दोनों राज्यों की पुलिस ने बहुत तेजी से काम किया और देश पर आये खतरे को टाल दिया: राजनाथ सिंह

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नई दिल्ली, 9 मार्च: आज संसद में भी लखनऊ में मारे गए आतंकवादी सैफुल्लाह का मामला उठा, राजनाथ सिंह ने इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस का पक्ष रखा और इस एनकाउंटर को राज्य और केंद्रीय एजेंसियों के बीच में अच्छे तालमेल का बेस्ट उदाहरण बताया। 

उन्होंने बताया कि भोपाल-उज्जैन ट्रेन में ब्लास्ट के लिए IED विस्फोटकों का उपयोग किया गया था, घटना की जांच के सम्बन्ध में मध्य प्रदेश पुलिस ने केंद्रीय जांच एजेंसियों से समन्वय स्थापित किया, उसके बाद सूचना के आधार पर मध्य प्रदेश पुलिस के होशंगाबाद के पिपरिया नामक स्थान पर वाहन चेकिंग के दौरान तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया और उस घटना में उनकी सहभागिता सुनिश्चित करने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है। इस घटना की जांच केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की जा रही है और संदिग्धों के संपर्क सूत्रों का पता लगाया जा रहा है। 

उन्होंने बताया कि संदिग्धों ने प्राप्त सूचना के आधार पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा लखनऊ, कानपुर, इटावा, औरैया और अन्य स्थानों पर कार्यवाही की गयी। 

उन्होंने बताया कि लखनऊ में काकोरी थाना अंतर्गत हाजी कालोनी स्थित एक मकान में कानपुर निवासी मुहम्मद सैफुल्लाह उर्फ़ अली के किराए पर रहने की सूचना प्राप्त हुई जिसके बाद ATS उत्तर प्रदेश द्वारा उस मकान की घेराबंदी की गयी और सैफुल्लाह को गिरफ्तार करने के भरसक प्रयास किये गए लेकिन उसके द्वारा आत्मसमर्पण करने से इनकार किया गया और ATS टीम पर गोलीबारी की गयी, अंततः लगभग 12 घंटे के अथक प्रयास के बाद ATS टीम से सैफुल्लाह के घर में प्रवेश किया और आमने सामने हुई मुठभेड़ में इस संदिग्ध आतंकी को मार गिराया गया। 

राजनाथ सिंह ने बताया कि मृतक के कमरे से 8 पिस्टल, 630 जिन्दा कारतूस तथा अन्य सामाग्री जैसे डेढ़ लाख रुपये नगद, 45 ग्राम सोना, तीन मोबाइल फोन, चार सिमकार्ड, 2 वाकी टाकी सेट और कुछ विदेशी मुद्रा प्राप्त की गयी। 

उन्होंने बताया कि घटना के सम्बन्ध में थाना ATS लखनऊ में अपराध संख्या 2/2017 धारा 307/121A/122/123/124A IPC 342527 आर्म्स एक्ट और 16, 18, 23, UAPA के अंतर्गत किया गया है, इसके अलावा ATS कानपुर इकाई द्वारा जार्जमऊ थाना क्षेत्र से एक अन्य संदेही को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा इटावा और औरैया से भी एक एक संदिग्ध आतंकवादियों को हथियार सप्लाई करने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है। अब तक कुल 6 गिरफ्तारियां इस पूरे घटनाक्रम में हुई हैं। 

उन्होंने बताया कि यह पूरा घटनाक्रम राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के बीच बेहतरीन समन्वय का उदाहरण है, दोनों राज्यों की पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए देश पर आए खतरे को टालने में सफलता मिली है और इस घटना की जांच NIA से कराई जाएगी।
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