Haridwar, 3 May: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज हरिद्वार में बाबा रामदेव के पतंजलि रिसर्च इंस्टिट्यूट का उद्घाटन किया साथ ही विश्व आयुर्वेद इन्साइक्लोपीडिया पुस्तक का विमोचन भी किया, इससे पहले उन्होंने केदारनाथ मंदिर का दर्शन किया और भगवान शिव की पूजा अर्चना भी की.
मोदी ने पतंजलि विद्यापीठ में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज मुझे केदारनाथ जाकर बाबा के दर्शन करने का सौभाग्य मिला और वहां से आप सब के बीच आने और आप सबके आशीर्वाद पाने का सौभाग्य मिला.
मोदी ने कहा कि मुझे पता नहीं था कि इतना तामझाम रखा गया है, आज बाबा ने मुझे सरप्राइज कर दिया, आज बड़ी भावुकता के साथ मुझे विशेष सम्मान से आभूषित किया, अलंकृत किया, मैं स्वामी जी का और पतंजलि के पूरे परिवार का अन्तःकरण पूर्वक आभार व्यक्त करता हूँ.
मोदी ने कहा कि जिन लोगों के बीच में लालन पालन हुआ है, जिन लोगों ने मुझे संस्कारित किया है, मुझे शिक्षा दीक्षा दी है, उससे मैं इस बात को भली भाँती समझता हूँ कि जब आपको मान सम्मान मिलता है तो उसका मतलब होता है कि आपसे 'ये ये ये' प्रकार की अपेक्षाएं हैं और ज़रा सा भी आगे पीछे मत करो और इसे पूरा करो.
मोदी ने कहा कि एक प्रकार से मुझे कैसे जीना चाहिए, कैसा आचरण करना चाहिए, इसका एक Do और Dont का एक बड़ा दस्तावेज गुरूजी ने रख दिया है लेकिन सम्मान के साथ साथ आप सबके आशीर्वाद, सवा सौ करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद पर मुझे पूरा भरोसा है.
मोदी ने कहा कि मुझे अपने पर उतना भरोसा नहीं है जितना सवा सौ करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद की ताकत पर भरोसा है और इसलिए वो आशीर्वाद ऊर्जा का श्रोत है, संस्कार उसकी मर्यादाओं में बांधकर रखते हैं और राष्ट्र के लिए समर्पित जीवन जीने के लिए नित्य नयी प्रेरणा देते हैं.
मोदी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है, मुझे बार बार आपके बीच आने का सौभाग्य मिला है. ये भी मेरा सौभाग्य रहा है कि मैंने स्वामी रामदेव को शुरुआत से ही देखा है कि किस तरह वे दुनिया के सामने उभरकर आते गए, मैंने उन्हें बहुत निकट से देखा है.
मोदी ने कहा कि रामदेव अक संकल्प और संकल्प के प्रति समर्पण यही उनकी सफलता की सबसे बड़ी जड़ी बूटी है, ये जड़ी बूटी बाल कृष्ण आचार्य की खोजी हुई जड़ी बूटी नहीं है, ये स्वामी जी ने खुद की खोजी हुई जड़ी बूटी है, बालकृष्ण की जड़ी बूटी शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए काम आती है लेकिन स्वामी रामदेव की जड़ी बूटी हर संकटों को पार करके नैया को आगे बढाने की ताकत देने वाली है.
इसके बाद मोदी ने बाबा रामदेव के पतंजलि रिसर्च सेण्टर का जिक्र करते हुए कहा कि यह विश्व के सभी आधुनिकतम सेंटरों को टक्कर दे सकता है, यहाँ पर रिसर्च की सभी आधुनिकतम मशीने और रिसोर्स मौजूद हैं. बाबा रामदेव बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, इनके कम से दुनिया को दिशा मिल सकती है.
मोदी ने कहा कि जिन लोगों के बीच में लालन पालन हुआ है, जिन लोगों ने मुझे संस्कारित किया है, मुझे शिक्षा दीक्षा दी है, उससे मैं इस बात को भली भाँती समझता हूँ कि जब आपको मान सम्मान मिलता है तो उसका मतलब होता है कि आपसे 'ये ये ये' प्रकार की अपेक्षाएं हैं और ज़रा सा भी आगे पीछे मत करो और इसे पूरा करो.
मोदी ने कहा कि एक प्रकार से मुझे कैसे जीना चाहिए, कैसा आचरण करना चाहिए, इसका एक Do और Dont का एक बड़ा दस्तावेज गुरूजी ने रख दिया है लेकिन सम्मान के साथ साथ आप सबके आशीर्वाद, सवा सौ करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद पर मुझे पूरा भरोसा है.
मोदी ने कहा कि मुझे अपने पर उतना भरोसा नहीं है जितना सवा सौ करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद की ताकत पर भरोसा है और इसलिए वो आशीर्वाद ऊर्जा का श्रोत है, संस्कार उसकी मर्यादाओं में बांधकर रखते हैं और राष्ट्र के लिए समर्पित जीवन जीने के लिए नित्य नयी प्रेरणा देते हैं.
मोदी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है, मुझे बार बार आपके बीच आने का सौभाग्य मिला है. ये भी मेरा सौभाग्य रहा है कि मैंने स्वामी रामदेव को शुरुआत से ही देखा है कि किस तरह वे दुनिया के सामने उभरकर आते गए, मैंने उन्हें बहुत निकट से देखा है.
मोदी ने कहा कि रामदेव अक संकल्प और संकल्प के प्रति समर्पण यही उनकी सफलता की सबसे बड़ी जड़ी बूटी है, ये जड़ी बूटी बाल कृष्ण आचार्य की खोजी हुई जड़ी बूटी नहीं है, ये स्वामी जी ने खुद की खोजी हुई जड़ी बूटी है, बालकृष्ण की जड़ी बूटी शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए काम आती है लेकिन स्वामी रामदेव की जड़ी बूटी हर संकटों को पार करके नैया को आगे बढाने की ताकत देने वाली है.
इसके बाद मोदी ने बाबा रामदेव के पतंजलि रिसर्च सेण्टर का जिक्र करते हुए कहा कि यह विश्व के सभी आधुनिकतम सेंटरों को टक्कर दे सकता है, यहाँ पर रिसर्च की सभी आधुनिकतम मशीने और रिसोर्स मौजूद हैं. बाबा रामदेव बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, इनके कम से दुनिया को दिशा मिल सकती है.
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