इस्लामाबाद, 2 नवंबर: पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में कार्यरत दो भारतीय अधिकारियों पर भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का एजेंट होने का आरोप लगाया है। दोनों अधिकारियों को वापस भारत भेजा जा सकता है। जियो न्यूज के मुताबिक, पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में कॉमर्शियल काउंसलर के पद पर कार्यरत राजेश कुमार अग्निहोत्री की पहचान 'रॉ स्टेशन चीफ' के रूप में की है। जबकि, प्रेस इंफॉर्मेशन सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत बलबीर सिंह की पहचान भारतीय खुफिया ब्यूरो (आईबी) के एक अधिकारी के तौर पर की गई है।
सूत्रों का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि अग्निहोत्री तथा बलबीर दोनों 'कथित तौर पर पाकिस्तान में विध्वंसक गतिविधियों में शामिल लोगों के एक नेटवर्क का संचालन कर रहे थे।'
जियो न्यूज ने एक सूत्र के हवाले से कहा कि पाकिस्तान द्वारा हाल में निष्कासित किए गए भारतीय राजनयिक सुरजीत सिंह भी 'नेटवर्क का हिस्सा थे।'
रिपोर्ट के मुताबिक, "बलबीर सिंह पाकिस्तान में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आईबी के एजेंटों की मदद कर रहे थे।"
पिछले सप्ताह पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायोग के अधिकारी सुरजीत सिंह को अवांछनीय घोषित करते हुए 48 घंटे में पाकिस्तान छोड़ने के लिए कहा था। पाकिस्तान ने यह कदम पाकिस्तानी दूतावास में कार्यरत महबूब अख्तर को आईएसआई के लिए जासूसी करने में लिप्त पाए जाने के बाद भारत द्वारा देश से निष्कासित करने के बाद उठाया है।
मार्च महीने में पाकिस्तान ने कहा था कि उसने बलूचिस्तान में कथित तौर पर रॉ के लिए काम करने वाले भारतीय नौसेना के खुफिया अधिकारी कुलभूषण जाधव को गिरफ्तार किया है।
भारत में पंजाब के पठानकोट वायु सेना अड्डे पर दो जनवरी को हुए आतंकवादी हमले के बाद से ही दोनों देशों के संबंध तनावग्रस्त हैं। भारत ने इस हमले का आरोप पाकिस्तान पर लगाया। कश्मीर में लंबे वक्त से जारी अशांति के लिए भी भारत ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है।
जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर 18 सितंबर को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत व पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया।
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