कल BHU में कुछ छात्रों ने हिंसक प्रदर्शन किया, वाइस चांसलर जीसी त्रिपाठी के दफ्तर पर पथराव किया, पुलिस पर भी पथराव किया, छात्र जब अधिक उग्र हो गए तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, पुलिस के कई लोग घायल भी हो गए, लाठीचार्ज के बाद आजादी गैंग के लोग सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हो गए हैं, योगी सरकार, मोदी सरकार, बीजेपी, आरएसएस और BHU के VC जीसी त्रिपाठी को गुंडा कहा जा रहा है. BHU को बदनाम की कोशिश की जा रही है, कल छात्रों ने BHU मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. सोशल मीडिया पर प्रशांत भूषण जैसे वकीलों ने हिंसा के फेक इमेज शेयर किये और मोदी सरकार को बदनाम करने की कोशिश की.
आज BHU ने एक बयान जारी करके कहा है कि छात्रों का यह प्रदर्शन राजनीतिक है, इसमें वामपंथी छात्र संगठन AISA और समाजवादी छात्र संगठन के लोग राजनीतिक कारणों से हिंसा और प्रदर्शन कर रहे हैं. यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने यह भी कहा कि एंटी-नेशनल तत्वों द्वारा जान बूझकर BHU की छवि बर्बाद करने की कोशिश की जा रही है, BHU में अराजकता फैलाई जा रही है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रदर्शन करने वाली छात्राएं यह भी चाहती है कि यूनिवर्सिटी और होस्टल में उन्हें सुरक्षा दी जाय, साथ ही वो यह भी चाहती हैं कि रात में 12, 1, 2, 3 या 4 बजे भी घूम कर आने पर उन्हें होस्टल में एंट्री दे दी जाय. मतलब ना इधर और ना उधर. जब यूनिवर्सिटी के अधिकारी इन्हें सुरक्षा देने के लिए रात 9 बजे के बाद इनके घूमने पर रोक लगाते हैं तो इन्हें दिक्कत होती है, जब इन्हें खुला छोड़ने पर कोई इन्हें छेड़ता है तो भी इन्हें दिक्कत होती है.
कल प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी का दौरा था जिसे प्रभावित करने के लिए वामपंथी और समाजवादी छात्रों ने जान बूझकर हिंसा की, पत्थरबाजी की और यूनिवर्सिटी में अराजकता फैलाई जिसकी वजह से पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि त्रिवेदी होस्टल के बाहर एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई थी, उसके बाद ये लोग अपनी मांग लेकर वीसी से मिले, वीसी ने इनकी मांगों को मान भी लिया, मांग मानी जाने पर छात्राओं ने प्रदर्शन स्थगित कर दिया लेकिन AISA छात्र संगठन और समाजवादी पार्टी स्टूडेंट फ्रंट के लोगों ने प्रदर्शन को हाईजैक कर लिया और मोदी के वाराणसी की छवि खराब करने के लिए हंगामा, पत्थरबाजी शुरू कर दी, इन्होने BHU मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. यह भी खबर आ रही है कि छात्रा को छेड़ने वाला छात्र भी इन्हीं का आदमी था, लोगों को ऐसी आशंका है कि छेड़ने का यह ड्रामा सिर्फ यूनिवर्सिटी को बदनाम करने के लिए किया गया था.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कल प्रदर्शनकारी छात्र यह भी मांग कर रहे थे कि प्रधानमंत्री मोदी के काफिले का रूट बदला जाय, यानी कि उन्हें इस रास्ते से आने से रोक दिया जाय, अब आप ही सोचिये, क्या किसी देश के प्रधानमंत्री को किसी स्थान पर जाने से रोका जा सकता है. ये छात्र यह भी मांग कर रहे हैं कि यूनिवर्सिटी के VC गेट पर आकर उनसे बात करें लेकिन वीसी को डर है कि उनके साथ मारपीट की जाएगी इसलिए उन्होंने बोल दिया है कि मैं महिला यूनिवर्सिटी कांफ्रेंस में आ सकता हूँ और छात्रों के एक ग्रुप से मिल सकता हूँ, लेकिन ये छात्रा उनकी इस मांग को भी नहीं मान रहे हैं.
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