शीला दीक्षित के खिलाफ जांच का पत्र लिखकर बुरे फंसे कपिल मिश्रा, केजरीवाल ने छीना मंत्री पद

Kapil Mishra, who was the tourism and water minister in the Delhi Cabinet, was removed from his post by Chief Minister Arvind Kejriwal on Saturday.
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नई दिल्ली: आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि केजरीवाल ने शुरू शुरू में जब आप पार्टी बनायी थी तो वे शीला दीक्षित के खिलाफ 370 पेज का सबूत लेकर घूमते थे, वे कहते थे कि अगर उनकी सरकार बन गयी तो शीला दीक्षित को सीधा जेल भेज देंगे, शीला दीक्षित एक खिलाफ माहौल बनाकर ही केजरीवाल ने दिल्ली में सरकार बनायी और आज अपने एक मंत्री को सिर्फ इसलिए मंत्री पद से हटा दिया क्योंकि उसनें दिल्ली पुलिस कमिश्नर (ACB) को पत्र लिखकर टैंकर घोटाले में शीला दीक्षित के खिलाफ पूछताछ के लिए कहा था.

कल दिल्ली सरकार में जन संसाधन मंत्री कपिल मिश्रा ने दिल्ली पुलिस के विशेष कमिश्नर एस के मीणा को पत्र लिखकर उन्हें शीला दीक्षित को गिरफ्तार करने और टैंकर घोटाले में उनसे पूछताछ करने का रिमाइंडर भेजा था लेकिन केजरीवाल को यह बात इतनी बुरी लग गयी कि उन्होंने आज शाम को कपिल मिश्रा को मंत्री पद से हटा दिया और उनकी जगह कैलाश गहलोत को जल मंत्री बना दिया. कपिल मिश्रा को मंत्री पद से हटाने के साथ साथ दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन पद से भी हटा दिय गया, उन्हें हटाने का एक कारण और है, वे इस वक्त कुमार विश्वास के सबसे करीबी विधायक हैं और केजरीवाल-कुमार विश्वास के बीच जंग में वे कुमार विश्वास के साथ खड़े थे, केजरीवाल कुमार विश्वास की जड़ कमजोर करने के लिए उनके करीबी विधायकों के पैर काट रहे हैं.

देखिये कपिल मिश्रा ने क्या पत्र लिखा था पुलिस कमिश्नर को

यह पत्र मैं जल बोर्ड टैंकर घोटाले से सम्बंधित अपनी रिपोर्ट की तरफ आपका ध्यान दिलाने के लिए लिख रहा हूँ, पिछले साल 4 जुलाई को आपने मुझे मेरी रिपोर्ट के बारे में और ज्यादा जानकारी लेने के लिए बुलाया था.

क्योंकि इस पूरे मामले की जांच मैंने करवाई और फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट आपको सौंपी, तब मैंने जोर देकर आपसे ये कहा था कि इस मामले की जांच पूरी करने हेतु शीला दीक्षित जी व उनकी सरकार के समय के साथियों की गिरफ्तारी व पूछताछ अत्यंत आवश्यक है.

आज मुझे दुःख है कि इतना समय बीत जाने के बावजूद आपने ना तो शीला दीक्षित जी से पूछताछ की, न ही जांच में कोई और प्रगति की जानकारी मेरे पास आयी.

ये एक अत्यंत गंभीर मामला है तथा सारी दिल्ली की जनता ये चाहती है कि इस मामले में सच्चाई जल्द सामने आये.

इसके अतिरिक्त शीला दीक्षित जी की सरकार के समय के जल बोर्ड से ही सम्बंधित अन्य चार मामले भी ACB के पास लम्बे समय से पेंडिंग है, उनकी भी जांच में कोई प्रगति नहीं हुई है और ये बहुत निराशाजनक है.

टैंकर घोटाले से सम्बंधित जांच हेतु एक बार आपसे मुलाकात करना चाहता हूँ, भ्रष्टाचार से सम्बंधित इस मामले की तह तक जाने और न्याय दिलाने के लिए कृत संकल्पित हूँ और आपसे मिलकर इस सम्बन्ध में चर्चा करना चाहता हूँ.

कुछ अन्य तथ्य भी मेरे पास आये हैं जो इस मामले की जांच में आपके लिए मददगार हो सकते हैं.

कृपया मिलने का समय देने का कष्ट करें.

आपका कपिल मिश्रा.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आज सुबह ही कपिल मिश्रा केजरीवाल से उनके निवास पर मिले थे और उनसे इस घोटाले के सम्बन्ध में बात की थी, उन्होंने कुछ नामों का खुलासा करने का इशारा दिया था, केजरीवाल ने उन्हें मंत्री पद से इसलिए हटाया क्योंकि कुछ घोटालेबाजों से उनके भी रिश्ते थे और वे भी उनके हिस्सेदार थे, यह बात कपिल मिश्रा ने खुद बतायी है, उन्होने कहा है कि कल टैंकर घोटाले में केजरीवाल से सम्बंधित सभी नामों का खुलासा करेंगे.
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Delhi

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