Showing posts with label Sports. Show all posts

रोहित शर्मा को BCCI बी-ग्रेड खिलाड़ी मानता है, लेकिन हीरा चुनना तो नीता अम्बानी जानती हैं

rohit-sharma-ipl-champion-mi-captain-bcci-put-him-b-grade-player

हैदराबाद: रोहित शर्मा के बारे में देश का बच्चा बच्चा जानता है, वनडे में दो बार डबल सेंचुरी लगाने वाले वे दुनिया के इकलौते बल्लेबाज हैं, जब रोहित अपने फॉर्म में आ जाते हैं तो बड़े से बड़े गेंदबाजों को 1 सेकंड में सीमा से बाहर भेज देते हैं, कहने का मतलब ये है कि आज ही तारीख में भारतीय क्रिकेट टीम में रोहित शर्मा से बढ़िया कोई भी बल्लेबाज नहीं है इसके बावजूद BCCI ने उन्हें बी-ग्रेड खिलाड़ियों की लिस्ट में रखा है जो विल्कुल गलत फैसला है और उनके साथ अन्याय है. आप खुद ये लिस्ट देखिये -

BCCI Grade-A Players

Virat Kohli, MS Dhoni, R Ashwin, Ajinkya Rahane, Cheteshwar Pujara, Ravindra Jadeja, Murali Vijay.

BCCI Grade-B Players

Rohit Sharma, KL Rahul, Bhuvneshwar Kumar, Mohammed Shami, Ishant Sharma, Umesh Yadav, Wriddhiman Saha, Jasprit Bumrah, Yuvraj Singh.

आप खुद देखिये, BCCI ने A-Grade खिलाडियों की लिस्ट में अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा और मुरली विजय को तो जगह दी है जो वनडे में एक भी डबल सेंचुरी नहीं लगा पाए हैं और ना ही रोहित शर्मा जैसी बल्लेबाजी करते हैं लेकिन रोहित शर्मा को A-Grade खिलाड़ियों की लिस्ट से बाहर करके उन्हें बी-ग्रेड खिलाड़ी बना दिया गया है.

रोहित शर्मा ने बनाया Mumbai Indians को IPL चैम्पियन

कल रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी में मुंबई इंडियंस टीम को IPL-2017 का चैम्पियन बनाकर साबित कर दिया कि BCCI भले ही उन्हें बी-ग्रेड प्लेयर मानती हो लेकिन वे भारत के सबसे बढ़िया खिलाड़ी हैं और बेस्ट टीम लीडर हैं.

यह भी साबित हो गया है कि BCCI हीरे की पहचान नहीं कर पाती, बल्कि अम्बानी लोग असली हीरे की पहचान कर पाते हैं, रोहित शर्मा ने तीन बार मुंबई इंडियंस को IPL चैंपियन बनाया है इसलिए असली हीरा तो वही हैं जिसकी पहचान अम्बानियों ने की है.

कल IPL के फाइनल मैच में मुंबई इंडियन ने पुणे टीम (Rising Pune Supergiants) को 1 रन से हराकर तीसरी बार चैम्पियन का खिताब हासिल कर दिया, वहीँ पुणे टीम को उप-विजेता से संतोष करना पड़ा, एक बार तो ऐसा लग रहा था कि पुणे यह मैच आसानी से जीत लेगी लेकिन महेंद्र धोनी के सस्ते में आउट होने के बाद पुणे के सभी बैट्समैन एक के बाद एक आउट होते गए, अंतिम ओवर में पुणे के सामने जीत के लिए 11 रनों का लक्ष्य था लेकिन पुणे के बल्लेबाज 10 रन ही बना पाए और 1 रन से मैच हार गए.

मुंबई इंडियन ने पहले बैटिंग करते हुए पुणे के सामने 20 ओवर में 130 रनों का लक्ष्य रखा था, लक्ष्य का पीछा करने उतनी पुणे की टीम पांच विकेट पर सिर्फ 128 रन ही बना पाई.

IPL Final: दिल दहलाने वाले रोमांचक मैच में Mumbai Indian बनी चैम्पियन

mumbai-indians-ipl-champion-2017
हैदराबाद: आज IPL के फाइनल मैच में मुंबई इंडियन ने पुणे टीम (Rising Pune Supergiants) को 1 रन से हराकर तीसरी बार चैम्पियन का खिताब हासिल कर दिया, वहीँ पुणे टीम को उप-विजेता से संतोष करना पड़ा, एक बार तो ऐसा लग रहा था कि पुणे यह मैच आसानी से जीत लेगी लेकिन महेंद्र धोनी के सस्ते में आउट होने के बाद पुणे के सभी बैट्समैन एक के बाद एक आउट होते गए, अंतिम ओवर में पुणे के सामने जीत के लिए 11 रनों का लक्ष्य था लेकिन पुणे के बल्लेबाज 10 रन ही बना पाए और 1 रन से मैच हार गए.

मुंबई इंडियन ने पहले बैटिंग करते हुए पुणे के सामने 20 ओवर में 130 रनों का लक्ष्य रखा था, लक्ष्य का पीछा करने उतनी पुणे की टीम पांच विकेट पर सिर्फ 128 रन ही बना पाई.

अंतिम ओवर में बॉलिंग करने आये मिशेल जॉनसन ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए लगातार दो गेंदों पर दो विकेट लिए. उनकी पहली ही बॉल पर मनोज तिवारी ने बेहतरीन चौका लगाकर पुणे टीम को ख़ुशी मनाने का मौका दिया लेकिन अगली ही बॉल पर मनोज तिवारी आउट हो गए, उसकी अगली ही गेंद पर स्मिथ भी आउट हो गए और देखते ही देखते पुणे की टीम जीता हुआ मैच हार गयी. मिशेल जॉनसन ने 4 ओवर में 26 रन देकर 3 विकेट हासिल किये जबकि जसप्रीत बुमराह ने भी 4 ओवर में 26 रन देकर 2 विकेट लिए.

पुणे की तरफ से कप्तान स्टीवन स्मिथ ने 52 रन जबकि अजिंक्य रहाणे ने 44 रनों की पारी खेली, महेंद्र सिंह धोनी सिर्फ 10 रन बना पाए. अन्य कोई भी बैट्समैन दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका.

इससे पहले मुंबई इंडियन ने 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 129 रन बनाए, मुंबई इंडियन की तरफ से सिर्फ कृनाल पंड्या ने 47 रनों की बढ़िया पारी खेली, कप्तान रोहित शर्मा सिर्फ 24 रन बना पाए, अम्बाती रायडू ने 12 रन जबकि हार्दिक पांड्या ने 10 रन बनाए, अन्य कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका, कृनाल पांड्या को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया.

सुप्रीम कोर्ट की BCCI का घटिया काम, अब टीम इंडिया की ड्रेस पर दिखेगा चीन की कंपनी Oppo का नाम

china-company-oppo-promoter-team-india-jersey
New Delhi : सभी भारतवासी जानते हैं कि चीन ही भारत का दुश्मन नंबर वन है और उसी ने पाकिस्तान को आर्थिक और सैन्य मदद करके सर पर चढ़ाया है, अगर चाइना पाकिस्तान का साथ ना दे तो पाकिस्तान की हिम्मत नहीं है कि भारत को आँख दिखा सके.

अब सुप्रीम कोर्ट के शासन वाली BCCI ने एक ऐसा कारनामा किया है कि पूरे देश का सर शर्म से झूक गया है, BCCI ने चीन की कंपनी Oppo को भारतीय क्रिकेट टीम का प्रमोटर बना दिया है, अब टीम इंडिया की वर्दी पर India से ऊपर Oppo दिखेगा.

अब आप जब भी क्रिकेट देखेंगे तो China की कंपनी Oppo आपकी नजरों के सामने रहेगी, देशवासी Oppo मोबाइल खरीदेंगे, चीन को पैसे देकर मालामाल बनायेंगे और उन्हीं पैसों से चीन पाकिस्तान के आतंकवादियों की मदद करके भारत में आतंकी वारदात कराएगा.

सुप्रीम कोर्ट की BCCI के इस फैसले से लोग नाराज हैं, देखिये ट्विटर पर क्या कह रहे हैं लोग - 

अंतिम फाइट में जमकर कूटे गए अंडरटेकर, WWE को कह दिया हमेशा के लिए अलविदा

undertaker-says-wwe-alwida-forever

रैसल मोनिया, 3 अप्रैल: रेसलिंग की दुनिया में एक ऐसा नाम जिसके सामने बड़े बड़े योद्धा काँप जाते थे जिसके पंच किसी मौत से कम नहीं हुआ करते थे, आज डेडमैन के नाम से मशहूर द अंडरटेकर ने रेसलिंग की दुनिया से हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।

आपको बता दे कि अंडरटेकर उन चुनिंदा स्टार्स में है जिन्होंने लंबे समय तक रेसलिंग की दुनिया में कई दिग्गजो जैसे कि ब्रोक लेसनर, बतिस्ता, बिग शो, गोल्डबर्ग, कर्ट एंगल  ट्रिपल एच,अर्नाल्ड को धूल चटाई है। 

लेकिन जीवन के आखरी पड़ाव वाले मैच में रोमन रेन्स के सुपर पंच के सामने डेडमैन की एक न चली और रैसल मोनिया में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, आज अंतिम फाइट में उनकी जमकर कुटाई हुई। 

आज रोमन ने अंडरटेकर की इतनी कुटाई कर दी कि वे काफी देर तक रिंग में ही लेटे रहे।  बाद में उसने अपना जैकेट और हैट उतारकर रिंग में ही रख दिया और हमेशा के लिए बाय बाय कह दिया।  यह देखते ही दर्शक दीर्घा में सन्नाटा छा गया मानो उनके फैन्स के ऊपर पहाड़ सा गिर गया हो। 

डेडमैन की रैसल मोनिया में दूसरी हार हुई इसके पहले पिछले साल  ब्रॉक  लैसनर के हाथो शिकस्त झेलनी पड़ी थी, अंडरटेकर 100 से ज्यादा ख़िताब जीतने वाले इकलौते WWE फाइटर हैं। 

ऑस्ट्रलियाई खिलाडी ने विराट कोहली के बारे में दिया खतरनाक बयान, सबके मुंह से निकला ‘हाय राम’

australian-player-ed-cown-want-to-kill-virat-kohli-stab-stump

New Delhi, 31 March: भारत के स्टार बल्लेबाज और युवाओं के दिन की धड़कन विराट कोहली भाग्यशाली हैं क्योंकि एक बार ऑस्ट्रलियाई खिलाड़ी Ed Covan के मन में उन्हें जान से मार डालने का ख्याल आया था, वे विराट कोहली के पेट में स्टम्प घुसेड़कर उन्हें मार डालना चाहते थे लेकिन अम्पायर के बीच बचाव करने के बाद उनका गुस्सा शांत हो गया और विराट कोहली की जान बच गयी, आज इस बात का खुलासा खुद Ed Cowan ने किया है। यह खबर सुनकर सभी भारतीयों के मुंह से हाय राम निकल रहा है, सभी सोच रहे हैं कि 'ये ऑस्ट्रेलियाई खिलाडी तो बहुत खतरनाक होते हैं, इनके अन्दर जान से मारने का ख्याल आता है। 

जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में विराट कोहली ने कहा था कि वह भविष्य के किसी भी ऑस्ट्रेलियाई खिलासी से दोस्ती नहीं करेंगे, इसके कुछ दिन बाद उन्होंने कहा था कि जिन ऑस्ट्रेलियाई खिलाडियों के साथ उन्होंने IPL खेला है उनके साथ दोस्ती जारी रहेगी।

विराट कोहली के बयान का ऑस्ट्रेलिया में काफी विरोध हुआ, ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने विराट कोहली के बार में खूब उल्टा सीधा छापा, अब ऑस्ट्रलियाई खिलाडी Ed Cowan ने इस विवाद को हवा देते हुए कहा है कि एक बाद ऑस्ट्रेलिया में मैच के दौरान उनके मन में ख्याल आया था कि Virat Kohli में पेट में स्टंप घुसेड़कर उन्हें मार डालूं, ऐसा इसलिए क्योंकि विराट कोहली ने उनपर पर्सनल कमेन्ट कर दिया था। हालाँकि इतने में अम्पायर ने भी विराट कोहली को हड़का दिया जिसकी वजह से Ed Cowan का गुस्सा शांत हो गया और विराट की जान बच गयी। 

भारत ने ऑस्टेलिया को 75 रन से हराकर हिसाब किया बराबर

india-win-second-test-match-from-australia-in-begaluru
बेंगलुरु, 7 मार्च: रविचंद्रन अश्विन (6-41) की शानदार गेंदबाजी के दम भारत ने एम.चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन मंगलवार को मेहमान आस्ट्रेलिया को 75 रनों से हरा दिया। इसी के साथ भारत ने चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 1-1 से बराबरी कर ली है।

आस्ट्रेलिया को चौथी पारी में जीत के लिए 188 रनों की जरूरत थी। मेहमान टीम अश्विन की फिरकी में फंस गई और 35.4 ओवरों में 112 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। 

नाथन लॉयन के आठ विकेटों के दम पर आस्ट्रेलिया ने मेजबान टीम को पहली पारी में 189 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद मेहमान टीम ने शॉन मार्श के 66 और मैट रेन शॉ के 60 रनों के दम पर अपनी पहली पारी में 276 रन बनाते हुए 87 रनों की बढ़त ले ली थी। 

भारत ने अपनी दूसरी पारी में चेतेश्वर पुजारा (92) और अजिंक्य रहाणे (52) के बीच पांचवें विकेट के लिए हुई 118 रनों की साझेदारी के अलावा लोकेश राहुल के 51 रनों के दम पर अपनी दूसरी पारी में 274 रन बनाते हुए आस्ट्रेलिया को 188 रनों का लक्ष्य दिया था। राहुल ने पहली पारी में भी 90 रन बनाए थे। 

दूसरी पारी में आस्ट्रेलिया के लिए सर्वाधिक 24 रन पीटर हैंड्सकॉम्ब ने बनाए। 

चौथी दिन की शुरुआत भारत ने अपने सोमवार के स्कोर चार विकेट पर 213 रनों के साथ की। वह चौथे दिन अपने खाते में 61 रन ही जोड़ पाई और भोजनकाल तक ऑल आउट हो गई। 

दिन के दूसरे सत्र से आस्ट्रेलिया ने लक्ष्य का पीछा करना शुरू किया। ईशांत शर्मा ने 22 के कुल स्कोर पर रेनशॉ को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद भारतीय गेंदबाज रुके नहीं। चायकाल तक आस्ट्रेलिया ने अपने छह विकेट 101 के कुल स्कोर पर गंवा दिए थे, जिसमें तीन विकेट अश्विन ने और दो विकेट उमेश यादव ने लिए। 

दिन के तीसरे सत्र में मिशेल स्टार्क को क्लीन बोल्ड कर अश्विन ने आस्ट्रेलिया को सातवां झटका दिया। जडेजा ने स्टीव ओकीफ को आउट कर भारत को आठवीं सफलता दिलाई। हैंड्सकॉम्ब अश्विन का शिकार बने, इसी ओवर में एक गेंद बाद अश्विन ने नाथन लॉयन (2) को आउट कर भारत को जीत दिलाई।

पुणे में खेले गए पहले टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया ने भारत को 333 रनों से करारी शिकस्त देते हुए श्रृंखला में 1-0 की बढ़त ले ली थी, लेकिन भारत ने यह मैच जीत श्रृंखला में वापसी कर ली है। 

बेंगलुरू टी-20: भारत ने इंग्लैंड को हराकर सीरीज पर किया कब्ज़ा

banglore-t-20-india-beat-england-win-series-from-2-1-in-hindi

बेंगलुरू, 1 फरवरी: भारत ने युजवेंद्र चहल (25/6) की रिकॉर्ड गेंदबाजी की बदौलत एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में बुधवार को हुए तीसरे निर्णायक टी-20 मुकाबले में इंग्लैंड को 75 रनों से हरा तीन मैचों की श्रृंखला 2-1 से अपने नाम कर ली। भारत से मिले 203 रनों के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड टीम 16.1 ओवरों में 127 रन बनाकर ढेर हो गई।

चहल को मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ सीरीज दोनों अवार्ड मिले। चहल ने अपने चार ओवरों के कोटे में 25 रन देकर छह विकेट चटकाए। अंतर्राष्ट्रीय टी-20 में युजवेंद्र किसी एक पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज बन गए। इस मामले में वह दुनिया में तीसरे स्थान पर रहे। उनसे आगे सिर्फ श्रीलंका के अजंता मेंडिस ही हैं।

अंतर्राष्ट्रीय टी-20 में किसी एक पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकॉर्ड अजंता मेंडिस के नाम है, जो उन्होंने दो बार किया है। मेंडिस ने सितंबर, 2012 में जिम्बाब्वे के खिलाफ आठ रन देकर छह विकेट लिए थे। इससे पहले अगस्त, 2011 में मेंडिस ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 16 रन देकर छह विकेट लिए थे।

मैच के बाद चहल ने कहा, "बहुत अच्छा लग रहा है, क्योंकि राष्ट्रीय टीम की ओर से मैं पहली बार बेंगलुरू में खेल रहा था, जो मुझे हमेशा से अपने घर जैसा लगा। आईपीएल में मैं पॉवरप्ले के दौरान गेंदबाजी कर चुका हूं और कोहली ने मुझमें विश्वास दिखाया। लेकिन सोचा भी नहीं था कि छह विकेट मिल जाएंगे।"

उल्लेखनीय है कि चहल आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंग्लोर का हिस्सा रह चुके हैं, जिसके कप्तान कोहली रहे।

इंग्लैंड एक समय 13 ओवरों में दो विकेट पर 117 रन बनाकर मजबूत स्थिति में नजर आ रहा था। लेकिन 14वें ओवर में चहल ने लगातार दो गेंदों पर इयान मोर्गन (40) और जोए रूट (42) के विकेट चटकाकर मैच का रुख ही पलट दिया।

इंग्लैंड को सैम बिलिंग्स के रूप में पहला झटका आठ के कुल स्कोर पर लगा। बिलिंग्स खाता खोले बगैर चहल की गेंद सुरेश रैना को थमा चलते बने। हालांकि इसके बाद जेसन रॉय (32) ने रूट के साथ 9.72 की रन गति से 47 रनों की साझेदारी कर अपनी टीम को पटरी पर ला दिया।

रॉय 55 के कुल योग पर अमित मिश्रा का शिकार हुए। वह विकेट के पीछे धौनी के हाथों लपके गए। हालांकि इंग्लैंड की राह में ये दोनों विकेट रुकावट नहीं बने। रूट ने कप्तान मोर्गन के साथ 8.93 की रन गति से 64 रन जोड़ते हुए अपनी टीम को जीत को मजबूती से बढ़ाना जारी रखा।

लेकिन चहल के हाथों 14वें ओवर में दोनों बल्लेबाज लगातार दो गेंदों पर पवेलियन लौटे और इसके साथ ही इंग्लैंड के हाथों से जीत फिसल गई। रूट ने 37 गेंदों में चार चौके और दो छक्के लगाए, जबकि मोर्गन ने 21 गेंदों की पारी में दो चौके और तीन छक्के जड़े।

इंग्लैंड के आखिरी आठ विकेट मात्र आठ रन जोड़ने में 18 गेंद के भीतर गिर गए।

चहल के अलावा जसप्रीत बुमराह ने तीन विकेट चटकाकर जीत में अहम भूमिका निभाई।

टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धौनी (56) और सुरेश रैना (63) की बदौलत निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 202 रन बनाए।

भारत को कप्तान विराट कोहली (2) के रूप में पहला झटका लगा। उनके बाद आए सुरेश रैना ने 45 गेंदों में पांच छक्के और दो चौकों की मदद से तेज-तर्रार अर्धशतकीय पारी खेली।

पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने 36 गेंदों में पांच चौके और दो छक्के लगाए। धौनी का यह अंतर्राष्ट्रीय टी-20 मैच में पहला अर्धशतक है।

युवराज सिंह ने नौ गेंदों में तीन छक्के और एक चौके की मदद से 27 रनों का योगदान दिया। लोकेश राहुल ने 22 रन जुटाए। पदार्पण मैच खेल रहे युवा ऋषभ पंत ने छह रन और हार्दिक पांड्या ने 11 रनों का योगदान देते हुए टीम को 200 के पार पहुंचाया। पंत नाबाद लौटे।

इंग्लैंड के लिए लियाम प्लंकेट, बेन स्टोक्स, टाइमल मिल्स और क्रिस जोर्डन ने एक-एक विकेट लिए। दो बल्लेबाज रन आउट हुए।

दूसरे T20 में भारत ने इंग्लैंड को 5 रन से हराकर हिसाब बराबर किया

team-india-win-second-t-20-match-from-england-in-hindi

नागपुर, 29 जनवरी: भारत ने विदर्भ क्रिकेट संघ स्टेडियम में रविवार को हुए दूसरे टी-20 मैच में इंग्लैंड को रोमांचक मुकाबले में पांच रन से हरा दिया। भारत से मिले 145 रनों के औसत लक्ष्य के जवाब में इंग्लैंड की टीम निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट गंवाकर 139 रन ही बना पाई।

भारत की जीत के नायक आखिरी ओवर लेकर आए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह रहे। उन्होंने इस ओवर में इंग्लैंड को जीत के लिए जरूरी आठ रन नहीं बनाने दिए और भारत को जीत दिलाई।

इंग्लैंड ठीकठाक शुरुआत करता लग रहा था कि आशीष नेहरा ने लगातार दो गेंदों पर दोनों सलामी बल्लेबाजों सैम बिलिंग्स (12) और जेसन रॉय (10) को पवेलियन की राह दिखा दी।

हालांकि इसके बाद जोए रूट (38) ने कप्तान इयान मोर्गन (17) के साथ 43 रनों की साझेदारी कर टीम को संभाल लिया। हालांकि दोनों बल्लेबाज रनों की गति ज्यादा तेज नहीं रख पाए। यह साझेदारी भारत के लिए खतरनाक होती लग रही थी, तभी अमित मिश्रा ने मोर्गन को हार्दिक पांड्या के हाथों कैच करा भारत को अपेक्षित वापसी दिलाई।

इसी ओवर में अमित, बेन स्टोक्स का विकेट भी चटकाने में सफल रहे थे। लेकिन उनका पैर क्रीज से बाहर निकल गया था और नो बॉल करार दिया गया। स्टोक्स को पहली ही गेंद पर मिला यह जीवनदान भारत के लिए भारी पड़ा।

स्टोक्स ने 27 गेंदों पर दो चौके और दो छक्के की मदद से 38 रन बनाए और रूट के साथ 52 रनों की अहम साझेदारी की।

इंग्लैंड को आखिरी के दो ओवरों में 24 रन चाहिए थे, लेकिन नेहरा ने 19वें ओवर में 16 रन दे दिए। आखिरी ओवर हमेशा की तरह बुमराह लेकर आए और पहली ही गेंद पर उन्होंने रूट का विकेट चटका दिया।

अगली दो गेंदों में एक रन देने के बाद बुमराह ने चौथी गेंद पर जोस बटलर (15) को भी पवेलियन की राह दिखा दी। अब इंग्लैंड को आखिरी के दो गेंदों में सात रन चाहिए थे।

पांचवीं गेंद पर क्रिस जॉडर्न ने बाई से एक रन लिया। आखिरी गेंद पर इंग्लैंड के सामने जीत के लिए छह रनों का लक्ष्य था और स्ट्राइक ले रहे थे मोइन अली। बुमराह की ऑफ स्टंप से बाहर रही गेंद को मोइन छू भी नहीं पाए और गेंद धौनी के सुरक्षित हाथों में समा गई।

भारत के लिए बुमराह ने चार ओवरों में 20 रन देकर दो विकेट चटकाए। आशीष नेहरा को तीन विकेट मिला।

इससे पहले, भारत ने लोकेश राहुल (71), मनीष पांडे (30) और कप्तान विराट कोहली (21) की मदद से निर्धारित 20 ओवरों में आठ विकेट गंवाकर 144 रन बनाए थे।

सुरेश रैना (7), युवराज सिंह (4) और महेंद्र सिंह धौनी (5) एक बार फिर नहीं चले। तीनों ही बल्लेबाज रन बनाने के लिए जूझते नजर आए। भारतीय टीम ने क्रिस जॉर्डन द्वारा लाए आखिरी ओवर में तीन विकेट गंवाए। इसमें दो विकेट रन आउट होकर गिरे।

इंग्लैंड के लिए जार्डन ने तीन विकेट लिए। उन्होंने अपने चार ओवर के कोटे में 22 रन खर्च किए।

इस जीत के साथ भारत ने तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर ली।

उसेन बोल्ट से छिन गया एक ओलम्पिक स्वर्ण पदक: पढ़ें क्यों?

one-gold-medal-stripped-from-usain-bolt

लुसाने (स्विट्जरलैंड), 25 जनवरी: जमैका के फर्राटा धावक उसेन बोल्ट के साथी धावक नेस्टा कार्टर के डोपिंग नमूने का परिणाम सकारात्मक आने के बाद बोल्ट के नौ ओलम्पिक स्वर्ण पदक में एक पदक वापस ले लिया जाएगा। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग ओलम्पिक 2008 में बोल्ट ने 4 गुणा 100 मीटर की टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था, जिसमें कार्टर उनके साथी थे। 

बोल्ट ने 2008, 2012 और 2016 ओलम्पिक में 100मीटर, 200मीटर और 4 गुणा 100 मीटर स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते हैं। 

अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) ने पिछले साल 454 खिलाड़ियों के नमूनों की पुन: जांच की थी जिसमें कार्टर का नाम शामिल था। 

कार्टर लंदन ओलम्पिक 2012 में भी विजेता टीम का हिस्सा थे।

आईओसी ने एक बयान में कहा है, "बीजिंग ओलम्पिक 2008 में फाइनल में जगह बनाने वाली और स्वर्ण पदक जीतने वाली जमैका की पुरुष 4 गुणा 100 मीटर टीम का हिस्सा रहे कार्टर को ओलम्पिक खेलों में अयोग्य घोषित किया जाता है। 2008 बीजिंग ओलम्पिक के डोपिंग नमूनों की दोबारा जांच में उनका परिणाम सकारात्मक रहा है और उन्हें प्रतिबंधित पदार्थ मेथलीहजानेमाइन के सेवन का दोषी पाया गया है।"

बयान में कहा गया है, "उन्हें पुरुषों के 4 गुणा 100 मीटर रिले स्पर्धा में अयोग्य घोषित किया जाता है जिसमें उन्होंने बीजिंग ओलम्पिक-2008 में हिस्सा लिया था। उनसे पदक, पिन और डिप्लोमा वापस लिया जाएगा। साथ ही जमैका की 4 गुणा 100 रिले प्रतिस्पर्धा की टीम को अयोग्य घोषित किया जाता है। टीम के सदस्यों से पदक, पिन व डिप्लोमा वापस लिया जाएगा।"

अंतिम वनडे मैच हारकर टीम इंडिया ने इंग्लैंड से जीत ली सीरीज

team-india-lost-kolkata-one-day-win-sereis-from-2-1-in-hindi

कोलकाता, 22 जनवरी: भारत ईडन गार्डन स्टेडियम में रविवार को खेले गए तीसरे एकदिवसीय मैच में इंग्लैंड के हाथों बेहद रोमाचंक मुकाबले में पांच रन से हार गया। हालांकि तीन मैचों की श्रृंखला जरूर 2-1 से भारत के नाम रही।

इंग्लैंड से मिले 321 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम निर्धारित 50 ओवरों में नौ विकेट खोकर 316 रन बना सकी।

बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। चोटिल शिखर धवन की जगह पारी की शुरुआत करने आए अजिंक्य रहाणे (1) दूसरे ओवर में ही पवेलियन लौट गए।

डेविड विली की गेंद पर रहाणे क्लीन बोल्ड हुए। दूसरे सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल (11) भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और 37 के स्कोर पर पवेलियन लौटे। उन्हें जैक बॉल ने विकेट के पीछे जोस बटलर के हाथों कैच कराया।

इसके बाद कप्तान विराट कोहली (55) ने युवराज सिंह (45) के साथ 65 रनों की साझेदारी कर टीम को स्थिरता प्रदान की। लेकिन दोनों बल्लेबाज रनों की गति तेज नहीं रख पाए। यह साझेदारी 4.75 के औसत से हुई।

भारतीय टीम अभी 100 के पार ही पहुंची थी कि कोहली ऊंची उठती गेंद पर बल्ला अड़ाने के चक्कर में विकेट की पीछे बटलर के हाथों लपक लिए गए। कोहली ने 63 गेंदों का सामना किया और आठ चौके लगाए।

युवराज सिंह का साथ देने उतरे महेंद्र सिंह धौनी (45) कुल स्कोर में 31 रन ही जोड़ पाए थे कि युवराज सैम बिलिंग्स के हाथों लपक लिए गए। उनका विकेट लियाम प्लंकेट ने लिया।

इसके बाद धौनी और केदार जाधव (90) ने रनों की गति तेज करनी शुरू ही की थी कि गेंद ने धौनी के बल्ले का बाहरी किनारा ले लिया। ऊंची उठती गेंद पर धौनी ने तेज शॉट खेलने की कोशिश की लेकिन बटलर को कैच थमा बैठे।

भारतीय टीम 173 के कुल योग पर पांच अहम विकेट गंवा चुकी थी और हार की ओर बढ़ती नजर आने लगी थी। लेकिन यहां से जाधव और हार्दिक पांड्या (56) ने 7.51 के तेज औसत से 104 रन जोड़ते हुए फिर से भारतीय क्रिकेट प्रेमियों में जीत की आस जगा दी।

पांड्या ने 43 गेंदों में चार चौके और दो छक्के जड़े। तेज शॉट खेलने के प्रयास में पांड्या गेंद की लाइन समझ नहीं पाए और बेन स्टोक्स की गेंद ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं। रवींद्र जडेजा (10) का शॉट तो तेज लगाया था, लेकिन वह सीमारेखा पर खड़े बेयरस्टो को पार नहीं कर सके।

रविचंद्रन अश्विन (1) भी ऊंचा शॉट खेलने के प्रयास में स्टोक्स के हाथों कैच कर लिए गए। भारत को आखिरी के तीन ओवरों में 27 रनों की दरकार थी, लेकिन 48वें ओवर में भारतीय टीम सिर्फ चार रन जोड़ सकी।

अब सारी उम्मीदें जाधव पर टिकी हुई थीं। आखिरी ओवर में भारत को 16 रनों की दरकार थी और जाधव ने पहली गेंद पर छक्का और दूसरी गेंद पर चौका लगाकर लक्ष्य भारत की जद में ला दिया।

लेकिन अगली लगातार दो गेंदों पर रन बना पाने का दबाव उन पर नजर आने लगा। इस बीच उन्होंने बल्ला बदला और अगली गेंद पर तेज शॉट भी लगाया, लेकिन गेंद सीमारेखा को पार नहीं कर सकी और बिलिंग्स ने कैच थामने में कोई गलती नहीं।

जाधव ने 74 गेंदों की तेज तर्रार पारी में 12 चौके और एक छक्का लगाया।

अब भारत को आखिरी गेंद पर छह रन चाहिए थे और सामने थे भुवनेश्वर कुमार। भुवनेश्वर हालांकि गेंद को छू भी नहीं सके और इंग्लैंड ने मैच पांच रन से अपने नाम कर लिया।

इंग्लैंड के लिए स्टोक्स ने तीन और जैक बॉल तथा क्रिस वोक्स ने दो-दो विकेट लिए। विली और प्लंकेट को एक-एक विकेट मिला।

इससे पहले, इंग्लैंड ने जेसन रॉय (65), बेयरस्टो (56), कप्तान इयान मोर्ग (43) और स्टोक्स (नाबाद 57) के संयुक्त प्रयास से आठ विकेट पर 320 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था।

खेलों में उंचाई तक पहुँचने के लिए संस्थागत व्यवस्था की जरूरत: मोदी

institutional-arrangements-needed-to-reach-heights-in-sports-modi

नई दिल्ली, 20 जनवरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि खेल के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल करने के लिए भारत को संस्थागत व्यवस्था की जरूरत है। कच्छ के रण में मंत्रियों तथा पर्यटन, संस्कृति, युवा मामले तथा खेल विभाग के सचिवों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "खेल के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए हमें एक संस्थागत व्यवस्था की जरूरत है। मैं इस बात से आश्वस्त हूं कि हर सरकार खेलों को लोकप्रिय करना चाहती है।"

प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सम्मेलन को संबोधित किया।

तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन गुजरात सरकार के सहयोग से पर्यटन, संस्कृति, युवा मामले तथा खेल मंत्रालयों द्वारा किया गया है।

खेलों को लोकप्रिय बनाने को लेकर केंद्र तथा राज्य सरकारों के प्रयासों पर मोदी ने कहा, "सबसे जरूरी है कि हम जिला स्तर पर ध्यान दें, ताकि हम समझ सकें कि हमारी प्रतिभा कहां है, हमारा आधारभूत ढांचा कहां है।"

भारत में पर्यटन की संभावनाओं पर मोदी ने कहा, "भारत में अपार संभावनाएं हैं, जिससे वह दुनिया का ध्यान आकर्षित कर सके।"

प्रधानमंत्री ने सुझाव देते हुए कहा कि प्रत्येक राज्य की सरकार कुछ संभावित पर्यटन गंतव्यों का चयन करे और पूरी दुनिया के लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए विश्वस्तरीय आधारभूत ढांचा मुहैया कराए।

मोदी ने प्रतिनिधियों से विभिन्न पहलों के माध्यम से 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' पहल का क्रियान्वयन करने की अपील की।

सम्मेलन का विषय 'पर्यटन, संस्कृति, युवा मामलों तथा खेल के बीच समन्वय स्थापित करना और एक भारत, श्रेष्ट भारत को मजबूत करने एवं पुनरुत्थानशील युवा भारत के निर्माण की दिशा में राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के साथ सहक्रियता स्थापित करना' है।

इस मौके पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, केंद्रीय मंत्री विजय गोयल तथा महेश शर्मा भी शामिल थे।

धोनी ने युवराज के साथ मिलकर इंग्लैंड को धोया, दूसरा वनडे जीता

cricket-news-in-hindi

कटक, 19 जनवरी: भारत ने बाराबती स्टेडियम में गुरुवार को हुए दूसरे एकदिवसीय मैच में इंग्लैंड को 15 रनों से हरा दिया। इसके साथ ही भारत ने तीन मैचों की श्रृंखला पर 2-0 से अजेय बढ़त हासिल कर ली।

भारत से मिले 382 रनों के अपने सबसे विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड कप्तान इयान मोर्गन (102) और जेसन रॉय (82) की जुझारू पारियों के बावजूद निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट खोकर 366 रन बना सकी।

इतने विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड 45 ओवरों तक भारत की अपेक्षा रनों के मामले में आगे चल रहा था। भारत के जहां 45 ओवरों में चार विकेट पर 308 रन थे, वहीं इंग्लैंड ने 45 ओवरों तक 309 रन बना लिए थे, हालांकि उसके सात विकेट गिर चुके थे।

81 गेंदों में छह चौके और पांच छक्के लगा चुके मोर्गन जब तक क्रीज पर थे, इंग्लैंड की उम्मीदें बची हुई थीं। लेकिन 49वें ओवर की तीसरी गेंद पर जसप्रीत बुमराह ने फॉलोअप में न सिर्फ लियाम प्लंकेट का शॉट रोका, बल्कि नॉन स्ट्राइकर छोर छोड़ चुके मोर्गन को रन आउट कर इंग्लैंड की आखिरी उम्मीद भी खत्म कर दी।

इंग्लैंड को आखिरी ओवर में 22 रन चाहिए थे और गेंद लेकर उतरे डेथ ओवर के विश्वसनीय गेंदबाज भुवनेश्वर। भुवनेश्वर ने विश्वास को कायम रखते हुए ओवर में सिर्फ छह रन दिए और भारत 15 रनों से मैच जीत गया।

भारत के लिए रविचंद्रन अश्विन ने सर्वाधिक तीन विकेट चटकाए। उनके अलावा जसप्रीत बुमराह को दो और भुवनेश्वर कुमार और रवींद्र जडेजा को एक-एक विकेट मिला।

जडेजा सबसे किफायती गेंदबाज रहे। उन्होंने 10 ओवरों में 45 रन दिए।

इससे पहले, टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने युवराज सिंह (150) और महेंद्र सिंह धौनी (134) की दमदारा पारियों की बदौलत निर्धारित 50 ओवरों में छह विकेट खोकर 381 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था।

सुशील कुमार को हराने वाले पहलवान आंद्रे स्टैंडिक को बाबा रामदेव ने 12-0 से पटका: VIDEO देखें

hindi-news-baba-ramdev-beat-andre-standik-in-pro-wrestling-league

New Delhi, 19 January: बाबा रामदेव केवल दिखावे का योग नहीं करते, उनके अन्दर किसी भी पहलवान को धूल चटाने की क्षमता है। कल प्रो रेस्टलिंग लीग में उन्होंने ओलंपिक के मेडलिस्ट आंद्रे स्टैंडिक को 10-0 से धूल चटाकर दुनिया को अपनी योग की ताकत दिखाई है। आंद्रे स्टैंडिक बाबा रामदेव के आगे 2 मिनट भी नहीं टिक सके और बाबा रामदेव ने उन्हें कई बार पटका। 

युक्रेन के आंद्रे स्टेंडिक वही पहलवान हैं जिन्होंने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में भारतीय पहलवान सुशील कुमार को हराया था।

बाबा रामदेव ने कुश्ती से पहले सूर्य नमस्कार किया और कुछ एक्सरसाइज करके अपने शरीर की लचक भी दिखाई, आंद्रे उन्हें देखते रह गए, जब कुश्ती शुरू हुई तो बाबा रामदेव ने पहली बार ही 4 अंक बना लिए, उसके बाद उन्होंने दूसरे दांव में 4 अंक बनाए। तीसरे और चौथे दांव में भी उन्होंने 2-2 अंक बनाए और देखते ही देखते बाबा रामदेव 12-0 कुश्ती जीत चुके थे। 

विस्फोटक शतक जमकर भारत के पांचवे विस्फोटक बल्लेबाज बने केदार जाधव

kedar-jadhav-hit-century-in-65-balls-included-in-blaster-batsman

पुणे, 15 जनवरी: भारत ने रविवार को महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेले गए पहले मैच में मेहमान इंग्लैंड द्वारा दिए गए 351 रनों के लक्ष्य को हासिल कर तीन विकेट से यह मैच अपने नाम किया। इस जीत में अहम भूमिका नए कप्तान विराट कोहली (122) और केदार जाधव (120) ने निभाई। एक समय जब टीम अपने चार विकेट महज 63 रनों पर ही गंवा बैठी थी तभी इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 200 रनों की साझेदारी कर टीम की जीत तय कर दी थी। 

जाधव ने इस मैच में अपना दूसरा शतक लगाया और साथ ही वह भारत की तरफ से सबसे तेज शतक लगाने वाले पांचवें बल्लेबाज बन गए हैं। जाधव ने 36वें ओवर की पांचवीं गेंद पर चौका मारकर अपना शतक पूरा किया। उन्होंने इसके लिए 65 गेंदें खेलीं। इसके साथ ही वह भारत की तरफ से सबसे तेज अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में पांचवें स्थान पर आ गए हैं। 

इस मैच में जाधव के साथ साझेदारी करने वाले कोहली ने दो बार जाधव से तेज शतक बनाया है। उन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ जयपुर में 2013 में 52 गेंदों में और फिर आस्ट्रेलिया के खिलाफ नागुपर में ही 61 गेंदों में शतक लगाया था। 

पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग 60 गेंदों में सैंकड़ा जड़ चुके हैं। उन्होंने 2009 में हेमिल्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ यह कारनामा किया था। भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भी न्यूजीलैंड के खिलाफ 1988 में बड़ौदा में 62 गेंदों में शतक लगाया था। 

मौजूदा टीम का हिस्सा युवराज सिंह भी जाधव से तेज शतक लगा चुके हैं। युवराज ने 2008 में राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ ही 64 गेंदों में शतक पूरा किया था। 

जाधव रविवार को इस सूची में शामिल होने वाले पांचवें बल्लेबाज बने। जाधव ने इस मैच में 76 गेंदों में 12 चौके और चार छक्के लगाए। 

63 पर 4 विकेट गिरने के बावजूद भी विराट कोहली ने 351 रनों का पीछा करके जीता मैच, ठोंका 27वां शतक

pune-india-win-first-one-day-to-england-virat-kohli-chase-350-run

पुणे, 15 जनवरी: भारत की एकदिवसीय टीम के नए कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि हम विपक्षी टीम को बताना चाहते थे कि 63 रनों पर चार विकेट खोने के बाद भी हम मैच से बाहर नहीं हुए हैं। 

भारत ने रविवार को इंग्लैंड द्वारा दिए गए 351 रनों के लक्ष्य को हासिल करते हुए मैच तीन विकेट से जीतने में सफल रहा। 

कोहली ने 105 गेंदों में 122 रनों और केदार जाधव ने 76 गेंदों में 120 रनों की पारी खेल भारत को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 200 रनों की साझेदारी की। 

मैच के बाद कोहली ने कहा, "हम एक-एक रन लेकर मैच नहीं जीत सकते थे। हमें अपने विपक्षी को बताना था कि हमें भरोसा है कि हम जीत सकते हैं।"

उन्होंने जाधव की भी प्रशंसा की और कहा, " 350 रनों का पीछा करते हुए हमने 63 रनों पर चार विकेट खो दिए थे तब हमें एक अच्छी साझेदारी की जरूरत थी।"

कोहली ने कहा, "केदार ने शानदार पारी खेली। न्यूजीलैंड श्रृंखला के दौरान हमने उनकी काबिलियत देखी थी। आज नंबर छह पर आकर ऐसी पारी खेलना आसान नहीं था।"

जाधव ने अपनी पारी का श्रेय कोहली को दिया है। 

जाधव ने कहा, "अपने घरेलू दर्शकों के सामने अपने देश के लिए मैच जीतना शानदार अहसास है।"

उन्होंने कहा, "मैं ऐसा अपने कप्तान के कारण खेल सका। उन्होंने देश के लिए ऐसा कई बार किया है और मैंने कई बार ऐसे मौके गंवाए हैं। इसलिए आज मेरे पास रन बनाने का मौका था और विराट को दूसरे छोर पर देखने का भी।"

Fixing वाले अजहर बनना चाहते थे HCA अध्यक्ष, नामांकन रद्द

Azharuddin-nomination-cancelled-for-hca-president-election

हैदराबाद, 14 जनवरी: भारतीय टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अहजरूद्दीन की क्रिकेट प्रशासक बनने की मुहिम को उस समय तगड़ा झटका लगा जब निर्वाचन अधिकारी ने शनिवार को हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) अध्यक्ष पद के लिए उनका नामांकन खारिज कर दिया। निर्वाचन अधिकारी के. राजीव रेड्डी ने कहा कि मैच फिक्सिंग मामले में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के कारण अजहर इस चुनाव में उम्मीदवार नहीं हो सकते।

अजहर ने हालांकि कहा कि निर्वाचन अधिकारी ने उनका नामांकन खारिज करने के कारणों के खुलासा नहीं किया और इसी कारण उन्हें लिखित में कारणों का उल्लेख मांगा है।

अजहर ने कहा, मैं निराश हूं। यहां अजीब तरह की राजनीति चल रही है।

अजहर ने निर्वाचन अधिकारी के इस फैसले को चुनौती देने के लिए अदालत का रुख करने का फैसला किया है। अगले सप्ताह वह इस मामले को लेकर अदालत जाएंगे।

अजहर ने कहा कि ऐसे में जबकि अदालत ने उन पर लगे प्रतिबंध को खारिज कर दिया है, उन्हें चुनावों लड़ने से नहीं रोका जा सकता।

