लखनऊ, 9 अक्टूबर: मोदी सरकार द्वारा पाकिस्तान की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत में विरोधी पार्टियाँ भी मोदी से बुरी तरह घबरा गयी हैं, क्योंकि आज पूरे देश में मोदी मोदी हो रहा है, पहले जो मोदी से नफरत भी करते थे वे भी आज मोदी के गुण गाने लगे हैं, जो लोग मोदी से नाराज हो गए थे वे भी मोदी के साथ हो गए हैं, जो मोदी की काबिलियत पर शक कर रहे थे वे भी आज मोदी का लोहा मानने लगे हैं।
मोदी की आंधी में सबसे ज्यादा नुकसान मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी का हो रहा है क्योंकि उनके 10 विधायक बीजेपी में शामिल हो चुके हैं, और कई लोग लाइन में लगे हैं, ऐसा लगता है कि उनकी पार्टी की कुछ सर्जिकल स्ट्राइक UP चुनावों से पहले और कुछ सर्जिकल स्ट्राइक चुनावों के बाद हो जाएगी, ये सब देखकर मायावती परेशान हो चुकी हैं, उन्हें बहुत उम्मीद थी कि यूपी चुनावों में उनकी सरकार बनेगी और वे एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनेंगी लेकिन अब उनके सपने मिटटी में मिल रहे हैं, दलित पॉलिटिक्स भी बेकार चली गयी है।
आज मायावती ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा प्रहार किया। मायावती ने आरोप लगाया कि सरकार पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सेना के सर्जिकल स्ट्राइक्स का चुनावी लाभ लेना चाहती है जो कि गलत बात है। मायावती ने कहा कि ये सर्जिकल स्ट्राइक्स पठानकोट में हुए आतंकवादी हमले के बाद ही हो जाने चाहिए थे, लेकिन ऐसा लगता है कि इसमें जानबूझकर देरी की गई, ताकि इसका राजनीतिक फायदा उठाया जा सके।
मोदी की आंधी में सबसे ज्यादा नुकसान मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी का हो रहा है क्योंकि उनके 10 विधायक बीजेपी में शामिल हो चुके हैं, और कई लोग लाइन में लगे हैं, ऐसा लगता है कि उनकी पार्टी की कुछ सर्जिकल स्ट्राइक UP चुनावों से पहले और कुछ सर्जिकल स्ट्राइक चुनावों के बाद हो जाएगी, ये सब देखकर मायावती परेशान हो चुकी हैं, उन्हें बहुत उम्मीद थी कि यूपी चुनावों में उनकी सरकार बनेगी और वे एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनेंगी लेकिन अब उनके सपने मिटटी में मिल रहे हैं, दलित पॉलिटिक्स भी बेकार चली गयी है।
आज मायावती ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा प्रहार किया। मायावती ने आरोप लगाया कि सरकार पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सेना के सर्जिकल स्ट्राइक्स का चुनावी लाभ लेना चाहती है जो कि गलत बात है। मायावती ने कहा कि ये सर्जिकल स्ट्राइक्स पठानकोट में हुए आतंकवादी हमले के बाद ही हो जाने चाहिए थे, लेकिन ऐसा लगता है कि इसमें जानबूझकर देरी की गई, ताकि इसका राजनीतिक फायदा उठाया जा सके।
बसपा के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर लखनऊ में आयोजित विशाल रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी कमजोरियों और नाकामियों को छुपाने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक्स का सहारा ले रहे हैं।
मायावती ने कहा, "सेना की ओर से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक पठानकोट में हुए आतंकवादी हमले के बाद ही कराए जाने चाहिए था, लेकिन इसमें जानबूझकर देरी की गई। उड़ी में हुए आतंकवादी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सेना को कार्रवाई की छूट दी। विधानसभा चुनाव से पहले भारत पाकिस्ताान के बीच युद्ध होने का उन्माद फैलाया जा रहा है। यह सोची समझी रणनीति का हिस्सा है।"
मायावती ने कहा कि पहले भी सेना की ओर से सर्जिकल ऑपरेशन किए गए हैं। दुनिया के अन्य देशों में सेनाएं इस तरह के ऑपरेशन करती रहती हैं। अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन का खात्मा किया, लेकिन उसका ढिंढोरा नहीं पीटा गया। केंद्र सरकार इस तरह के ऑपरेशन को राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही है। सेना की इस बहादुरी के लिए जवानों की जयकार होनी चाहिए, लेकिन इसे दूसरी कहानी का रूप दिया जा रहा है।
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि उड़ी में शहीद हुए 18 जवानों की चिता की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई कि मोदी लखनऊ में दशहरा मनाने आ रहे हैं।
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