लखनऊ: कुछ दिनों पहले खबर आयी थी कि लखनऊ विधानसभा के बाहर, सीएम योगी के घर के बाहर और अन्य कई महत्वपूर्ण स्थानों पर आलू फेंकी गयी थी. यह सुरक्षा में चूक का गंभीर मामला था क्योंकि आलू की जगह कुछ भी फेंका जा सकता था. लखनऊ पुलिस ने ऐसा करने वालों के खिलाफ तेजी से कार्यवाही करते हुए आज 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
दोनों को गिरफ्तार करने के बाद इन लोगों के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है. पता चला है कि ये दोनों समाजवादी पार्टी के नेता हैं और उसके टिकट पर नगर पंचायत चुनाव भी लड़ा है.
आपको बता दें कि पहले यह आरोप किसान यूनियन पर लगाया गया था लेकिन किसान यूनियन ने ऐसा करने से इनकार कर दिया.
सपा ने की थी योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश
अब पता चला है कि आलू फेंकने वाले वाले किसान नहीं बल्कि सामाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता थे। लखनऊ पुलिस ने इस मामले में कन्नौज से सपा के दो नेताओं को गिरफ्तार किया है। कहा जा रहा है कि आलू फेंकने की योजना अखिलेश यादव के दो करीबी नेताओं ने मिल कर बनाई थी। आलू फेंकने की घटना को योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश के तौर पर की गयी थी.
कन्नौज से लाये थे आलू
यह आलू कन्नौज के कोल्ड स्टोरेज से आठ गाड़ियों में भर कर लखनऊ लाया गया था। यूपी पुलिस को अनुसार कन्नौज में समाजवादी पार्टी नेता कक्कू चौहान और एक महिला नेता के पति ने ये पूरी प्लानिंग की थी. पांच जनवरी को सब लोग समाजवादी पार्टी के यूथ विंग के लखनऊ ऑफिस के पास जमा हुए थे।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव के दो करीबी नेता भी यहां पहुंचे। सबने साथ खाना खाया, इसके बाद तय हुआ कि सवेरे-सवेरे लखनऊ में आठ जगहों पर आलू फेंके जाएंगे। कन्नौज के प्रदीप सिंह और अंकित सिंह को ये काम दिया गया। सीसीटीवी कैमरों में गाड़ी और आलू फेंकने वालों की तस्वीरें पुलिस ने निकाल ली हैं। मोबाइल फ़ोन पर उनके लोकेशन से पुलिस ने इस पूरे खेल से परदा उठा दिया है। इस मामले में समाजवादी पार्टी के एक नेता और उनकी फॉर्चूनर गाड़ी को पुलिस ने पकड़ लिया है। अब अंकित भी गिरफ्तार हो चुका है।
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