रेप, मर्डर और यौन शोषण मामले में आज CBI कोर्ट ने डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम सिंह को 10 साल की सजा सुनाकर उनकी बाबागिरी पर रोक लगा दी, अब बाबा राम रहीम 10 साल तक जेल में रहेंगे तो आश्रम में बैठकर भगवान की नक़ल नहीं कर पाएंगे.
बाबा राम रहीम के लिए सबसे बुरी खबर ये है कि उनके खिलाफ और भी मामले हैं और अब जल्द ही सभी मामले खुल जाएंगे क्योंकि, अब उनके खिलाफ जैसे जैसे मामले खुलते जाएंगे, वैसे वैसे उनकी सजा भी बढती जाएगी. अब उनकी ताकत ख़त्म हो चुकी है, अब वे ना तो सरकार पर प्रेशर डाल सकते हैं, ना पुलिस पर प्रेशर डाल सकते हैं और ना ही कानून के साथ खिलवाड़ कर सकते हैं.
बाबा राम रहीम के लिए इससे भी बड़ी समस्या ये है कि इस मामले की जांच CBI ने दी है और फैसला भी CBI कोर्ट ने सुनाया है इसलिए अब उनकी अपील ना तो हाई कोर्ट सुनेगा और ना ही सुप्रीम कोर्ट सुनेगा क्योंकि हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी ऐसे मामले CBI के पास भेजता है लेकिन इस मामले की पहले ही CBI जांच कर चुकी है और CBI इस देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी है इसलिए CBI कोर्ट के फैसले को कोई रोक नहीं सकता.
कहने का मतलब ये है कि अब बाबा राम रहीम को 10 साल जेल में रहना ही होगा, अभी केवल धारा 376, 501, और 511 के तहत ही उन्हें सजा दी गयी है, अभी उनके खिलाफ हत्या के भी मामले हैं, अगर उसकी सुनवाई हो गयी तो उन्हें आजीवन सजा होगी और फांसी भी हो सकती है क्योंकि उन पर एक पत्रकार की हत्या का आरोप है. रही बात जांच की तो CBI ने इस मामले की पूरी जांच की है, इसलिए बाबा राम रहीम की सजा बढती जाएगी, हर मामले में एक दो साल सजा बढ़ जाएगी और उन्हें पूरा जीवन जेल में बिताना पड़ेगा.
आपको बता दें कि आज CBI जज जगदीप सिंह ने हेलिकॉप्टर से रोहतक जेल आकर उनके खिलाफ महत्वपूर्ण फैसला सुनाया. फैसला सुनाने से पहले जज ने दोनों पक्षों की दलील सुनी. बाबा राम रहीम के वकीलों ने उनकी समाज सेवा का हवाला दिया, उसके बाद बाबा राम रहीम ने भी जज से माफी मांगते हुए अपनी बीमारी का हवाला दिया लेकिन जज ने उनकी एक नहीं सुनी और उन्हें 10 साल की सजा सुना दी.
बाबा राम रहीम के लिए सबसे बुरी खबर ये है कि उनके खिलाफ और भी मामले हैं और अब जल्द ही सभी मामले खुल जाएंगे क्योंकि, अब उनके खिलाफ जैसे जैसे मामले खुलते जाएंगे, वैसे वैसे उनकी सजा भी बढती जाएगी. अब उनकी ताकत ख़त्म हो चुकी है, अब वे ना तो सरकार पर प्रेशर डाल सकते हैं, ना पुलिस पर प्रेशर डाल सकते हैं और ना ही कानून के साथ खिलवाड़ कर सकते हैं.
बाबा राम रहीम के लिए इससे भी बड़ी समस्या ये है कि इस मामले की जांच CBI ने दी है और फैसला भी CBI कोर्ट ने सुनाया है इसलिए अब उनकी अपील ना तो हाई कोर्ट सुनेगा और ना ही सुप्रीम कोर्ट सुनेगा क्योंकि हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी ऐसे मामले CBI के पास भेजता है लेकिन इस मामले की पहले ही CBI जांच कर चुकी है और CBI इस देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी है इसलिए CBI कोर्ट के फैसले को कोई रोक नहीं सकता.
कहने का मतलब ये है कि अब बाबा राम रहीम को 10 साल जेल में रहना ही होगा, अभी केवल धारा 376, 501, और 511 के तहत ही उन्हें सजा दी गयी है, अभी उनके खिलाफ हत्या के भी मामले हैं, अगर उसकी सुनवाई हो गयी तो उन्हें आजीवन सजा होगी और फांसी भी हो सकती है क्योंकि उन पर एक पत्रकार की हत्या का आरोप है. रही बात जांच की तो CBI ने इस मामले की पूरी जांच की है, इसलिए बाबा राम रहीम की सजा बढती जाएगी, हर मामले में एक दो साल सजा बढ़ जाएगी और उन्हें पूरा जीवन जेल में बिताना पड़ेगा.
आपको बता दें कि आज CBI जज जगदीप सिंह ने हेलिकॉप्टर से रोहतक जेल आकर उनके खिलाफ महत्वपूर्ण फैसला सुनाया. फैसला सुनाने से पहले जज ने दोनों पक्षों की दलील सुनी. बाबा राम रहीम के वकीलों ने उनकी समाज सेवा का हवाला दिया, उसके बाद बाबा राम रहीम ने भी जज से माफी मांगते हुए अपनी बीमारी का हवाला दिया लेकिन जज ने उनकी एक नहीं सुनी और उन्हें 10 साल की सजा सुना दी.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बाबा राम रहीम पर 2002 में आश्रम की रहने वाले कुछ साध्वियों ने यौन शोषण का आरोप लगाया था, एक साध्वी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को चिट्ठी लिखकर पूरा वाकया बताया था और उनसे न्याय की मांग की थी, अटल बिहारी वाजपेयी ने ही इस मामले की सीबीआई जांच का आदेश दिया था, इस मामले की 15 साल तक जांच हुई और आज बाबा राम रहीम को 10 साल की सजा सुना दी गयी.
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