फतेहपुर, 19 फ़रवरी: प्रधानमंत्री मोदी ने आज फतेहपुर में बड़ी चुनावी रैली को संबोधित किया, लाखों की भीड़ के सामने मोदी ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि सपा और बसपा के खेल में उत्तर प्रदेश के 14 वर्ष बर्बाद हो गए, 14 वर्ष पहले यहाँ पर थोड़े समय के लिए बीजेपी की सरकार बनी थी, सपा बसपा के समय उत्तर प्रदेश विकास के मामले में वनवास झेल रहा है इसलिए अब बीजेपी का वनवाश ख़त्म होते ही उत्तर प्रदेश में विकास का वनवाश भी ख़त्म हो जाएगा और राज्य विकास की नयी ऊँचाइयों को छूने लगेगा। देश आगे बढ़ रहा है इसलिए उत्तर प्रदेश को पीछे नहीं रहें देना चाहिए।
मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनाव के दो चरण पूर्ण हो चुके हैं, तीसरा चरण चल रहा है और में देख रहा हूँ कि मतदाता बहुत ही भारी उत्साह के साथ, नए सपनों और नयी आशा के साथ भरपूर उमंग के साथ मतदान कर रहे हैं। पहले दो चरण के संकेत साफ़ बता रहे हैं कि बीजेपी भारी बहुमत से उत्तर प्रदेश में विकास की गंगा बहाएगी।
मोदी ने कहा कि सरकारी खजाने से अनाप शनाप धन लुटाकर, टीवी और अखबारों में छाए रहने का प्रयास करके, जितना धन विज्ञापन में खर्च कर सकते हैं खर्च करके, उत्तर प्रदेश की सपा सरकार से सोचा था कि धुंवाधार प्रचार करके लोगों की आँखों में ऐसी धूल झोंकेंगे कि लोग दूसरा कुछ देख ही नहीं पाएंगे लेकिन भाइयों बहनों ये जनता है, सबकुछ जानती है। जनता बड़ी आसानी से दूध का दूध और पानी का पानी कर लेती है, आपके इरादे नेक हैं या नहीं हैं, आपकी नीयत साफ़ है या नहीं है, आपकी नीतियां ठीक हैं या नहीं हैं। आपकी प्राथमिकताएं उचित हैं या नहीं, ये जनता जनार्दन भली भाँती समझ लेती है।
मोदी ने कहा - आपने देखा, कुछ लोगों (कांग्रेस) को लगा कि मौका आया है, सारे देश में तो पिट गए लेकिन अपने पुरखों के नाम पर शायद उत्तर प्रदेश में बच जाएं, बड़ी आशाएं थीं, बड़े सपने थे, जिन्होंने (राहुल गाँधी) कभी तेज धूप नहीं देखी थी, जिनको यह भी नहीं पता था कि रात को गाँव कैसे लगता है, जो सोने के चम्मच लेकर पैदा हुए थे ऐसे लोग 27 साल यूपी बेहाल का नारा लेकर गाँव गाँव गए, उनको लग रहा था कि मौका है, सपा ख़त्म हो रही है शायद बीच में जगह मिल जाए, उन लोगों ने पूरा भ्रमण करने के बाद पाया कि बात नहीं बनेगी।
भारी प्रचार करने वालों (अखिलेश यादव) को भी लगा कि पांच साल बीत चुके हैं, अब जनता का विश्वास टूट चुका है। उन्होंने सोचा कि तू भी डूब रह है, हम भी डूब रहे हैं, चलो यार दोनों हाथ पकड़ लेते हैं, हो सकता है कि बच जाएं। जब उन्होने हाथ पकड़ा, गले लगे तो पहले ही दिन पता चला कि रास्ता बड़ा कठिन है, पहले ही दिन रथ पर निकले थे तारों के बीच में फंस गए और राहुल गाँधी कांप रहे थे कि कहीं करंट ना लग जाए। अखिलेश जी नहीं काँप रहे थे उसके दूसरे नए साथी यानी राहुल गाँधी काँप रहे थे, सोच रहे थे कि तारों के बीच से रथ निकल रहा है कहीं तारों से छू जाएगा तो गए। अखिलेश जी नहीं डर रहे थे क्योंकि उन्हें पता था कि तार है लेकिन यहाँ पर बिजली तो रहती नहीं है।
मोदी ने कहा कि ये पांच दिन तो बड़े नाच रहे थे, ऐसे गाने सुना रहे थे कि वाह वाह कुछ नया कर दिया लेकिन जैसे ही नामांकन भरना शुरू हुआ एक के बाद एक पत्ते खुलने लगे। पहले सपा वाले कहते थे कि हम किसी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे, पहले से अधिक सीटें लाएंगे और दो तिहाई से सरकार बनाएगें। थोड़े दिन के बाद वो बोलना बंद कर दिए और वो कहने लगे, अब हम दोनों मिल गए हैं इसलिए दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाएंगे। लेकिन आज अखिलेश ने सुबह मतदान करने के बाद टीवी वालों से कहा - हमारी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी तो बनेगी ही।
मोदी ने कहा कि सुबह सुबह इंसान फ्रेश रहते हैं, तेज तर्रार रहते हैं, अखिलेश की उम्र भी तो ऐसी है लेकिन मैंने टीवी पर देखा, अखिलेश का चेहरा लटक गया था, आवाज में दम नहीं था, डरे हुए थे, शब्द खोज रहे थे, आप भी देखना टीवी पर चल रहा था, ऐसा लगा कि जैसे वो बाजी हार चुके थे, बड़ी मुश्किल से बोले। मोदी ने कहा कि चुनाव से पहले अकेले जीतने की बात कहते थे, उसके बाद बोले समझौता किया है इसलिए जीतेंगे लेकिन आज सुबह कह रहे थे - हमारी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी तो बनेगी ही।
मोदी ने कहा - क्या हुआ अखिलेश भाई, अभी तो तीसरा चरण हुआ नहीं और आपके हौसले पहले ही पस्त हो गए, उसका कारण ये जनता जनार्दन है क्योंकि अब ये देश झूठ को माफ़ नहीं करता है, देश गलतियों को तो माफ़ कर सकता है लेकिन प्रजा के साथ धोखा, ये देश कभी माफ़ नहीं करता है, आपने जनता के साथ धोखा किया है, राम मनोहर लोहिया जिन सपनों को साथ लेकर चले थे आपने उन सपनों की पीठ में छूरा घोंपा है, जनता इस चीज को कभी माफ़ नहीं करती है।
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