New Delhi, 29 April: हम सोचते थे कि हमें पेट्रोल 70 रुपये लीटर मिल रहा है लेकिन अब पता चल रहा है कि पेट्रोल पंप वाले एक चिप लगाकर पेट्रोल कम देते हैं और उसके बाद हमें 70 के बजाय कम से कम 100 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल मिलता है, अगर पूरी दुनिया में देखें तो इतना मंहगा पेट्रोल किसी भी देश में नहीं बेचा जाता होगा, जितना मंहगा भारत में मिल रहा है, यह बहुत बड़ी महालूट है क्योंकि अगर वही पेट्रोल 100 के बजाय 70 में मिलता तो हमारे 30 रुपये बच जाते तो एक-दो टाइम की सब्जी आ जाती, जो लोग 500 रुपये का पेट्रोल भरवाते हैं उनके तो 200 रुपये तक लूट लिए जाते हैं.
अभी तो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस महालूट का पर्दाफाश हुआ है लेकिन आप सोचिये छोटे इलाकों और देहात में क्या होता होगा, वहां तो पुलिस, कानून सब पेट्रोल पंप वालों की जेब में होता है, वहां पर ना तो चेक करने वाले पहुँचते हैं और ना ही पुलिस कोई एक्शन लेती है, वहां तो और भी महालूट हो रही होगी.
फरीदाबाद और NCR में भी पेट्रोल की जमकर महालूट हो रही है, फरीदाबाद में तो 90 फ़ीसदी पेट्रोल पंप चिप लगाकर लोगों को लूट रहे हैं लेकिन अभी तक किसी भी पेट्रोल पंप पर छापेमारी नहीं हुई है, कई बार मेरे साथ भी ऐसा हो चुका है, मुझे इनकी हाथ की सफाई के बारे में तो मालूम था, लेकिन यह नहीं पता था कि ये लोग चिप लगाकर ऐसा काम कर रहे हैं. पहले नोजल को दबाकर पेट्रोल लूटते थे लेकिन अब चिप लगाकर पेट्रोल लूटते हैं.
अगर सच बताऊँ तो, मेरे साथ पिछले पांच वर्षों से पेट्रोल लूट की घटनाएं हो रही हैं, पेट्रोल पंप पर पहुँचते ही मुझे लूट का अहसास होता था, मेरी नजर हमेशा 0 पर रहती थी, उसके बाद पता चला कि ये लोग नोजल दबाकर पेट्रोल बंद कर देते हैं तो मेरी नजर 0 के साथ साथ पेट्रोल भरने वालों के हाथ पर भी रहने लगी, उसके बाद भी पेट्रोल कम मिलता था तो मैं सोचता था कि आखिर मेरे साथ क्या हो रहा है, अब पता चला कि ये लोग चिप लगाकर पेट्रोल लूट रहे हैं.
कैसे लूटते हैं पेट्रोल
जानकारी के अनुसार पेट्रोल पंप वाले एक चिप के माध्यम से पेट्रोल की चोरी करते हैं, 3000 रूपए की चिप खरीदकर उसे पेट्रोल के डिस्पेंसर में फिट कर दिया जाता है, चिप को डिस्पेंसर की वायर से कनेक्ट कर दिया जाता है उसके बाद रिमोट से उसे ऑपरेट किया जाता है, जब कोई पेट्रोल भरवाने आता है तो ये लोग जेब में हाथ डालकर रिमोट की बटन दबा देते हैं, जैसे ही रिमोट की बटन दबती है पेट्रोल आना बंद हो जाता है लेकिन मीटर चलता रहता है.
पेट्रोल पम्प वाले इस चिप के माध्यम से 1-2 को नहीं बल्कि सभी ग्राहकों को लूट रहे हैं, ये लोग ज्यादातर बाइक वालों को लूटते हैं क्योंकि कार की सुई बता देती है कि कितना पेट्रोल डाला गया है लेकिन बाइक की सुई बाईक चलाने के 1 किलोमीटर बाद बताती है कि कितना पेट्रोल डाला गया है, जब बाइक वालों को लगता है कि पेट्रोल कम डाला गया है और वे वापस पेट्रोल पम्प पर आते हैं तो पेट्रोल पम्प वाले उन्हें पहचानने से ही इनकार कर देते हैं या कहते हैं कि तुमने खुद ही पेट्रोल निकाल लिया होगा.
Post A Comment:
0 comments: