कुमार विश्वास के आम आदमी पार्टी और केजरीवाल से फिर से मोह भंग हो रहा है. दो दिन पहले आप पार्टी की नेशनल काउंसिल मीटिंग हुई जिसमें कुमार विश्वास को बोलने ही नहीं दिया गया, वहां पर सिर्फ मोदी का विरोध किया गया, मोदी के खिलाफ भाषण दिया गया, कुमार विश्वास आप पार्टी में भ्रष्टाचार और अन्य कमियों के बारे में बोलना चाहते थे ताकि उन कमियों को दूर करके पार्टी को मजबूत किया जा सके.
मुंह बंद किये जाने से कुमार विश्वास नाराज हो गए और शायरी लिखकर केजरीवाल और उनके गैंग को लुटेरा बता दिया, उन्होंने कहा - खुशियों के बेदर्द लुटेरों, गम बोले तो क्या होगा, ख़ामोशी से डरने वालों, हम बोले तो क्या होगा.
ख़ुशियों के बेदर्द लुटेरो— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) November 2, 2017
ग़म बोले तो क्या होगा
ख़ामोशी से डरने वालो
'हम' बोले तो क्या होगा..?? 🤔
इससे पहले नेशनल काउंसिल मीटिंग से पहले भी कुमार विश्वास पर ना बोलने की शर्त रखी गयी थी जिसके बाद कुमार विश्वास ने फिर शायरी लिखी, उन्होंने कहा - सियासत में तेरा खोया या पाया हो नहीं सकता, तेरी शर्तों पे गायब या नुमाया हो नहीं सकता, भले साजिश से गहरे दफन मुझको कर भी दो पर मैं, सृजन का बीज हूँ जाया हो नहीं सकता.
Post A Comment:
0 comments: