New Delhi, 25 December: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आख़िरकार बता ही दिया कि नोटबंदी करके कालेधन और भ्रष्टाचार पर कार्यवाही करना क्यों जरूरी था। उन्होंने सरकार की कमाई और खर्चे पर भी बड़ा राज खोल दिया। आज दिल्ली में Digi Dhan Mele के अवसर पर उन्होंने यह बातें कहीं।
अरुण जेटली ने बताया कि टैक्सचोरी की वजह से देश को हर साल बहुत बड़ा नुकसान होता है, उन्होंने बताया कि सरकार का हर साल का बजट करीब 20 लाख करोड़ रुपये का होता है जबकि कमाई केवल 16 लाख करोड़ रुपये की होते है, सरकार को खुद 4 लाख करोड़ का कर्ज लेकर काम चलाना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि अगर सभी लोग ईमानदारी से टैक्स जमा करें तो हमें कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी, हमारी पीढ़ी पर बोझ नहीं पड़ेगा, विकास के काम तेज गति से होंगे और गरीबी कम करने में मदद मिलेगी।
उन्होने कहा कि लोग प्रॉपर्टी खरीदते हैं तो उनसे कहा जाता है कि वे इतना कैश में चाहिए और इतना चेक से चाहिए, यह सब बंद होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमें कई विदेशी देशों से भी बात की है और उनसे भारतीयों के कालेधन पर कार्यवाही करने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग नोटबंदी के बारे में गलत जानकारी फैला रहे हैं, जब हम कैशलेस की बात करते हैं तो इसका मतलब कम कैश है, नो कैश नहीं है, विपक्षी पार्टियाँ गलत जानकारी फैला रही हैं इसलिए कुछ मीडिया भी उन्हीं के पदचिन्हों पर चल रहे हैं।
उन्होंने आधार पेमेंट का जिक्र करते हुए कहा कि आधार पेमेंट उन लोगों के लिए है जिसके पास डेबिट कार्ड और मोबाइल फोन नहीं है, वे अंगूठा लगाकर लेन-देन कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि बिल गेट्स ने भी मुझे सलाह दी थी कि भारत में 100 करोड़ लोगों के पास मोबाइल फोन है और 109 लोगों के पास आधार कार्ड है, यहाँ पर डिजिटल इकॉनमी धूम मचा देगी।
उन्होंने कहा कि मै आपको आश्वस्त करता हूँ कि यह कदम देश के भविष्य के लिए बहुत बढ़िया है, अर्थ तंत्र के लिए रामबाण है।
उन्होने कहा कि फेक करेंसी और आतंकवाद को कैश इकॉनमी से ताकत मिलती है, जब कैश ख़त्म हो जाएगा तो आतंकवाद और फेक करेंसी भी ख़त्म हो जाएगी।
उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने शुरुआत में ही कहा था कि यह समस्या कुछ समय के लिए होगी लेकिन जब बैंकिंग में पूरा कैश आ जाएगा तो हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत हो जाएगी।
उन्होने कहा कि लोग प्रॉपर्टी खरीदते हैं तो उनसे कहा जाता है कि वे इतना कैश में चाहिए और इतना चेक से चाहिए, यह सब बंद होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमें कई विदेशी देशों से भी बात की है और उनसे भारतीयों के कालेधन पर कार्यवाही करने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग नोटबंदी के बारे में गलत जानकारी फैला रहे हैं, जब हम कैशलेस की बात करते हैं तो इसका मतलब कम कैश है, नो कैश नहीं है, विपक्षी पार्टियाँ गलत जानकारी फैला रही हैं इसलिए कुछ मीडिया भी उन्हीं के पदचिन्हों पर चल रहे हैं।
उन्होंने आधार पेमेंट का जिक्र करते हुए कहा कि आधार पेमेंट उन लोगों के लिए है जिसके पास डेबिट कार्ड और मोबाइल फोन नहीं है, वे अंगूठा लगाकर लेन-देन कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि बिल गेट्स ने भी मुझे सलाह दी थी कि भारत में 100 करोड़ लोगों के पास मोबाइल फोन है और 109 लोगों के पास आधार कार्ड है, यहाँ पर डिजिटल इकॉनमी धूम मचा देगी।
उन्होंने कहा कि मै आपको आश्वस्त करता हूँ कि यह कदम देश के भविष्य के लिए बहुत बढ़िया है, अर्थ तंत्र के लिए रामबाण है।
उन्होने कहा कि फेक करेंसी और आतंकवाद को कैश इकॉनमी से ताकत मिलती है, जब कैश ख़त्म हो जाएगा तो आतंकवाद और फेक करेंसी भी ख़त्म हो जाएगी।
उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने शुरुआत में ही कहा था कि यह समस्या कुछ समय के लिए होगी लेकिन जब बैंकिंग में पूरा कैश आ जाएगा तो हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत हो जाएगी।
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