राष्ट्रपति ने की अपने प्रधानमंत्री के काम की तारीफ, MODI का ख़ुशी से फूल गया सीना: पढ़ें

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नई दिल्ली, 31 जनवरी: भारत के राष्ट्रपति ने आज अपने अभिभाषण में अपनी सरकार के कामों की जमकर तारीफ की, उन्होंने सबसे अधिक तारीफ नोटबंदी, नोटबदली और सर्जिकल स्ट्राइक के लिए की, सरकार के कामों की तारीफ सुनकर प्रधानमंत्री मोदी ख़ुशी से फूले नहीं समाये और उन्होंने मेज थपथपाकर अपनी ख़ुशी जताई।

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी सरकार ने बेशुमार कालेधन, भ्रष्टाचार, नकली नोटों और आतंकवादियों के लिए हो रही फंडिंग को समाप्त करने के लिए 8 नवम्बर को पुराने 1000 और 500 के नोटों को बंद करने की घोषणा की और निश्चित समय में इसे पूरा कर दिखाया। 

इसके बाद राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी सरकार की कैबिनेट ने सबसे पहला निर्णय कालेधन पर SIT गठित करने का लिया, इसके अलावा कालेधन को घोषित करने, बेनामी संपत्तियों को घोषित करने और कार्यवाही के लिए भी कड़े कानून बनाए, कई देशों जैसे सिंगापूर, साइप्रस और मौरीसस के साथ कालेधन पर सूचना के आदान प्रदान के लिए संधि की।  

राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण ओजना की भी तारीफ की जिसके कालेधन वालों को कालेधन का 50 फ़ीसदी इस योजना में जमा करने का प्रावधान है। 

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को कहा कि भारत ने पाकिस्तान की सीमा में आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक करके पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है। राष्ट्रपति ने बजट सत्र की शुरुआत में संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा, "मेरी सरकार ने हमारी क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता पर बार-बार हो रही घुसपैठ का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए निर्णायक कदम उठाए हैं।"

उन्होंने कहा कि 29 सितंबर को भारतीय सशस्त्र बलों ने, "आतंकवादियों की घुसपैठ रोकने के लिए नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कई आतंकवादी ठिकानों पर सफलतापूर्वक सर्जिकल स्ट्राइक्स की।"

राष्ट्रपति ने कहा, "हमें अपने जवानों के अनुकरणीय साहस और वीरता पर गर्व है।"

मुखर्जी ने कहा कि आखिरकार 'वन रैंक वन पेंशन' (ओआरओपी) की 40 साल पुरानी मांग भी पूरी कर दी गई।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को आतंकवाद के खतरे पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि भारत और अन्य देश आतंकवाद को हराने में निश्चित तौर पर कामयाब होंगे। 

राष्ट्रपति ने संसद के एक संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत आतंकवाद को निश्चित तौर पर हराने के लिए अन्य देशों के साथ सक्रिय रूप से समन्वय करेगा।

मुखर्जी ने कहा, "मेरी सरकार आतंकवाद से मुकाबले और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि ऐसी गतिविधियों के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए।"

राष्ट्रपति ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि जम्मू एवं कश्मीर को सीमा पार के आतंकवाद का सामना करना पड़ा है।

मुखर्जी ने कहा कि नक्सलवाद रोकने में काफी सफलता हासिल हुई है और हाल ही में सैकड़ों नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
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