जौनपुर: राहुल गाँधी पक्के नास्तिक माने जाते थे, कई बार उन्होंने साफ़ साफ़ भगवान राम को भगवान मानने से इनकार किया है, वे राम के अस्तित्व को भी मानने से इनकार कर चुके हैं, वे अपनी रैलियों में कभी भी भारत माता की जय नहीं बोलते, उन्होंने कभी गंगा नदी को माँ नहीं माना लेकिन अब वे धीरे धीरे बदल रहे हैं और वो भी मोदी की वजह से, मोदी धीरे धीरे एक नास्तिक को आस्तिक बना रहे हैं।
इससे पहले कांग्रेस ने कभी सोचा भी नहीं था कि अच्छी हिंदी बोलने से कोई जमीन से आसमान पर पहुँच सकता है इसलिए सभी कांग्रेसी नेता सिर्फ अंगरेजी में भाषण देते थे, आपने कभी भी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और बड़े मंत्रियों को हिंदी में भाषण देने नहीं सुना होगा, राहुल गाँधी स्वयं अंगरेजी में भाषण देते थे लेकिन जैसे ही उन्होंने देखा कि मोदी हिंदी में बढ़िया भाषण देते हैं और इसी वजह से उनका जादू भारत में सर चढ़कर बोलता है, अब राहुल गाँधी भी हिंदी में भाषण देना सीख रहे हैं।
दो दिन पहले राहुल गाँधी वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की और भगवान के आगे अपने शीश झुकाए, अगर मोदी मंदिर में नहीं जाते तो राहुल गाँधी भी मंदिर नहीं जाते ये पक्का है, मोदी एक नास्तिक को भी मंदिर में खींच लाए।
आज राहुल गाँधी ने गंगा नदी को भी माता मान लिया, उन्होने जौनपुर रैली में कहा - गंगा माँ उत्तर प्रदेश से होकर निकलती है, देखी है आपने, ये जो नदी है ये हम सबकी माता है, सही बात है, ये हमारे खेत को पानी देती है, हमें पीने के लिए पानी देती है, इस हिन्दुस्तान में एक व्यक्ति खड़ा होता है और कहता है मित्रों - गंगा माँ ने अपने बेटे को बुलाया है, मोदीजी - क्या गंगा माँ को पूरे हिंदुस्तान में सिर्फ एक ही बेटा मिला और वो भी गुजरात से, क्या उत्तर प्रदेश के बेटे गंगा के बेटे नहीं हैं, क्या हिंदुस्तान के बेटे गंगा के बेटे नहीं हैं, सिर्फ आप हो गंगा माँ के बेटे। देखें VIDEO।
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