गुवाहाटी, 19 सितम्बर: असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के निकट नगांव जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे बेदखली अभियान के दौरान सोमवार को सुरक्षा बलों और आम लोगों के बीच झड़प में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। कलियाबोर अनुमंडल के बंदरडूबी गांव में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने बेदखली अभियान को रोकने का प्रयास किया।
जिला प्रशासन के बेदखली दल को रोकने के लिए स्थानीय लोगों और प्रदर्शनकारियों ने अवरोध खड़े कर दिए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पहले सुरक्षा बल को अश्रु गैस के गोले छोड़ने पड़े और बाद में गोलियां चलानी पड़ीं।
स्थानीय लोगों ने दावा किया कि एक युवक और एक महिला की मौत पुलिस की गोली से हुई है, लेकिन पुलिस ने इससे इनकार किया है।
असम के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुकेश सहाय ने कहा, "अदालत के आदेश के अनुरूप काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में जिला प्रशासन द्वारा बेदखली अभियान चलाया जा रहा है।"
उन्होंने कहा कि पहले भी बिना बल प्रयोग किए इस इलाके से लोगों को हटाने का प्रयास किया गया था। नए आदेश के बाद अधिकांश लोगों ने पहले ही अपना घर खाली कर दिया था।
सहाय ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों के उकसावे पर कुछ स्थानीय निवासियों ने अभियान का विरोध किया जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई।
गुवाहाटी उच्च न्यायालय की खंडपीठ के आदेश के बाद लोगों को हटाने का अभियान शुरू किया गया है।
उच्च न्यायालय ने राष्ट्रीय उद्यान के दूसरे, तीसरे, पाचवें और छठे परिवर्धन में निवासियों को हटाने के लिए गोपालघाट, सोनितपुर और नगांव के उपायुक्तों को शीघ्र कदम उठाने के निर्देश दिए थे।
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