New Delhi: अगर आप कपिल मिश्रा का इतिहास देखें तो पता चलेगा कि आम आदमी पार्टी में वे केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के बाद मोदी के तीसरे बड़े आलोचक थे और कभी कभी तो मोदी को गरियाने में वे केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को भी पीछे छोड़ देते थे, वे हर समय मोदी को उल्टा-सीधा बोलते रहते थे, मोदी को गरियाते रहते थे और ये सब सिर्फ केजरीवाल की चापलूसी के लिए करते थे, उन्हें लगता था कि जिस प्रकार से केजरीवाल मोदी को गरियाते रहते हैं अगर उसी तरह से वे भी मोदी को गरियाते रहेंगे तो केजरीवाल उनसे खुश रहेंगे लेकिन उनकी सोच गलत निकली.
कल अरविन्द केजरीवाल ने कपिल मिश्रा को मंत्री पद से हटा दिया, वो भी इसलिए क्योंकि उन्होंने शीला दीक्षित को गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली ACB कमिश्नर को पत्र लिखा था. अब कपिल मिश्रा को केजरीवाल से बुरा आदमी कोई नहीं लग रहा है, वे केजरीवाल को भ्रष्टाचारी बता रहे हैं और आज उनके भ्रष्टाचार और घोटालों की पोल खोलने वाले हैं. मतलब केजरीवाल की चापलूसी करने के लिए मोदी को गरियाने का फार्मूला कम नहीं आया और केजरीवाल ने उन्हें लात मारकर निकाल दिया, इससे दूसरी पार्टी के नेताओं को यह सीख मिलती है कि किसी की चापलूसी के लिए मोदी को गरियाना नहीं चाहिए, इससे मुंह भी गन्दा होता है और बुरे वक्त में कोई समर्थन करने वाला नहीं मिलता है.
आज कपिल मिश्रा केजरीवाल के भ्रष्टाचार की पोल खोलने वाले हैं लेकिन उन्हें सोशल मीडिया पर समर्थन नहीं मिल रहा है, सोशल मीडिया पर अभी भी लोग उनसे नाराज हैं क्योंकि वे मोदी को बहुत बुरा भला कहते थे, हमेशा उल्टा-सीधा बोलते थे, इसलिए ज्यादातर लोग कह रहे हैं कि ऐसे लोगों के साथ ऐसा ही होना चाहिए.
आइये आपको दिखाते हैं कपिल मिश्रा के मोदी विरोधी कुछ ट्वीट
बस इतनी सी बात है। pic.twitter.com/yACp4mESeS— Kapil Mishra (@KapilMishraAAP) March 9, 2017
अगर आपकी तबियत ठीक है। healthy फील कर रहे है। जिंदगी सही रफ़्तार से आगे बढ़ रही है। यही सही समय है जहर खाकर आत्महत्या करने का - Modi Logic pic.twitter.com/WPB9tpLnob— Kapil Mishra (@KapilMishraAAP) February 7, 2017
मोदी जी के दबाव में रोका गया रामकिशन जी परिवार को सहायता का प्रस्ताव । परदे के पीछे से राजनीती न करें। चुनी हुई सरकार का सम्मान करना सीखें।— Kapil Mishra (@KapilMishraAAP) March 9, 2017
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