आज का बेस्ट डायलॉग, जहाँ प्यार होता है वहां ‘बंधन’ जहाँ मोदी का खौफ हो वहां ‘महागठबंधन’

samajwadi-party-and-congress-alliance-due-to-modiphobia
samajwadi-party-and-congress-alliance-due-to-modiphobia

New Delhi, 19 January: उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के महागठबंधन से साफ़ हो गया है कि अखिलेश यादव को खुद के विकास के दावे पर विश्वास नहीं है और कांग्रेस भी हार के डर से घबराई हुई है, अगर अखिलेश ने वाकई में बढ़िया काम किया होता तो उनका काम जरूर बोलता और जनता उनके काम को देखकर उन्हें वोट देती लेकिन अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश की जनता पर विश्वास ही नहीं है, उन्हें पता है कि जनता उनके काम पर वोट नहीं देगी इसलिए उन्होंने उन्होंने कांग्रेस की बैसाखी पर दोबारा मुख्यमंत्री बनने का फैसला किया है, अब गेंद उत्तर प्रदेश की जनता के हाथों में है। 

अब सवाल उठता है कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को किस पार्टी के डर से महागठबंधन करना पड़ा, मायावती की बसपा से तो विल्कुल नहीं क्योंकि मायावती भी संसद और राज्यसभा में कांग्रेस और सपा के साथ ही रहती हैं, इसके बाद बचती है भाजपा। 

ये भाजपा का डर है जिसकी वजह से समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को महागठबंधन करना पड़ा। जबसे मोदी देश के प्रधानमंत्री बनें हैं कांग्रेस की तो हालत पतली हो गयी है, हर जगह से साफ़ होती जा रही है और चुनावों में उसे साइड हीरो का भी रोल नहीं मिलता। 

बिहार चुनावों में JDU और RJD के बाद कांग्रेस तीसरे लेवल पर थी और अब उत्तर प्रदेश में भी साइड हीरो का किरदार निभा रही है। सबसे बड़े राज्य में केवल 80-90 सीटों पर ही कांग्रेस लड़ेगी। 

ये पार्टियाँ मोदी लहर से इतना डर गयी हैं कि इन्हें खुद पर विश्वास ही ख़त्म हो गया है, मोदी से लड़ने की इनकी ताकत ही नहीं है। चाहे सपा हो, कांग्रेस हो या बसपा। मायावती कांग्रेस से इसलिए नाराज हैं क्योंकि वे खुद कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाहती हैं इसलिए अब उन्हें मजबूरीवश अकेले लड़ना पड़ रहा है। 

ये सब देखकर सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गयी है, लोगों का कहना है कि जहाँ प्यार होता है वहां पर बंधन होता है लेकिन जहाँ पर मोदी का खौफ होता है वहां गठबंधन होता है। 
फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

States

Uttar Pradesh

Post A Comment:

0 comments: