कुंडा, 12 मार्च: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के कुंडा क्षेत्र के विधायक राजा भैया उर्फ़ रघुराज प्रताप सिंह ने एक बार फिर से मोदी लहर को हरा दिया और यह भी साबित कर दिया कि चाहे मोदी लहर हो या मोदी की सूनामी, उनके इलाक में घुसते ही गायब हो जाती है, कुंडा में कोई लहर नहीं चलती अगर लहर चलती है तो सिर्फ राजा भैया की लहर चलती है।
इस बार उत्तर प्रदेश में प्रचंड मोदी लहर थी, इस लहर का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि राहुल गाँधी के हाथों से अमेठी छिन गयी, अखिलेश के हाथों से उनका इटावा छिन गया, मुलायम की बहू अपर्णा यादव हार गयीं लेकिन राजा भैया के हाथों से कुंडा नहीं जा सकता, एक बार फिर से राजा भैया लाखों वोटों से चुनाव जीत गए।
राजा भैया पिछले पांच बार से कुंडा के विधायक हैं, उन्होंने पहली बार 1993 में चुनाव लड़ा था और केवल 26 वर्ष की उम्र में विधायक बन गए थे, उनके बारे में सबसे ख़ास बात यह है कि वे किसी पार्टी से नहीं बल्कि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ते हैं और कभी हारते नहीं हैं, इस बार भी उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और बीजेपी उम्मीदवार जानकी शरण को 1,03,647 वोटों से हरा दिया। बीजेपी को केवल 32 हजार 950 वोट मिले।
रघुराज प्रताप सिंह भले ही आजाद चुनाव लड़ते हैं लेकिन मायावती को छोड़कर जिसकी भी सरकार बनती है उसे समर्थन देकर मंत्री बन जाते हैं, वे दो बार बीजेपी सरकार में मंत्री रह चुके हैं जबकि पिछली सपा सरकार में भी खाद्य आपूर्ति मंत्री थे। मतलब वे मौका देखकर चौका मारते हैं और अपने ऊपर किसी पार्टी का लेवल नहीं लगाते। उनके इलाके के लोग भी यही सोचते हैं कि सरकार किसी की भी लेकिन राजा भैया को मंत्री तो बनना ही है। राजा भैया की सिर्फ एक ही दुश्मन है और वो हैं मायावती, जब मायावती सरकार में आती हैं तो राजा भैया का जीना हराम कर देती हैं।
राजा भैया को भले ही मायावती कुंड का गुंडा बताती हैं लेकिन राजा भैया कभी भी किसी गरीब को परेशान नहीं करते, किसी के घर, जमीन पर कब्ज़ा नहीं करते, वे गुंडई तो करते हैं लेकिन जनता के लिए, जब कोई अधिकारी जनता को परेशान करता है तो राजा भैया जाकर उसकी वाट लगा देते हैं, कोई गुंडा जनता को परेशान करता है तो राजा भैया उसकी वाट लगा देते हैं इसीलिए जनता भी उन्हें अपना बेटा अपना भाई समझकर प्यार करती है और चुनाव के दिन उनपर वोटों की वारिश कर देती है।
राजा भैया को भले ही मायावती कुंड का गुंडा बताती हैं लेकिन राजा भैया कभी भी किसी गरीब को परेशान नहीं करते, किसी के घर, जमीन पर कब्ज़ा नहीं करते, वे गुंडई तो करते हैं लेकिन जनता के लिए, जब कोई अधिकारी जनता को परेशान करता है तो राजा भैया जाकर उसकी वाट लगा देते हैं, कोई गुंडा जनता को परेशान करता है तो राजा भैया उसकी वाट लगा देते हैं इसीलिए जनता भी उन्हें अपना बेटा अपना भाई समझकर प्यार करती है और चुनाव के दिन उनपर वोटों की वारिश कर देती है।
Post A Comment:
0 comments: