लखनऊ: कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश चुनाव के नतीजे आने से पहले ही बीजेपी वालों को खुशखबरी दे दी है, अगर इनकी बात पर यकीन करें तो अब उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता और कांग्रेसियों ने तो 100 परसेंट बीजेपी सरकार बनना मान लिया है और नतीजे आने से पहले ही अपना रंग बदलकर उत्तर प्रदेश पुलिस को बीजेपी की बता दिया है।
कल लखनऊ में ISIS आतंकी सैफुल्लाह का UP पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार है और पुलिस भी उनकी है, कांग्रेस समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ रही है यानी समाजवादी पार्टी के साथ साथ यूपी पुलिस कांग्रेस की भी है लेकिन कांग्रेस अपनी ही पुलिस पर भरोसा नहीं कर रही है, यूपी पुलिस ने ISIS आतंकी का एनकाउंटर किया और कांग्रेस यूपी पुलिस पर भरोसा ना करके उससे सबूत मांग रही है।
होना तो यह चाहिए था कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस आतंकी सैफुल्लाह के एनकाउंटर करने का क्रेडिट लेती, वाहवाही लूटती, अपनी पुलिस की बहादुरी बताती, लेकिन कांग्रेस ने ऐसा नहीं किया और ऐसा जाहिर किया जैसे कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार है और पुलिस भी बीजेपी की है, जिस तरह से कांग्रेस ने SIMI आतंकियों के एनकाउंटर के बाद मध्य प्रदेश पुलिस से सबूत माँगा था उसी तरह से UP पुलिस से सबूत मांग रही है।
आपने देखा होगा कि सातवें चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश पुलिस की तारीफ की थी, कानून व्यवस्था की तारीफ की थी, 100 नंबर की तारीफ की थी, चूंकि कांग्रेस भी समाजवादी पार्टी की साथी है इसलिए उसका भी यही रवैया था और पुलिस की तारीफ करती थी लेकिन 8 तारीख को ही कांग्रेस नेताओं ने UP Police को बीजेपी का बताना शुरू कर दिया।
कांग्रेस के एक नेता पी सी चाको ने कहा कि वोट के लिए सैफुल्ला का एनकाउंटर किया गया है, केंद्र सरकार लोगों को मजहब में बांटना चाहती है, टीवी पर सभी कांग्रेस प्रवक्ता UP Police से सबूत मांगने लगे जबकि बीजेपी नेता UP Police की तारीफ कर रहे हैं, बीजेपी नेता ऐसा जता रहे हैं कि UP Police उनकी है जबकि कांग्रेसी नेता ऐसा जता रहे हैं कि UP Police बीजेपी की है यानी बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टी के नेताओं ने मान लिया है कि UP में BJP सरकार बन रही है।
अगर कांग्रेस को रत्ती पर भी अपनी और समाजवादी पार्टी की जीत होने की आशा होती तो कह UP पुलिस पर कभी भी शक ना करती, उसकी पीठ ठोंकती, वाहवाही लूटती, क्योंकि जीत के बाद यही पुलिस उसके हाथों में होती लेकिन कांग्रेस अपनी और समाजवादी पार्टी की हार पर 101 फ़ीसदी विश्वास है।
आपने देखा होगा कि सातवें चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश पुलिस की तारीफ की थी, कानून व्यवस्था की तारीफ की थी, 100 नंबर की तारीफ की थी, चूंकि कांग्रेस भी समाजवादी पार्टी की साथी है इसलिए उसका भी यही रवैया था और पुलिस की तारीफ करती थी लेकिन 8 तारीख को ही कांग्रेस नेताओं ने UP Police को बीजेपी का बताना शुरू कर दिया।
कांग्रेस के एक नेता पी सी चाको ने कहा कि वोट के लिए सैफुल्ला का एनकाउंटर किया गया है, केंद्र सरकार लोगों को मजहब में बांटना चाहती है, टीवी पर सभी कांग्रेस प्रवक्ता UP Police से सबूत मांगने लगे जबकि बीजेपी नेता UP Police की तारीफ कर रहे हैं, बीजेपी नेता ऐसा जता रहे हैं कि UP Police उनकी है जबकि कांग्रेसी नेता ऐसा जता रहे हैं कि UP Police बीजेपी की है यानी बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टी के नेताओं ने मान लिया है कि UP में BJP सरकार बन रही है।
अगर कांग्रेस को रत्ती पर भी अपनी और समाजवादी पार्टी की जीत होने की आशा होती तो कह UP पुलिस पर कभी भी शक ना करती, उसकी पीठ ठोंकती, वाहवाही लूटती, क्योंकि जीत के बाद यही पुलिस उसके हाथों में होती लेकिन कांग्रेस अपनी और समाजवादी पार्टी की हार पर 101 फ़ीसदी विश्वास है।
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