New Delhi, 5 April: प्रधानमंत्री #NarendraModi पहले से ही जानते थे कि अगर दिल्ली में #ArvindKejriwal की सरकार बन गयी तो क्या होगा और आज वही हो रहा है, मोदी की बातें विल्कुल सही साबित हो रही हैं, दिल्ली में केजरीवाल सस्ती बिजली पानी तो दे रहे हैं लेकिन विकास पूरी तरह से ठप हो गया है, मतलब केजरीवाल 100 रुपये की बिजली सस्ती करके दिल्ली वालों का 1000 रुपये का विकास का हक मार ले रहे हैं, अब दिल्ली वालों को समझ में आ रहा है कि केवल सस्ती बिजली पानी से भला नहीं होने वाला, बच्चों को पढने के लिए स्कूल चाहिए, इलाज के लिए अस्पताल चाहिए, खाने के लिए सस्ता भोजन चाहिए, नतीजा ये निकल रहा है कि 100 रुपये की सस्ती बिजली पाने के लिए 1000 रुपये फ़ालतू खर्च हो रहे हैं मतलब 900 रुपये का घाटा।
मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं, नई दिल्ली भारत की राजधानी है, अगर दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनी होती तो यहाँ पर विकास शुरू हो गया होता, खुद मोदी के ऊपर ही दिल्ली के विकास का प्रेसर होता जिस तरह से उनके ऊपर वाराणसी के विकास का प्रेशर है और वहां पर विकास हो भी रहा है।
मोदी को पता था कि दिल्ली वाले लालच में आकर केजरीवाल को वोट देने जा रहे हैं इसीलिए उन्होंने एक धूर्त ऑटो वाले का उदाहरण देकर लोगों को केजरीवाल के बारे में समझाया था लेकिन लोग नहीं माने और केजरीवाल को वोट दे दिया।
क्या कहा था मोदी ने - मोदी ने कहा था कि - एक चालाक ऑटो वाला था जिसनें ऑटो में बोर्ड लगवा रखा था कि ऑटो में बैठना फ्री है, फ्री के चक्कर में लोग ऑटो में बैठते थे और मजे से घूमते थे लेकिन जब वे ऑटो से उतरने लगते थे तो ऑटो वाला पैसे मांगता था। ऑटो वाले को किराया मांगते देखकर यात्री कहते थे - आपने तो लिखवा रखा है ऑटो में बैठना फ्री है तो किस बात के पैसे मांग रहे हैं, इसके बाद चालाक ऑटो वाला बोलता था कि ऑटो में बैठना फ्री है लेकिन उतरने का किराया लगता है। मोदी ने दिल्ली वालों को सतर्क किया था कि दिल्ली में चुनाव जीतने के बाद केजरीवाल भी यही करेंगे, एक हाथ से देंगे और दूसरे हाथ से ले लेंगे।
हमको सरकार चलाना आता है और उनको धरना देना आता है: मोदी
मोदी ने यह भी कहा था कि केजरीवाल एंड पार्टी धरना देने, रोड जाम करने, प्रदर्शन करने और अराजकता फैलाने में माहिर है जबकि हम सरकार चलाने में माहिर है, उन्होंने कहा था कि केजरीवाल को धरने में महारत हासिल है इसलिए उन्हें धरना करने का काम दो और हमें सरकार चलाने में महारत हासिल है इसलिए हमें सरकार चलाने का काम दो।
दिल्ली वालों को मोदी ने बहुत समझाया लेकिन लोग केजरीवाल के झूठे वादों के चक्कर में इस कदर पड़ गए कि उन्हें 70 में से 67 सीटें दे दीं।
अब केजरीवाल खुलेआम दिल्ली का खजाना अनाप शनाप कामों में उड़ा रहे हैं, दूसरों पर झूठे आरोप वे लगाते हैं और अपने बचाव के लिए वकील सरकारी खजाने से खर्च करते हैं, दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की हालत ठीक करने के बजाय अनाप शनाप पैसा मोहल्ला क्लिनिक खोलने में लगाते हैं और अपने ख़ास लोगों के यहाँ मोहल्ला क्लिनिक खुलवाकर उन्हें मोटा किराया देते हैं और उनसे कमीशन लेते हैं, यह आरोप बीजेपी वालों ने केजरीवाल के ऊपर लगाया है।
केजरीवाल पर यह आरोप भी लग रहे हैं कि उन्होंने दिल्ली के खजाने का पैसा पंजाब और गोवा में चुनाव लड़ने के खर्च किया है, अपने प्रचार पर खर्च किया है, दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश पर उप-राज्यपाल ने केजरीवाल से 97 करोड़ रुपये वसूलने के आदेश दिए हैं।
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