित के लिए जीने वाले ही ऐसे फैसले ले सकते हैं. मोदी ने कहा की 1 लाख से अधिक कंपनियों को कलम के एक झटके से ख़त्म करने की ताकत देशभक्ति की प्रेरणा से आती है. जिन्होंने गरीब का लूटा है, उन्हें गरीबों को लौटाना ही पड़ेगा, इसके अलावा सरकार ने 37000 से बोगस और फ्रॉड कंपनियों की पहचान कर ली है, इनके खिलाफ कठोर कदम उठाए जा रहे हैं, जो भी कम्पनियाँ कानून तोड़ेंगी इनके खिलाफ आने वाले समय में और कठोर कार्यवाही की जाएगी.

मोदी ने कहा कि 1 लाख फर्जी कम्पनियों को ख़त्म करने का कितना राजनीतिक नुकसान हो सकता है इसका मुझे पता है लेकिन किसी ना किसी को तो देश के लिए जाना ही पड़ेगा.

मोदी ने कहा कि नोटबंदी के बाद ये 1 लाख फर्जी कंपनियां आपकी बिरादरी में से किसी ना किसी के पास तो आयीं ही होंगी, किसी ना किसी CA ने तो इनकी मदद की ही होगी, क्या आप लोगों को ऐसे लोगों को पहचानने की जरूरत नहीं है, क्या आप लोगों को ऐसे लोगों को पहचानकर बिरादरी से बाहर नहीं करना चाहिए.
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