कुमार विश्वास की बयानबाजी से केजरीवाल बहुत नाराज, लेकिन मजबूरी है निकाल नहीं सकते: पढ़े क्यों?

arvind-kejriwal-upset-from-kumar-vishwas-statement-in-media

नई दिल्ली, 2 मई: आपने देखा होगा कि अरविन्द केजरीवाल ने किस तरह से प्रशांत भूषण, योगेन्द्र यादव और प्रोफेशन आनंद कुमार को किस तरह से पार्टी से लात मारकर और गालियाँ देकर निकाला था, उन्होंने एक बार कैमरे के सामने कहा था कि ऐसे लोगों के पिछ-वाड़े पर लात मारकर पार्टी से निकाल देना चाहिए, इसके बाद प्रशांत भूषण और योगेन्द्र यादव खुद ही पार्टी से निकल गए.

पिछले पांच-छह दिन से जिस तरह से कुमार विश्वास मीडिया में आम आदमी पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं, केजरीवाल को भ्रष्टाचारी बताकर जिस तरह से कुमार विश्वास खुद राजा हरिश्चंद्र बनने की कोशिश कर रहे हैं केजरीवाल उनसे बहुत नाराज हैं लेकिन वह चाहकर भी कुमार विश्वास के खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले सकते क्योंकि इस वक्त आधे से भी अधिक विधायक कुमार विश्वास के साथ हैं, केजरीवाल की एक गलती उनपर भारी पड़ सकती है और उन्हें सरकार से हाथ धोना पड़ सकता है, दिल्ली MCD चुनाव में साफ़ साफ़ पता चल गया है कि दिल्ली की जनता केजरीवाल के कारनामों से कितनी नाराज है, अगर इस वक्त केजरीवाल के खिलाफ बगावत हो जाती है, उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया जाता है तो उनके समर्थन में दिल्ली का कोई भी आम आदमी नहीं आएगा, केजरीवाल इस वक्त भरी महफ़िल में भी अकेले हैं.

केजरीवाल कुमार विश्वास ने नाराज तो हैं लेकिन उन्हें अपना भाई भी बता रहे हैं क्योंकि अब कुमार विश्वास के ही हाथों में केजरीवाल का भविष्य है, अगर केजरीवाल ने पहले जैसी तानाशाही दिखाई और कुमार विश्वास को लात मारकर पार्टी से भगाना चाहा तो 80 फ़ीसदी आप विधायक केजरीवाल से बगावत कर देंगे और कुमार विश्वास के साथ मिलकर नयी सरकार बना लेंगे.

कल AAP विधायक अमानतुल्लाह ने कुमार विश्वास को बीजेपी का एजेंट बता दिया, इसके बाद कुमार विश्वास नाराज हो गए और उन्होंने अमनातुल्लाह पर कड़ी कार्यवाही की मांग की, आज कुमार विश्वास की मांग पर PAC की बैठक बुलाई गए, बैठक में केजरीवाल, संजय सिंह, मनीष सिसोदिया और गोपाल राय मौजूद रहे लेकिन कुमार विश्वास नहीं आये, PAC में ज्यादातर विधायक कुमार विश्वास के समर्थन में दिखे इसलिए अमानतुल्लाह को PAC से बर्खास्त कर दिया गया.

मीटिंग के बाद मनीष सिसोदिया मीडिया से रूबरू हुए तो उन्होने कुमार विश्वास को लेकर अपनी और केजरीवाल की नाराजगी दिखा दी, उन्होंने कहा कि जिस तरह से कुमार विश्वास पिछले दो तीन दिनों से मीडिया में बयानबाजी कर रहे हैं, VIDEO जारी कर रहे हैं उससे पार्टी को नुकसान हो रहा है, इस सब से मैं भी आहत हूँ और केजरीवाल भी आहत हैं, आगे से मैं सभी नेताओं को सलाह देता हूँ कि वो अपनी बात पार्टी के अन्दर रखे, मेरे सामने रखे, केजरीवाल के सामने रखे, इस तरह से बयानबाजी करने से सभी को बचना चाहिए, चाहे वो कुमार विश्वास हों या अमानतुल्लाह खान.

मतलब साफ़ है, केजरीवाल की तानाशाही अभी तक गयी नहीं है, जो आदमी प्रधानमंत्री को पागल और सनकी बता सकता है उसके सामने कुमार विश्वास क्या चीज हैं लेकिन केजरीवाल अपनी औकात समझ चुके हैं, अब वे सिर्फ मौके का इन्तजार करेंगे और मौका मिलते ही कुमार विश्वास को भी लात मारकर पार्टी से बाहर करेंगे, जिस तरह से उन्होने प्रशांत भूषण और योगेन्द्र यादव को किया था.
फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

Delhi

Post A Comment:

0 comments: