लखनऊ, 2 जनवरी: उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा प्रचारक के रूप में यहां सोमवार को पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिवर्तन महारैली के दौरान विजय का शंखनाद किया और जनता से खंडित जनादेश की बजाय पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की अपील की।
आज प्रधानमंत्री मोदी की रैली तो शानदार रही लेकिन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत तभी हो सकती है जब बीजेपी कार्यकर्त्ता घर घर जाकर लोगों को यह समझाएं कि उत्तर प्रदेश में मोदी या बीजेपी की नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी की सरकार है, विकास के काम उनको करना चाहिए। सड़कें उन्हें बनवानी चाहिए, स्कूल उन्हें बनवाने चाहिए, शिक्षा का स्तर उन्हें सुधारना चाहिए, अस्पताल उन्हें बनवाने चाहिए और कानून व्यवस्था उन्हें मजबूत करनी चाहिए।
समाजवादी पार्टी के लोग उत्तर प्रदेश की जनता को यह सन्देश दे रहे हैं कि उन्होंने मोदी को 2014 में वोट दिया था लेकिन उन्होने उत्तर प्रदेश का कोई विकास नहीं कराया इसलिए इस चुनाव में बीजेपी को वोट ना दें, समाजवादी पार्टी के नेता इस चुनाव को बीजेपी के लिए एंटी-इनकम्बेंसी में बदलना चाहते हैं क्योंकि उत्तर प्रदेश एक लोग एक बार बीजेपी को वोट दे चुके हैं।
बीजेपी के पक्ष में माहौल तो है लेकिन अखिलेश यादव भी फिर से सरकार बनाने की जी-तोड़ कोशिश कर रहे हैं और उत्तर प्रदेश की जनता का ध्यान विकास से भटकाकर सहानुभूति लूटना चाहते हैं। खुद को ईमानदार दिखाने की कोशिश कर रहे हैं साथ ही यह भी कह रहे हैं कि मोदी ने उत्तर प्रदेश का विकास नहीं कराया, जबकि विकास कार्य उन्हें खुद कराना चाहिए।
अगर बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश की जनता को यह समझा दिया कि यहाँ पर विकास कराने की जिम्मेदारी अखिलेश सरकार की थी, केंद्र सरकार तो केवल वित्तीय मदद कर सकती है, उन्हें जनता को बताना होगा कि केंद्र सरकार का काम क्या होता है और राज्य सरकार का काम क्या क्या होता है, कहीं जनता के मन में यह ना चला जाय कि पिछली बार उन्होने मोदी को वोट दिया था और उन्होंने यहाँ विकास नहीं कराया। बीजेपी वालों को इस बात का ध्यान रखना पड़ेगा।
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