New Delhi: आज RBI गवर्नर उर्जित पटेल ने नयी मौद्रिक नीति पर प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया. उन्होने किसानों की कर्जमाफी के बारे में चौंकाने वाला बयान दिया, उन्होने कहा कि सरकार द्वारा किसानों की कर्जमाफी से वित्तीय घाटा बढ़ेगा, जिसे कम करने के लिए मंहगाई बढ़ानी पड़ेगी.
उर्जित पटेल के कहने का मतलब था कि अगर एक राज्य की देखा देखी सभी राज्य सरकारों ने किसानों का कर्ज माफ़ कर दिया तो सरकारी खजाना खाली हो जाएगा, देश को बहुत अधिक वित्तीय घाटा होगा, इसका बोझ पूरे देश की जनता को उठाना पड़ेगा, मतलब किसानों की तो मौज आ जाएगी लेकिन उसका भार सबको मिलकर सहन करना पड़ेगा क्योंकि सरकार सरकारी खजाना भरने के लिए कहीं ना कहीं तो हाथ मारेगी ही.
उर्जित पटेल ने कहा कि हम अपनी तरह से कोई भी बदलाव नहीं कर रहे हैं, हमें रेपो रेट यथावत रखा है हालाँकि कर्जमाफी से आर्थिक नुकसान होना तय है.
उर्जित पटेल ने कहा कि जब तक राज्य सरकारों के पास वित्तीय घाटा सहने की क्षमता नहीं आ जाती किसानों की कर्जमाफी से बचना चाहिए, मतलब जब तक राज्य सरकारें पैसा कमाकर अपना खजाना नहीं भर लेतीं तबतक किसानों का कर्ज माफ़ नहीं करना चाहिए क्योंकि जब आपकी जेब में पैसे ही नहीं हैं तो कर्जमाफी का बोझ कैसे सहोगे.
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