यह याद दिलाए जाने के बाद कि बोर्ड ने आधाकारिक तौर पर उन पर से प्रतिबंध नहीं हटाया है, अजहर ने कहा कि बोर्ड ने अदालत के फैसले को चुनौती नहीं दी थी। 

अजहर ने कहा, "मैं बीसीसीआई का सम्मान करता हू्ं, लेकिन यह चीजें मेरे नियंत्रण से बाहर हैं। मैंने बुरा समय देखा है, लेकिन मैं किसी को दोष नहीं देना चाहता।"

अजहर ने कहा कि इस पद के लिए चुनाव लड़ने का उनका इकलौता मकसद सिर्फ खेल के विकास में अपना ज्यादा से ज्यादा योगदान देना था। 

अजहर का नामांकन खारिज होने के बाद पूर्व सांसद जी.विवेक और पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी एम.एल जयसिम्हा के बेटे विद्युत जयसिम्हा एचसीए के अध्यक्ष बनने की दौड़ में हैं। 

एचसीए के चुनाव 17 जनवरी को होने हैं। 

अजहर ने विवेक के नामांकन खारिज ने होने पर भी आश्चर्य जताया क्योंकि विवेक तेलंगाना सरकार में सलाहकार हैं और कैबिनेट मंत्री का दर्जा उन्हें प्राप्त है। 

उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के मुताबिक सरकारी कर्मचारी चुनाव नहीं लड़ सकते। 

अजहर के साथ इस मौके पर एचसीए के पूर्व अध्यक्ष अरशद अयूब और एचसीए के सचिव जॉन मनोज भी थे। इन दोनों ने भी अजहर के नामांकन खारिज होने के फैसले पर नाराजगी जताई है। 

उन्होंने इस फैसले को अदालत के आदेश की अवहेलना बताया है। उनका कहना है कि अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि चुनाव के परिणाम 18 जनवरी से पहले नहीं घोषित किए जाएंगे। 

लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करने के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए अयूब ने एचसीए का अध्यक्ष पद छोड़ दिया था। 

निचली अदालत ने एचसीए को 17 जनवरी को चुनाव कराने का आदेश दिया था। कुछ अधिकारियों ने निचली अदालत के इस फैसले को हैदराबाद उच्च न्यायालय में यह कहते हुए चुनौती दी थी कि यह चुनाव लोढ़ा समिति और सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बिना नहीं कराए जा सकते। 

11 जनवरी को उच्च न्यायालय ने चुनावों पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। हालांकि अदालत ने कहा था कि चुनाव के नतीजे अगले आदेश तक नहीं घोषित किए जाएंगे। 

अब कप्तान नहीं रहे धोनी इसलिए ज्यादा छक्के मारेंगे: युवराज सिंह

yuvraj-singh-told-mahendra-singh-dhoni-will-now-hit-more-sixes

New Delhi, 11 January: युवराज सिंह ने महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ करते हुए कहा है कि अब वे कप्तान नाहे रहे इसलिए अधिक छक्के मारेंगे। धोनी ने भी कहा कि अगर उनकी पसंदीदा जगह पर बॉल डाली गयी तो वे जरूर छक्के मारेंगे।

युवराज सिंह और महेंद्र सिंह ने एक VIDEO वाली सेल्फी रिलीज की है, इस विडियो में धोनी और युवराज एक दूसरे से बात करते हैं, युवराज कहते हैं कि आप मेरे सबसे पसंदीदा कप्तान रहे हैं, आपके साथ खेलते हुए हमें 3 बार विश्व चैंपियन बनने का मौका मिला।

महेंद्र सिंह ने भी कहा कि मुझे भी पवेलियन में बैठकर आपके द्वारा लगाए गए 6 गेंदों पर 6 छक्के देखने के मौके मिले। उसके बाद युवराज ने कहा कि मुझे आपसे कुछ पूछना है, अब आप कप्तान तो रहे नहीं, अब तो आप अधिक छक्के मारेंगे, धोनी ने कहा कि जरूर मारूंगा।

Well done @msdhoni on your career as captain ! 3 major wins 2 w cups 🏏☝🏼⭐️⭐️⭐️ time to unleash the old dhoni👊🏽 pic.twitter.com/7WXdre9qJU

सौरभ गांगुली को मिली जान से मारने की धमकी

sourav-ganguly-received-death-threats

कोलकाता, 9 जनवरी: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने सोमवार को बताया कि उन्हें किसी अज्ञात स्रोत से जान से मारने की धमकी मिली है। बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के अध्यक्ष गांगुली ने बताया, "कुछ दिनों पहले मुझे धमकी भरा पत्र मिला था। मैंने पुलिस को इसकी सूचना दे दी है।"

गांगुली 19 जनवरी को पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले में स्थित विद्यासागर विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में शरीक होने वाले हैं।

पत्र में धमकी देते हुए गांगुली को इस कार्यक्रम से दूर रहने के लिए कहा गया है।

धौनी ने कई बार मुझे टीम से बाहर होने से बचाया: कोहली

virat-kohli-revealed-mahendra-singh-dhoni-maintain-him-in-team

नई दिल्ली, 7 जनवरी: भारतीय एकदिवसीय और टी-20 टीम के नए कप्तान विराट कोहली ने अपने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की तरीफ करते हुए शनिवार को कहा कि धौनी ने उन्हें कई बार टीम से बाहर होने से बचाया। धौनी ने बुधवार को सभी को हैरान करते हुए एकदिवसीय और टी-20 टीम की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया।

दौनी के इस्तीफा देने के बाद टेस्ट टीम के कप्तान कोहली को टी-20 और एकदिवसीय टीमों की कप्तानी भी सौंप दी गई।

कोहली ने कहा है कि करियर के शुरुआती दौर में धौनी ने उनका साथ दिया और उनकी काबिलियत पर भरोसा जताया।

बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर शनिवार को कोहली के हवाले से कहा गया है, "उन्होंने मुझे शुरुआती दौर में मार्गदर्शन दिया और मुझे मौके भी प्रदान किए। उन्होंने मुझे एक खिलाड़ी के तौर पर निखरने के लिए अच्छा खासा समय दिया। कई बार उन्होंने मुझे टीम से बाहर होने से भी बचाया और इसलिए हमारे बीच एक दूसरे के प्रति सम्मान है।"

कोहली ने कहा, "जाहिर सी बात है, उनकी कमी पूरी करना मुश्किल है। जब भी आप एम. एस. धौनी के बारे में सोचते हैं तो पहला शब्द कप्तान जहन में आता है।"

उन्होंने कहा, "आप धौनी को किसी और रूप में सोच भी नहीं सकते। मेरे लिए वह हमेशा मेरे कप्तान रहेंगे क्योंकि मैंने अपना करियर उन्हीं की कप्तानी में शुरू किया था।"

कोहली ने धौनी को लेकर अपनी रणनीति भी जाहिर की है। कोहली चाहते हैं कि धौनी ऊपरी क्रम में अपनी शैली में बल्लेबाजी करें।

उन्होंने कहा, "मैं जानता हूं कि वह किस तरह के इंसान हैं। अगर मैं उनसे कहूंगा कि आप कहां बल्लेबाजी करना चाहते हैं तो वो कहेंगे की जहां तुम मुझे बल्लेबाजी पर भेजना चाहते हो, लेकिन मैं उन्हें ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करते हुए देखना चाहता हूं।"

नए कप्तान ने कहा, "मैं चाहता हूं कि वह अपने खेल का आनंद लें। अगर वह ऐसा करते हैं और अपने शुरुआती करियर की तरह बल्लेबाजी करते हैं तो टीम को मजबूती मिलेगी।"

धौनी ने दिसंबर, 2014 में टेस्ट से अचानक संन्यास की घोषणा कर दी थी। धौनी के बाद कोहली तभी से टेस्ट टीम की कमान संभाल रहे हैं। उनके कप्तान रहते टीम ने लगातार पांच श्रृंखलाएं अपने नाम कीं और दोबारा टेस्ट में शीर्ष दर्जा हासिल किया।

कोहली का कहना है कि वह आगे रहकर टीम का नेतृत्व करने में विश्वास करते हैं।

उन्होंने कहा, "अतिरिक्त जिम्मेदारी मिलने से मैंने हमेशा सोचा है कि आपके पास किसी भी पल आराम करने का मौका नहीं है।"

कोहली ने कहा, "इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी 60-70 के पार जा कर अपना विकेट खोना आसान था, लेकिन इसके बाद मैंने जब कप्तानी संभाली तो मुझे अहसास हुआ कि मुझे उदाहरण पेश करने हैं और मुझे अपनी टीम से अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कहने से पहले खुद करना है।"

भारत को इंग्लैंड के खिलाफ तीन एकदिवसीय और तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला खेलनी है जिसका पहला एकदिवसीय मैच 15 जनवरी को पुणे में खेला जाएगा। 

धोनी ने वनडे और टी-20 में टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ी, एक खिलाडी के तौर पर खेलते रहेंगे

mahendra-singh-dhoni-leave-captaincy-one-day-and-t-20-cricket

मुंबई, 4 जनवरी: भारतीय क्रिकेट को दुनिया का सिरमौर बनाने वाले दुनिया के सफलतम कप्तानों में शुमार महेंद्र सिंह धौनी ने बुधवार को एकदिवसीय और टी-20 टीमों की कप्तानी से भी हटने की घोषणा कर दी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बुधवार को एक बयान जारी कर इसकी घोषणा की।

धौनी इंग्लैंड के खिलाफ आगामी एकदिवसीय और टी-20 श्रृंखलाओं में टीम की कमान नहीं संभालेंगे, हालांकि वह टीम में चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे।

बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने एक बयान में कहा है, "सभी क्रिकेट प्रशंसकों और बीसीसीआई की तरफ से मैं महेंद्र सिंह धौनी का भारतीय क्रिकेट को दिए उनके शानदार योगदान के लिए शुक्रिया अदा करता हूं। उनकी कप्तानी में भारत ने क्रिकेट में नई ऊंचाईयों को छुआ।"

धौनी भारत के इकलौते ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने आईसीसी के सभी आयोजनों में टीम को जीत दिलाई है। धौनी की कप्तानी में भारत ने 2007 में टी-20 विश्व कप और 2011 में 50 ओवरों के विश्व कप का खिताब हासिल कर इतिहास रचा, और 2013 में चैम्पियंस ट्रॉफी पर भी कब्जा जमाया।

धौनी की अगुआई में भारत पहली बार टेस्ट में नंबर-1 की कुर्सी पर बैठा।

बीसीसीआई ने एक वक्तव्य जारी कर धौनी के हवाले से कहा, "दौनी ने बीसीसीआई को सूचित किया है कि वह एकदिवसीय और टी-20 टीमों की कप्तानी से हटना चाहते हैं। हालांकि वह इंग्लैंड के खिलाफ आगामी एकदिवसीय और टी-20 श्रृंखलाओं के लिए उपलब्ध रहेंगे और सीनियर चयन समिति को इससे अवगत करा दिया गया है।"

बीसीसीआई की सीनियर चयन समिति इंग्लैंड के खिलाफ आगामी श्रृंखला के लिए टीम का चयन करने के लिए शुक्रवार को बैठक करने वाली है।

एकदिवसीय में धौनी ने कुल 199 मैचों में टीम का नेतृत्व किया। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर माने जाने वाले धौनी ने टीम को कप्तान रहते कुल 110 मैचों में जीत दिलाई जबकि 74 मुकाबलों में उन्हें हार मिली। चार मुकाबले टाई और 11 मैचों का कोई परिणाम नहीं निकला। कप्तान रहते हुए एक बल्लेबाज के तौर पर भी धौनी कामयाब रहे। उन्होंने कप्तान रहते एकदिवसीय में 54 का औसत और 86 के स्ट्राइक रेट से 6,683 रन बनाए।

वह विश्व क्रिकेट में सबसे ज्यादा एकदिवसीय मैचों में कप्तानी करने में तीसरे नंबर पर आते हैं। उनसे ज्यादा आस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग और न्यूजीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंग ने एकदिवसीय मैचों में कप्तानी की है।

धौनी को क्रिकेट इतिहास में करिश्माई कप्तान भी कहा जाता है। क्रिकेट के मैदान पर उन्होंने कई बार ऐसे जोखिम उठाए जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।

धौनी को पहली बार कप्तान की जिम्मेदारी 2007 में दी गई थी। उनकी पहली परिक्षा ही काफी मुश्किल थी। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने पहली बार टी-20 विश्व कप कराने का फैसला किया। धौनी ने इस विश्व कप से अपनी कप्तानी की शुरुआत की और भारत को विजेता बनाकर स्वदेश लौटे।

टी-20 विश्व कप के बाद ही उन्हें एकदिवसीय टीम की कमान भी सौंपी गई।

उन्होंने 72 टी-20 मैचों में टीम की कमान संभाली और 41 जीत टीम को दिलाई और 28 हारों का सामना किया। एक मैच टाई और दो मैचों का परिणाम नहीं निकला। वह टी-20 में सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी करने वाले खिलाड़ी हैं। टी-20 में कप्तान रहते उन्होंने 122.60 के स्ट्राइक रेट से 1112 रन बनाए। टी-20 में वह बिना अर्धशतक लगाने के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी हैं। टी-20 में उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 48 है।

पांच साल बाद उन्होंने भारत को एक बार फिर विश्व विजेता बनाया। भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश की संयुक्त मेजबानी में खेले गए 50 ओवरों के विश्व कप में भारत ने धौनी के कप्तान रहते ही जीत हासिल की। भारत ने 28 साल बाद इस विश्व कप पर कब्जा जमाया था। 2015 में हुए विश्व कप में धौनी भारत को सेमीफाइनल तक ले गए।

धौनी की कप्तानी में ही भारत ने अब तक खेले गए छह टी-20 विश्व कप में हिस्सा लिया और धौनी की कप्तानी में भारत दो बार विश्व कप के फाइनल तक पहुंचा। एक बार टीम विजेता बनी तो 2014 में उपविजेता। 2014 के फाइनल में उसे श्रीलंका ने मात दी।

पिछले साल भारत की मेजबानी में हुए टी-20 विश्व कप में भी भारत ने सेमीफाइनल में जगह बनाई, जहां उसे वेस्टइंडीज के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

धौनी ने कप्तानी में अपनी सफलता इंडियन सुपर लीग (आईपीएल) में भी जारी रखी। उन्होंने इस समय निलंबित चल रही चेन्नई सुपर किंग्स को दो बार आईपीएल का विजेता बनाया जबकि चार बार उपविजेता बनी। चेन्नई ने धौनी के कप्तान रहते हर साल आईपीएल के सेमीफाइनल में जगह बनाई।

धौनी ने दिसंबर, 2014 में टेस्ट से संन्यास ले लिया था। धौनी ने 60 टेस्ट मैचों में टीम की कमान संभाली जिसमें 27 में उन्हें जीत और 18 में हार मिली जबकि 11 मैच ड्रॉ रहे।