केजरीवाल का हजारों करोड़ का कालाधन स्वाहा, इसलिए PM MODI को दे रहे दंगा-फसाद कराने की धमकी

kejriwal-loss-thousand-crore-black-money-after-demonetisation
kejriwal-loss-thousand-crore-black-money-after-demonetisation

New Delhi, 18 November: आज देश में हर कोई यह देखकर हैरान है कि जब ईमानदार आदमी लाइन में लगकर अपने पुराने नोट बदलवा रहा है तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल इतने क्यों परेशान हैं, हर कोई केजरीवाल की बौखलाहट देखकर हैरान है, ऐसा लग रहा है कि सबसे अधिक कालाधन केजरीवाल के ही पास है और सबसे बड़ा नुकसान भी केजरीवाल को हुआ है। जानकार लोग बताते हैं कि दरअसल कालेधन की इस सर्जिकल स्ट्राइक में वाकई में सबसे अधिक नुकसान आम आदमी पार्टी का हुआ है क्योंकि उन्होंने अब तक चंदाखोरी करके जितना भी कालाधन इकठ्ठा किया था, सब बर्बाद हो गया है, इन्हीं पैसे से केजरीवाल ने पंजाब, गोवा और गुजरात में चुनाव लड़ने का मन बताया था लेकिन अब पूरा कालाधन गोबर हो गया है। केजरीवाल इसीलिए परेशान हैं। 

लोगों का कहना है कि केजरीवाल हर हप्ते कालेधन से ही पंजाब, गोवा और गुजरात का दौरा कर रहे थे, उनके साथ सैकड़ों गाड़ियाँ जाती थीं, उनकी हर रैली में दिल्ली से बसें भर भर कर जाती थीं, कालेधन से ही वे दिल्ली से आदमियों को खरीदकर गोवा, गुजरात और पंजाब ले जाते थे ताकि रैलियों में अधिक भीड़ दिखाई जा सके, उनके हर दौरे में पांच-दस करोड़ रुपये खर्च होते थे। यह सब कालेधन से ही मैनेज किया जाता था। 

केजरीवाल के पास कालाधन कहाँ से आता था


देश के जितने भी बेईमान हैं मोदी सरकार की नीतियों से परेशान हैं, अब कालेधन को ना तो विदेश ले जा सकते हैं और ना ही देश में रख सकते हैं, कालेधन मर मोदी सरकार ने कठोर कानून बना दिया था, हवाला के कारोबारियों पर पूरी तरह से नकेल कस दी गयी थी, पाकिस्तान से घुसपैठ समाप्त कर दी गयी थी जिसकी वजह से पाकिस्तान से नकली नोट आनी बंद हो गयी थी, इसके अलावा पाकिस्तान से ड्रग्स भी आने बंद हो गए थे, ऐसे जितने भी लोग भारत में रहकर काला कारोबार करते हैं, मोदी सरकार को समाप्त करना चाहते हैं। वे मोदी सरकार के विरुद्ध एक दूसरी ताकत को खड़ा करना चाहते हैं, कांग्रेस समाप्त हो रही है इसलिए ऐसे लोगों ने केजरीवाल में कुछ दम देखा और उन्हें कालेधन में से चंदा देकर उनकी ताकत बढानी शुरू कर दी थी, केजरीवाल के हर दौरे को कालेधन वाले फण्ड करते थे। उन्हें करोड़ों रुपये का चंदा देते थे। इसी प्रकार से केजरीवाल के पास हजारों करोड़ रुपये का कालाधन इकठ्ठा हुआ था लेकिन आज सब गोबर हो चुका है।

केजरीवाल को विदेशों से भी मिलते हैं काले-चंदे

केजरीवाल को देश के अलावा विदेशों से भी चंदा मिलता है, जितने भी कालेधन के चोरों से विदेशों में अपना कालाधन जमा कर रखा है, सभी मोदी सरकार को बर्खास्त करना चाहते हैं क्योंकि जमकर मोदी सरकार है उनका कालाधन आसानी से भारत में आ ही नहीं सकता, जितने भी हवाला कारोबारी हैं सभी परेशान हैं इसलिए वे केजरीवाल को विदेश में मुलाकर उन्हें चंदा देते हैं जो हवाला के जरिये लाने की कोशिश की जाती है, कई बार तो ऐसा होता है कि विदेश के भारत आने वाले आदमियों को कमीशन देकर रूपया मंगाया जाता है और भारत पहुँचते ही केजरीवाल के लोग उस आदमी से मिलते हैं और उसे कुछ पैसे कमीशन देकर उससे पैसे ले लेते हैं। इस प्रकार से धीरे धीरे विदेशों से कालाधन मंगाया जाता है और ये लोग किसी की नजर में भी नहीं आते।

केजरीवाल ने दी दंगा-फसाद कराने की धमकी

नोटबंदी से केजरीवाल इतना परेशान हो चुके हैं कि कल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उन्होंने मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले को वापस लेने की मांग की और तीन दिनों के अंदर नोटबंदी के फैसले को वापस नहीं लेने पर जनविद्रोह की चेतावनी दी। लेकिन, सरकार ने भ्रष्टाचार, कालाधन और आतंक के लिए धन देने पर रोक लगाने के मकसद से लिए गए 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट को अमान्य करने के फैसले से पीछे हटने की किसी संभावना से इनकार कर दिया है।


राष्ट्रीय राजधानी के आजादपुर थोक फल बाजार में एक रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी और केजरीवाल ने 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने के फैसले के पीछे एक साजिश होने का आरोप लगाया जिसकी वजह से देश भर में नकदी को लेकर अव्यवस्था फैली हुई है। 
फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

Delhi

Post A Comment:

0 comments: