माधुरी दीक्षित बोलीं, यह सीन करते हुए बहक गए थे विनोद खन्ना, रोक नहीं पाए और बात बढ़ गयी

madhuri-dikshit-and-vinod-khanna-hot-scene-in-dayavan-exposed

जब भी फिल्मों में किस और बोल्ड सीन की चर्चा होती है तो इमरान हाशमी का नाम सामने आता है, उनका दूसरा नाम ही किसर रखा गया है, मर्डर फिल्म में उन्होंने मल्लिका सहरावत के साथ जबरजस्त किस सीन दिए थे जिसके बाद उनका नाम किसर हो गया और उसके बाद इमरान हासमी की सभी फिल्मों में किस सीन होने लगे.

बहुत कम लोग जानते हैं कि इमरान हासमी से पहले भी बॉलीवुड फिल्मों में बोल्ड सीन आ चुके हैं, दयावान फिल्म में माधुरी दीक्षित और विनोद खन्ना के साथ 'आज फिर तुमपे प्यार आया है' गाने में फिल्माया गया सीन आज तक का सबसे बोल्ड सीन है. इससे बड़ा बोल्ड सीन आज तक हिंदी फिल्मों में नहीं आया है.

विनोद खन्ना और माधुरी दीक्षित की फिल्म दयावान 21 अक्टूबर 1988 को रिलीज हुई थी, इस फिल्म में विनोद खन्ना के साथ फिरोज खान भी थे, यह फिल्म विनोद खन्ना के जीवन की सबसे बड़ी हिट फिल्म थी, विनोद खन्ना और माधुरी के बीच बोल्ड सीन ने थिएयर में तहलका मचा दिया था.

बताया जाता है कि माधुरी दीक्षित को यह सीन करने पर आज भी अफ़सोस है, विनोद खन्ना माधुरी दीक्षित से 20 साल बड़े थे उसके बाद भी माधुरी ने उनके साथ बोल्ड सीन देने में विल्कुल भी ऐतराज नहीं किया लेकिन जब उन्होने बाद में फिल्म को देखा तो उन्हें अपने आप पर शर्म आयी. उन्होने निर्माता फिरोज खान से इस सीन को फिल्म से हटाने की मांग की लेकिन वे तैयार नहीं हुए. उसके बाद माधुरी दीक्षित और विनोद खन्ना को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.

जब माधुरी दीक्षित से इस सीन पर प्रतिक्रिया ली गयी तो उन्होंने कहा कि दरअसल उनका ऐसा सीन देने का कोई इरादा नहीं था लेकिन गाना चलते चलते सीन अपने आप हो गया, दरअसल विनोद खन्ना यह सीन करते करते बहक गए थे, वे खुद को रोक नहीं पाए और बात हद से आगे बढ़ गयी.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विनोद खन्ना का जन्म पिछले साल आज के ही दिन 6 अक्टूबर 1946 को हुआ था. वे भविष्य के सुपरस्टार माने जाते थे लेकिन अचानक उन्हें पता नहीं क्या सूझा कि वे कई वर्षों के लिए ओशो के आश्रम में जाकर सन्याशी के रूप में रहने लगे. उनके बार में कहा जाता है कि अगर वे काम करते रहते तो अमिताभ बच्चन के स्टारडम को फीका कर देते.

विनोद खन्ना ने 1968 में मन का मीत फिल्म से कैरियर की शुरुआत की थी, उन्होने अपने पूरे कैरियर में 150 फिल्मों में काम किया. फिल्म कुर्बानी के लिए उन्हें बेस्ट एक्शन का अवार्ड मिला था, इसके अलावा 1999 में उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया. उसी समय वे बीजेपी से जुड़े, सांसद और मंत्री बने. इसी वर्ष 27 अप्रैल 2017 को उनका निधन हुआ.
फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

Entertainment

Post A Comment:

0 comments: