New Delhi: मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में हिंसक किसान आन्दोलन के पीछे कांग्रेस पार्टी का ही हाथ है यह अब पूरी तरह से सामने आ चुका है, कांग्रेसी भी जानते हैं कि अब उनकी पोल खुल गयी है इसलिए अब वे खुलकर मैदान में आने लगे हैं, अब कांग्रेसी नेताओं ने ही प्रदर्शन शुरू कर दिया है क्योंकि किसान भी इनकी चालाकी को समझ चुके हैं, किसान समझ चुके हैं कि कांग्रेस उनका नाम लेकर अपना उल्लू सीधा कर रही है.
वैसे कांग्रेस पार्टी बहुत चालाक है, ये लोग केवल बीजेपी शासित राज्यों में आन्दोलन कर रहे हैं, चाहे मध्य प्रदेश हो, राजस्थान हो, महाराष्ट्र हो, सभी राज्यों में बीजेपी की सरकार है इसलिए केवल इन राज्यों में किसान आन्दोलन किया जा रहा है, कर्नाटक, पंजाब, बिहार और बंगाल में कांग्रेस और उनके साथियों की सरकार है इसलिए वहां पर दंगा-फसाद नहीं हो रहा है, ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस शासित राज्यों में किसान हैं ही नहीं या किसान बहुत खुश हैं. आप बिहार को ले लीजिये, वहां के किसान दुनिया में सबसे अधिक दुखी हैं लेकिन कांग्रेस वहां पर धरना-प्रदर्शन और हिंसक आन्दोलन नहीं कर रही है क्योंकि वहां पर उनके महागठबंधन की सरकार है.
आप पंजाब का उदाहरण देख लीजिये, वहां के किसान सबसे अधिक दुखी हैं यह स्वयं कांग्रेस कहती थी, उन्होंने चुनाव से पहले किसान का कर्ज माफ़ करने का वादा भी किया था, पिछले 80 दिन में करीब 70 किसानों ने आत्महत्या की है लेकिन कुर्सी मिलते ही कांग्रेस अपना वादा भूल गयी है, अब उन्हें ना तो किसानों का दर्द दिख रहा है और ना ही पंजाब में किसान आन्दोलन हो रहा है क्योंकि पंजाब में कांग्रेस की सरकार है, अगर वहां पर आन्दोलन होगा, सड़क जाम की जाएगी, बसों को जलाया जाएगा, गाड़ियाँ फूंकी जाएंगी, थाने फूंके जाएंगे तो सरकार का ही नुकसान होगा, क्योंकि वहां पर कांग्रेस सरकार है इसलिए नुकसान की भरपाई कांग्रेस को ही करनी पड़ेगी, सरकारी खजाने को नुकसान होगा इसलिए कांग्रेस वहां पर किसान आन्दोलन नहीं कर रही है और ना ही कांग्रेसी नेता दंगे करवा रहे हैं लेकिन मध्य प्रेदश में बीजेपी सरकार है इसलिए कांग्रेसी नेता जगह जगह दंगे-फसाद, हिंसा और आगजनी करवा रहे हैं क्योंकि इससे बीजेपी सरकारों का नुकसान होगा. वाकई में बहुत चालाक हैं कांग्रेस, आन्दोलन में भी भेदभाद करते हैं.
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