New Delhi, 17 December: पॉजिटिव पत्रकारिता का दावा करने वाले ZEE NEWS ने एकाएक मोदी के खिलाफ जनता को भड़काकर सभी को चौंका दिया है साथ ही विपक्षियों को एक बड़ा मुद्दा दे दिया है। ZEE NEWS का कहना है कि उन्होने राजनीतिक पार्टियों को कालेधन से चंदा लेने की छूट दे दी है। आप आप बताइये, अगर राजनीतिक पार्टियों को इतना ही फायदा है तो मोदी का इतना विरोध क्यों कर रही हैं सभी राजनीतिक पार्टियाँ, मोदी को क्योंकि कच्चा चबा जाना चाहती हैं राजनीतिक पार्टियाँ।
आपने देखा होगा कि इस वक्त पूरा सिस्टम चाहे वह CBI हो, इनकम टैक्स हो, ED हो, CID हो या पुलिस हो, सब के सब चोरों और बेईमानों को पकड़ने में लगे हैं, मोदी ने इस देश से कालेधन को पूरी तरह से ख़त्म करने का मन बना लिया है लेकिन आज ZEE NEWS ने 'ताल ठोंक के' कार्यक्रम में विपक्षियों को मोदी के खिलाफ बड़ा मुद्दा दिया साथ ही जनता को मोदी के खिलाफ भड़काने की कोशिश की।
आपने देखा होगा कि इस वक्त पूरा सिस्टम चाहे वह CBI हो, इनकम टैक्स हो, ED हो, CID हो या पुलिस हो, सब के सब चोरों और बेईमानों को पकड़ने में लगे हैं, मोदी ने इस देश से कालेधन को पूरी तरह से ख़त्म करने का मन बना लिया है लेकिन आज ZEE NEWS ने 'ताल ठोंक के' कार्यक्रम में विपक्षियों को मोदी के खिलाफ बड़ा मुद्दा दिया साथ ही जनता को मोदी के खिलाफ भड़काने की कोशिश की।
ZEE NEWS ने ताल ठोंक के कार्यक्रम में जनता को इकठ्ठा किया और उनसे पूछा 'मोदी ने आपको लाईन में खड़ा कर दिया और उन्होंने राजनीतिक पार्टियों को कैश में चंदा लेने की छूट दे दी, इस पर आपका क्या कहना है'? अब जनता तो गुस्से में है ही, उनको नियम के बारे में पता भी नहीं है कि राजनीतिक पार्टियों को क्या छूट दी गयी है, ऐसे में सभी लोग मोदी पर गुस्सा प्रकट करने लगे। कांग्रेस, समाजवादी और अन्य विपक्षी पार्टियों के प्रवक्ताओं को मजा आ गया, सभी ने कहा कि बीजेपी की नीयत साफ़ नहीं है, मोदी की नीयत साफ़ नहीं है, उन्हें राजनीतिक पार्टियों के कैश में चंदा लेने पर रोक लगानी चाहिए। ZEE NEWS वालों ने मोदी की बहुत बेइज्जती करवाई।
इस वक्त जनता गुस्से में है इसलिए ZEE NEWS द्वारा जनता को भ्रमित करना समझ में नहीं आया, ऐसा लगा कि इनके पास ख़बरें नहीं हैं, इनके कहने का मतलब था कि कालेधन और भ्रष्टाचार को ख़त्म करने के लिए मोदी की नीयत साफ़ नहीं है क्योंकि उन्होंने जनता के लिए कैमरे लगा रखे हैं, इनकम टैक्स वालों को पीछे लगा दिया है लेकिन राजनीतिक पार्टियों को पुराने नोटों को जमा करने की परमिशन दे दी ताकि कालेधन वाले पुराने नोटों को उन्हें चंदे के रूप में दे दें, ध्यान रहे कि मोदी ने कोई परमिशन नहीं दी है, पुराने कानून के हिसाब से ही राजनीतिक पार्टियाँ कैश ले रही हैं और जमा कर रही हैं। ZEE NEWS का मकसद जनता को सिर्फ भड़काना था।
यह बात सही है कि राजनीतिक पार्टियों को कालेधन का चंदा नहीं मिलना चाहिए, कैशलेस चंदा लेना चाहिए और चंदा देने वालों का हिसाब किताब रखना चाहिए, केवल इमानदार लोगों से चंदा लेना चाहिए। अगर कालाधन ख़त्म हो जाएगा तो कालेधन वाले राजनीतिक पार्टियों को चंदा देना भी बंद कर देंगे।
यह बात सही है कि राजनीतिक पार्टियों को कालेधन का चंदा नहीं मिलना चाहिए, कैशलेस चंदा लेना चाहिए और चंदा देने वालों का हिसाब किताब रखना चाहिए, केवल इमानदार लोगों से चंदा लेना चाहिए। अगर कालाधन ख़त्म हो जाएगा तो कालेधन वाले राजनीतिक पार्टियों को चंदा देना भी बंद कर देंगे।
ZEE NEWS के कहने का मतलब था कि राजनीतिक पार्टियों को भी कैशलेस ले चंदा लेना चाहिए और पुराने नोटों को जमा करने की छूट नहीं देनी चाहिए, साथ ही इनकी कमाई पर टैक्स लगना चाहिए। यह सब काम होगा लेकिन परेशान जनता को इस वक्त भडकाना सही नहीं है और इस काम के लिए संसद में बिल पास करना होगा और सभी राजनीतिक पार्टियों को भरोसे में लेना होगा।
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