नई दिल्ली: कुछ अधिक देशभक्त लोग मांग करते हैं कि हमें पाकिस्तान को मिटा देना चाहिए, कुचल देना चाहिए लेकिन उन्हें पता नहीं है कि युद्ध से पहले तैयारी करनी पड़ती है अन्यथा जान माल का अधिक नुकसान होता है. पूर्व सरकार ने भारतीय सेना को अत्याधुनिक हथियारों से लैश नहीं किया लेकिन मौजूदा मोदी सरकार ने पूरी सेना को आधुनिक हथियारों से लैश करना का आर्डर दिया है.
आज रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में रक्षा खरीद परिषद की बैठक में भारत की तीनों सेनाओं के अध्यक्षों की मौजूदगी में बड़ा फैसला लिया गया.
आज रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में रक्षा खरीद परिषद की बैठक में भारत की तीनों सेनाओं के अध्यक्षों की मौजूदगी में बड़ा फैसला लिया गया.
रक्षा मंत्रालय ने सेना के तीनों अंगों के लिए 12,280 करोड़ रुपए की लागत से 7.40 लाख असाल्ट राइफलें खरीदने की मंजूरी दे दी, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह भी तय किया गया कि 1,819 करोड़ रुपए की लागत से लाइट मशीन गनों की भी खरीद की जाएगी।
साथ ही, सेना के लिए 982 करोड़ रुपए की लागत से 5,719 स्नाइपर राइफलें खरीदी जाएंगी, कुल 15,935 करोड़ रुपए के रक्षा सौदों को मंजूरी दी गई है. सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात सैनिकों को बेहतर और अत्याधुनिक हथियार उपलब्ध कराने की योजना हाथ में ली गई है। नौसेना के जहाजों की पनडुब्बी रोधी मारक क्षमता बढ़ाने के लिए जरूरी अधिग्रहण को भी मंजूरी दी गई है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, हथियार को उपलब्ध कराने की प्रक्रिया जल्द ही प्रारंभ होगी, 1819 करोड़ की लागत से सेना के लिए लाइट मशीन गन (एलएमजी) को फास्ट ट्रैक आधार पर खरीद को मंजूरी दी गई है। असाल्ट राइफलें सेना के तीनों अंगों के लिए होंगी। सेना और वायुसेना के लिए 982 करोड़ में 5719 स्नाइपर राइफल्स की खरीद की इजाजत दी गई है। शुरुआत में इनका असलहा भी खरीदा जाएगा। बाद में इनका गोला-बारूद देश में ही बनाया जाएगा.
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