कन्नूर (केरल), 28 दिसम्बर: बलूच अंतर्राष्ट्रीय महिला मंच की नेता नाएला कादरी बलूच ने कहा है कि उन्हें निर्वासित बलूच सरकार के गठन की कोई जल्दी नहीं है। समर्थन जुटाने के मकसद से मंगलवार रात को कन्नूर पहुंचीं नाएला कादरी बलूच बुधवार को थालासेरी में एक जनसभा को संबोधित करेंगी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पुराने कार्यकर्ताओं के संगठन के तत्वावधान में थालासेरी के एक कॉलेज में सभा का आयोजन किया जा रहा है।
नाएला ने कहा, "हमारा लक्ष्य निर्वासन में सरकार का गठन करना है और हमें इसकी कोई जल्दी नहीं है। हम जानते हैं कि आगे का रास्ता काफी लंबा है और फिलहाल हम उसकी नींव रख रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "हमारे लिए यह खुशी की बात है कि वाराणासी के लोगों ने हमें समर्थन दिया है और हम इसे वहीं स्थापित करना चाहते हैं। हम इसके लिए भारत सरकार का भी साथ चाहते हैं।"
नाएला पूरे भारत का दौरा कर रही हैं। अब तक वह दिल्ली, मुंबई, नागपुर, चंडीगढ़ और बेंगलुरु में जनसभाएं कर चुकी हैं।
उन्होंने कहा, "इन सभी जगहों पर काफी उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है, खासतौर पर युवाओं से। हम अपने आंदोलन के लिए समर्थन जुटा रहे हैं। हम दुनियाभर में बसे बलूच लोगों से भी जुड़ रहे हैं। हमारी आबादी करीब चार करोड़ है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 15 अगस्त को अपने स्वतंत्रता दिवस समारोह के भाषण में बलूचिस्तान का मुद्दा उठाने के बाद से पाकिस्तान और अन्य देशों के कई बलूच नेता नई दिल्ली आ चुके हैं।
बलूचिस्तान, पाकिस्तान का क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ा प्रांत है। बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग कर एक अलग देश बनाने का आंदोलन लंबे समय से चल रहा है।
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