केंद्रीय गृह मंत्री नितिन गडकरी ने आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उन्हें गाड़ियों के इस्तेमाल के लिए सस्ते, टिकाऊ और प्रदुषण फ्री ईंधनों के नाम बताये जिनके इस्तेमाल से ना सिर्फ पेट्रोल-डीजल के मोटे खर्चे से बचा जा सकता है बल्कि पर्यावरण को भी बचाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि हम इस दिशा में काफी पहले से काम कर रहे हैं.
गडकरी ने कहा शहरों में गाड़ियों की संख्या बढती जा रही जा रही है जिसकी वजह से पेट्रोल और डीजल का इस्तेमाल भी बढ़ता जा रहा है, जितना पेट्रोल-डीजल का इस्तेमाल बढ़ रहा है उतना ही प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है इसीलिए दिल्ली में ओड-ईवन नियम लागू किया गया था.
नितिन गडकरी ने कहा कि आज हमारे देश में कोयला और बिजली सरप्लस में है इसके बावजूद भी पेट्रोल 75 रुपये में जबकि डीजल 60 रुपये में मिल रहा है, अगर गाड़ियाँ और कारें बिजली से चलने लगें तो 75 रुपये के बजाय केवल 8 रुपये की बिजली खर्च होगी. मतलब 75 रुपये का काम 8 रुपये में ही हो जाएगा.
नितिन गडकरी ने कहा कि मैंने अपने नागपुर शहर में 200 इलेक्ट्रिक टैक्सियों की शुरुआत की है साथ ही 20 रिफिल स्टेशन भी बनाए हैं, अब लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीद रहे हैं क्योंकि उन्हें रिफिल कराने की सुविधा है.
एथेनाल से भी चल सकती हैं गाड़ियाँ
नितिन गडकरी ने प्रेस से बात करते हुए यह भी बताया कि बसें और टैक्सियाँ भी 100 फ़ीसदी इथेनॉल से चल सकती हैं जो सस्ता भी है और प्रदूषण फ्री भी है. उन्होने कहा कि यूपी के लिए सबसे बढ़िया बात है कि यहाँ गन्ने की खेती बहुत अधिक है, किसान गन्ना देंगे तो उन्हें उचित दाम भी मिलेगा और सरकार उस गन्ने से इथेनाल बना लेगी. उन्होंने कहा कि मैंने योगीजी को इस बारे में एक प्रस्ताव दिया है.
Post A Comment:
0 comments: