Lucknow, 6 January: उत्तर प्रदेश के 2007 विधानसभा चुनावों में मायावती ने एक चुनाव जिताऊ फार्मूला अपनाया था, उन्होंने ज्यादा से ज्यादा टिकेट सवर्णों और ब्राह्मणों को बांटे थे जिसका नतीजा यह हुआ था कि बसपा को दलितों और ब्राह्मणों का वोट मिल गया था और मायावती की बम्पर जीत हुई थी।
इसे आप दलितों की मजबूरी ही कह सकते हैं कि ब्राह्मण लोग ही उनका ज्यादातर तिरस्कार और उपेक्षा करते हैं लेकिन जब चुनाव में मायावती ब्राह्मण को टिकेट देती हैं तो दलितों को मजबूरन ब्राह्मण को वोट देना पड़ता है। इस बार भी मायावती ने चुनाव जीतने के लिए वही फार्मूला अपनाया है, उन्होंने इस बार भी ज्यादातर टिकट ब्राह्मण को ही दिए हैं ताकि बसपा को दलितों के साथ साथ ब्राह्मण के भी वोट मिल सकें।
इसके अलावा मायावती ने मुसलमानों को भी खूब टिकेट दिए हैं ताकि मायावती को दलितों, ब्राह्मण और मुसलमानों के वोट मिल जाएं, अगर मायावती की यह ट्रिक काम कर गयी तो उन्हें चुनाव जीतने से कोई नहीं रोक सकता।
मायावती 403 सीटों में से 113 टिकट सवर्णों को, 97 मुसलमानों, 106 टिकेट पिछड़ी जातियों और 87 टिकेट दलितों को दे रही हैं।
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