पप्पुओं जैसे नहीं हैं राजनाथ के बेटे पंकज सिंह, पिता की तरह विरोधियों की खूब करते हैं धुनाई

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Lucknow, 26 January: कहते हैं कि पहलवान का बेटा पहलवान होता है, अखाड़े में कुश्ती लड़ने वाले पहलवान का बेटा जरूर पहलवान होता है लेकिन राजनीति करने वाले बड़े नेताओं के अब तक ऐसे बेटे नहीं हुए हैं जो मेहनत करके अपने पिता से आगे निकल पाए हों। अगर पिता पुत्र की बात आती है तो राहुल-राजीव, लालू-तेज प्रताप-तेजस्वी, अखिलेश-मुलायम का नाम सबसे आगे आता है लेकिन अब राजनाथ-पंकज का नाम जुड़ गया है। 

अब भारतीय जनता पार्टी में भी एक बड़े नेता के बेटे को विधानसभा का टिकट दिया गया है जिसकी जीत भी तय मानी जा रही है, पंकज सिंह केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे हैं और उन्हें नॉएडा से विधानसभा टिकट दिया गया है। 

वैसे कुछ लोग बीजेपी पर भी परिवारवाद की राजनीति का आरोप लगा रहे हैं लेकिन पंकज सिंह एकाएक राजनीति में नहीं आये हैं, राहुल गाँधी, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को तो डायरेक्ट राजनीति में उतार दिया गया था, उन्हें बोलना भी नहीं आता था लेकिन पंकज सिंह के मामले में ऐसा नहीं है, उन्होंने 15 साल तक बीजेपी में कार्यकर्त्ता बनकर कार्य किया है, वे दो बार पार्टी के जनरल सेक्रेटरी रहे हैं और एक बार बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे हैं। इस तरह से उन्होंने 15 साल काम किया है, अच्छी खासी ट्रेनिंग हासिल की है और उसके बाद चुनाव में उतरे हैं। 

एक बड़ा राजनेता बनने के लिए प्रखर वक्त होना जरूरी होता है, प्रखर वक्त तभी बना जा सकता जब सभी विषयों और विभिन्न मुद्दों का ज्ञान हो, पंकज सिंह अपने पिता राजनाथ सिंह की तरह प्रखर वक्त है, अच्छा खासा भाषण देने की कला उनको आती है, भाषण के मामले में अखिलेश और राहुल गाँधी ने भारी पड़ते हैं पंकज सिंह। अपने विरोधियों की अच्छी खासी धुनाई करना उन्हें आता है इसलिए एक बड़ा नेता बनने के उनमें गुण हैं। 

फिलहाल पंकज सिंह 40 वर्ष के हैं और उन्होंने अभी राजनीतिक पारी शुरू की है, अभी उन्हें बहुत कुछ सीखना है, जैसे जैसे उनके अंदर अनुभव आएगा उनकी कला बढ़ती जाएगी। फिलहाल अपने पिता के गुण उनके अंदर आ चुके हैं इसलिए कहा जा सकता है कि बीजेपी और देश को एक बड़ा नेता मिलने वाला है।

अगर बात उनके समकक्षों जैसे राहुल गाँधी, अखिलेश, तेज प्रताप, तेजस्वी और अन्य की करें तो भाषण के मामले में सभी उनसे पीछे हैं, पंकज सिंह बहुत ही साफ़ सुथरा और बढ़िया भाषण देते हैं, लेकिन अखिलेश और राहुल गाँधी अभी भी पर्चे में देखकर भाषण देते हैं, लालू के बेटों की हालत तो और खराब है। पंकज सिंह इन सभी से आगे निकल सकते हैं। 
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