कुमार विश्वास भी कन्फ्यूज हैं, आपियों को भी कन्फ्यूज कर रखा है, हमेशा ले रहा हैं U-TURN

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New Delhi: आम आदमी पार्टी की नौटंकी में कुमार विश्वास का रोल किसी को समझ में नहीं आ रहा है, कुमार विश्वास कभी कुछ बोलते हैं और कभी कुछ बोलने लगते हैं, बैटिंग भी वही कर रहे हैं, बोलिंग भी वही कर रहे हैं और फील्डिंग भी वही करने लगते हैं, आपिये समझ ही नहीं पा रहे हैं कि वे जाएं तो जाएं कहाँ. कुमार विश्वास हमेशा U-Turn ले रहे हैं, मतलब आपियों को उन्होंने फ़ुटबाल बना रखा है, कभी केजरीवाल गोल मारते हैं और कभी कुमार विश्वास गोल मारते हैं.

कुमार विश्वास कभी इस्तीफ़ा देने का इशारा करते हैं, कभी अमानतुल्ला को पार्टी से निकलवाते हैं और कभी उन्हें वापस लेकर बड़े बड़े पद दे देते हैं, कभी राजस्थान के प्रभारी बन जाते हैं और कभी आन्दोलन शुरू करने की धमकी देते हैं, अचानक केजरीवाल को इमानदार बताने लगते हैं और कहते हैं कि केजरीवाल बुरे हो ही नहीं सकते, केजरीवाल रिश्वत ले ही नहीं सकते.

आपिये कन्फ्यूज हैं कि जाएं तो जाएं कहाँ, केजरीवाल के खेमे में रहें या कुमार विश्वास के खेमे में, केजरीवाल के खेमे में रहते हैं तो कुमार विश्वास इस्तीफ़ा देने का इशारा करते हैं और वे जब कुमार विश्वास के खेमे में आते हैं तो कुमार विश्वास केजरीवाल को इमानदार बताने लगते हैं, लेकिन अब आपिये भी कुमार विश्वास की चाल समझ गए हैं, उन्हें पता है कि कुमार विश्वास राष्ट्रवादी और ईमानदार होने का ढोंग करके उन्हें सिर्फ मूर्ख बना रहा है, असलियत ये है कि ये केजरीवाल से मिला हुआ है और उन्हें बचाने के लिए यह सब नाटक रचा है क्योंकि इस वक्त आप कार्यकर्त्ता केजरीवाल से नाराज हैं, वे पार्टी ना छोड़ ना दें इसलिए कुमार विश्वास केजरीवाल का विरोध करने का दिखावा करता है ताकि पार्टी छोड़ने वाले आपियों को अपने साथ दौड़ा रहा है.

आप खुद देखिये कल कुमार विश्वास इशारों इशारों में केजरीवाल को विश्वासघाती दोस्त बता रहे थे, वे कह रहे थे कि अगर तू दोस्त है तो तेरे हाथों में खंजर क्यों है -

देखिये आपिये ट्विटर पर क्या लिख रहे हैं कुमार विश्वास के लिए -
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