इंदौर, 22 फरवरी: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फायर ब्रांड नेता और सांसद वरुण गांधी ने एकाएक अपना रंग बदल लिया है और अब वे राहुल गाँधी यानी अपने सौतेले भाई की भाषा बोलने लगे हैं। आज उन्होंने केंद्र सरकार पर ही करारा हमला बोलते हुए कहा है कि बीते दो वर्षो में कर्ज से परेशान 50 हजार से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैं और विजय माल्या 10 हजार करोड़ रुपये लेकर भाग गया और कोई कुछ नहीं कर पाया।
इंदौर के एक निजी विद्यालय के कार्यक्रम में मंगलवार रात हिस्सा लेने पहुंचे वरुण ने बगैर किसी का नाम लिए केंद्र सरकार और उद्योगपतियों पर हमला बोला। उन्होंने कहा, "छोटे-मोटे कर्ज के चलते बीते दो वर्षो में 50 हजार से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या कर ली, जबकि आंकड़े प्रति वर्ष साढ़े सात हजार किसानों की आत्महत्या की जानकारी देते हैं। वहीं 10 हजार करोड़ रुपये कर्ज लेकर विजय माल्या भाग गया और उसका कोई कुछ नहीं कर पाया।"
उन्होंने आगे कहा कि जिसे विजय माल्या का गारंटर बताया गया, उस मनमोहन के बैंक खाते में मात्र 1100 रुपये है और वह जेल में है, वहीं माल्या विदेश घूम रहा है।
गांधी ने देश की असमानता की ओर इशारा करते हुए कहा, "एक तरफ मुंबई में दो लाख लोग फुटपाथ पर सोते हैं और एक चार सदस्यीय परिवार के पास 27 माले का मकान है। इसी तरह देश में 95 ऐसे लोग हैं, जिनकी संपत्ति पांच हजार करोड़ रुपये से ज्यादा है। वर्ष 1991 तक एक भी व्यक्ति ऐसा नहीं था, जिसकी संपत्ति पांच हजार करोड़ रुपये से ज्यादा रही हो।"
वरुण ने किसानों की घटती आमदनी और देश की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला।
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में गांधी को भाजपा ने कोई जिम्मेदारी नहीं सौंपी, इससे वह नाराज चल रहे हैं। उनकी यह नाराजगी मंगलवार को खुलकर सामने आई।
वरुण गाँधी यहीं नहीं रुके, उन्होंने रोहित वेमुला का जिक्र करते हुए कहा कि उसका सुसाइड लेटर देखकर वे रोने लगे थे और अन्दर से टूट गए थे, वेमुला ने जिन परिस्थितियों में सुसाइड किया था यह दुखी करने वाला था।
ऐसा लगता है कि वरुण गाँधी को पता चल गया है कि उन्हें उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री उम्मीदवार नहीं बनाया जाएगा, बीजेपी ने उन्हें स्टार प्रचारक भी नहीं बताया इसलिए वे मोदी सरकार पर ही खुंदक निकाल रहे हैं।
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