Bhopal, 14 October: प्रधानमंत्री मोदी ने आज भोपाल में एक रैली के दौरान भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम की जमकर तारीफ की, उन्होंने कहा कि उडी हमले के बाद कुछ लोग मेरे रोज बाल नोचते थे और कहते थे कि मोदी चुप बैठा हुआ है, मोदी कुछ नहीं कर रहा है, मैंने कहा था कि सेना बोलती नही बल्कि पराक्रम करती है, जैसे हमारी सेना बोलती नहीं बल्कि पराक्रम करती है, वैसे हमारे रक्षा मंत्री भी केवल बोलते नहीं बल्कि पराक्रम करते हैं, उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक पर इशारों इशारों में सेना की तारीफ की और विपक्षी पार्टियों पर हमला भी किया। मोदी के इतना बोलते ही रैली में 'भारत माता की जय' और 'मोदी मोदी' के नारे लगाने लगे।
मोदी ने भारतीयों को या दिलाते हुए कहा कि हमारे सैनिक रात भर जागकर हमें चैन से सोने का मार्ग प्रशस्त करते हैं, वे हमारे लिए जागते हैं लेकिन हमें भी जागने के समय उनके साथ जागकर उनका साथ देना होगा, अगर हम जागने के समय सोते रहे तो उनके साथ नाइंसाफी होगी क्योंकि हमारे सैनिकों के लिए सवा सौ करोड़ लोगों का साथ ही उनकी ताकत है।
मोदी ने कहा कि हमारे सैनिक केवल हथियारों से जंग नहीं जीतते बल्कि मनोबल से जंग जीतते हैं, जब हम सवा सौ करोड़ लोग उनके साथ रहेंगे तो उनका मनोबल बढ़ा रहेगा और वे किसी भी परिस्थिति से लड़ने के लिए तैयार रहेंगे।
मोदी ने देशवासियों से आग्रह करते हुए कहा कि जरूरी नही कि हम युद्ध के समय ही सैनिकों का सम्मान करें, हमें हमेशा अपने सैनिकों का सम्मान करना चाहिए और जब उन्हें वे दिखें, ताली बजाकर उनका स्वागत करना चाहिए।
मोदी ने भाषण में वन रैंक वन पेंशन का भी जिक्र करते हुए कहा कि फौजियों की मांग को किसी भी सरकार ने पूरा नहीं किया लेकिन हमें सरकार में आने के केवल दो वर्षों बाद ही पूरा कर दिया, उन्होंने सैनिकों के लिए और भी कई योजनाओं की घोषणा की जिसके अनुसार अब सैनिक रिटायर होने के बाद स्किल डेवलपमेंट पर काम करेंगे।
मोदी ने भारतीयों को या दिलाते हुए कहा कि हमारे सैनिक रात भर जागकर हमें चैन से सोने का मार्ग प्रशस्त करते हैं, वे हमारे लिए जागते हैं लेकिन हमें भी जागने के समय उनके साथ जागकर उनका साथ देना होगा, अगर हम जागने के समय सोते रहे तो उनके साथ नाइंसाफी होगी क्योंकि हमारे सैनिकों के लिए सवा सौ करोड़ लोगों का साथ ही उनकी ताकत है।
मोदी ने कहा कि हमारे सैनिक केवल हथियारों से जंग नहीं जीतते बल्कि मनोबल से जंग जीतते हैं, जब हम सवा सौ करोड़ लोग उनके साथ रहेंगे तो उनका मनोबल बढ़ा रहेगा और वे किसी भी परिस्थिति से लड़ने के लिए तैयार रहेंगे।
मोदी ने देशवासियों से आग्रह करते हुए कहा कि जरूरी नही कि हम युद्ध के समय ही सैनिकों का सम्मान करें, हमें हमेशा अपने सैनिकों का सम्मान करना चाहिए और जब उन्हें वे दिखें, ताली बजाकर उनका स्वागत करना चाहिए।
मोदी ने भाषण में वन रैंक वन पेंशन का भी जिक्र करते हुए कहा कि फौजियों की मांग को किसी भी सरकार ने पूरा नहीं किया लेकिन हमें सरकार में आने के केवल दो वर्षों बाद ही पूरा कर दिया, उन्होंने सैनिकों के लिए और भी कई योजनाओं की घोषणा की जिसके अनुसार अब सैनिक रिटायर होने के बाद स्किल डेवलपमेंट पर काम करेंगे।
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