नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व मंत्री और विधायक कपिल मिश्रा ने एक बार फिर से केजरीवाल के दोगलेपन की पोल खोल दी है, उन्होंने अंकित सक्सेना की हत्या का मुद्दा उठाया है जिसकी मौत पर केजरीवाल ने चुप्पी साध रखी है, अगर यही अंकित सक्सेना दलित या मुस्लिम होता तो केजरीवाल आसमान सर पर उठा लेते और तहलका मचा देते लेकिन कल अंकित सक्सेना की मौत हुई है, इसके नाम के बाद खान या अहमद या वेमुला नहीं लिखा है इसलिए केजरीवाल ने चुप्पी साध रखी है.
यही सोचकर कपिल मिश्रा ने केजरीवाल पर निशाना साधा है, उन्होंने ट्वीट में कहा - अगर अंकित का नाम अख़लाक़ होता तो मेरे शहर का मालिक कल सारी रात न सोता. मौत की कीमत लाश का धर्म देखकर लगाते हैं
वो दिल्ली को 'मुग़लिया' अंदाज़ में चलाते हैं।
क्या है अंकित सक्सेना की हत्या का मामलाअगर अंकित का नाम अख़लाक़ हुआ होता— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) February 3, 2018
मेरे शहर का मालिक कल सारी रात न सोता
मौत की कीमत लाश का धर्म देखकर लगाते हैं
वो दिल्ली को 'मुग़लिया' अंदाज़ में चलाते हैं।
23 साल के अंकित सक्सेना की वीरवार छूरे से गर्दन काट दी गई, उसका कसूर ये था कि वो दूसरे मजहब (मुस्लिम) की लड़की से मुहब्बत करता था, लड़की के पिता ने उसे मुहब्बत करने की सजा दी और उसकी गर्दन ही काट दी.
अंकित की हत्या के बाद लड़की ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि अंकित का इंतजार टैगोर गार्डन मेट्रो स्टेशन पर कर रही थी. वह अपने घर से बाइक लेने गया था. मुझे किसे ने बताया कि उसकी हत्या कर दी गई है. मेरे पापा और अंकल ने ये सब किया है।
अपने बयान में अंकित कि माँ ने बताया की वह काम से लौट रहा था तो लड़की के पिता का फोन आया. उन्होंने अंकित के स्टुडियो में आने के लिए कहा. कुछ देर बाद पड़ोस का एक बच्चा भागते हुए आया और उसने बताया कि अंकित को चौक पर कुछ लोगों ने पीटा है. जब मैं वहां पहुंची तो मेरे पिता और अंकल अंकित को लात से मार रहे थे और वह जमीन पर पड़ा था।
अंकित की हत्या के पहले लड़की के घरवालों ने अंकित के माता-पिता को भी बुरी तरह पीटा था। अंकित की माँ को गंभीर चोटें आई थी. पेट में भी चोटें लगी थी लेकिन शुक्रवार सुबह उन्होंने अस्पताल से जबर्दस्ती छुट्टी ले ली. अब अंकित की मौत के बाद परिवार वालों का बुरा हाल हो गया है.
Post A Comment:
0 comments: