नई दिल्ली: भारत के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है. तीन दिन पहले सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने लोकतंत्र को खतरे में बताते हुए चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ प्रेस कांफ्रेंस की थी. इस घटना के बाद मीडिया ने बवाल मचा दिया. पूरे दिन सिर्फ इसी बात पर चर्चा हुई. ऐसा लगा कोई बहुत बड़ा प्रलय आने वाला हो.
आज चीफ जस्टिस ने चारों जजों को सुप्रीम कोर्ट परिसर में ही चाय पर बुलाया और उनकी नाराजगी पर चर्चा की. चाय पीते ही चारों जज मान गए और ड्यूटी भी ज्वाइन कर ली. मतलब चाय पीने से लोकतंत्र पर खतरा दूर हो गया. अब सब कुछ ठीक है. कहीं पर कोई खतरा नहीं है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले हप्ते सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ चार जजों - जे चेलामेश्वर, रंजन गोगोई, मदन लोकुर और कुरियन जोसेफ ने बगावत की थी, उन्होंने लोकतंत्र को खतरे में बताते हुए कहा कि कुछ मामले ख़ास अदालतों को भेजे जा रहे हैं. तानाशाही चल रही है. हम मजबूर हैं इसलिए जनता तक अपनी बात पहुंचाने के लिए प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं.
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