नई दिल्ली, 4 नवंबर: दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से न्यायाधीशों के फोन कथित रूप से टैप करने के बारे में विस्तृत जानकारी साझा करने का अनुरोध किया है। पिछले दिनों केजरीवाल ने सार्वजनिक रूप से इसका उल्लेख किया था। केजरीवाल ने जवाब में पुलिस से कहा, "खुफिया ब्यूरो (आईबी) से पूछिए, वे आपको बताएंगे।"
चार दिन पहले दिल्ली उच्च न्यायालय की 50वीं वर्षगांठ पर यहां आयोजित एक कार्यक्रम में केजरीवाल ने यह कह कर धमाका किया था कि न्यायाधीशों के फोन टैप हो रहे हैं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा था कि कुछ अनाम न्यायाधीशों ने उन्हें सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालयों और जिला अदालतों के न्यायाधीशों के फोन टैप किए जाने के बारे में जानकारी दी है।
आम आदमी पार्टी के नेता ने स्पष्ट किया था कि वह नहीं जानते कि यह बात सत्य है या नहीं 'लेकिन अगर सत्य है तो बहुत खतरनाक है।'
केजरीवाल को लिखे अपने पत्र में दिल्ली के पुलिस आयुक्त आलोक कुमार वर्मा ने उनसे न्यायाधीशों के फोन टैप किए जाने के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने का निवेदन किया है।
वर्मा ने अपने पत्र में लिखा, "कहा जा रहा है कि आपने आरोप लगाया है कि न्यायाधीशों के फोन टैप किए जा रहे हैं। कुछ मीडिया रपटें संकेत देती हैं कि कुछ न्यायाधीशों को ऐसा कहते आपने सुना है।"
पुलिस आयुक्त ने कहा, "जैसा कि आप जानते हैं कि फोन टैप करना एक अत्यंत गंभीर बात है और यह विधिसम्मत कठोर प्रक्रिया के अनुसरण के बाद समुचित रूप से प्राधिकृत किए जाने के बिना संभव नहीं है। इसलिए इस मामले में आपके उल्लेख से गंभीर चिताएं उत्पन्न हो गई हैं।"
वर्मा ने कहा, "इन परिस्थितियों में, कृपया हमलोगों को किसी एक घटना या फोन टैप करने के मामले की जानकारी दें जिसका उल्लेख आपने अपने भाषण के दौरान किया था।"
पुलिस आयुक्त ने कहा, "हमें खुशी होगी अगर आप स्रोत के बारे में जानकारी देंगे जिसके आधार पर आपने आरोप लगाया है, ताकि इस मामले में समुचित कार्रवाई शुरू की जा सके।"
दिल्ली के पुलिस आयुक्त को एक ट्वीट में केजरीवाल ने कहा, "आईबी (खुफिया ब्यूरो) से पूछिए, वे आपको जानकारी देंगे।"
जिस दिन केजरीवाल ने फोन टैप किए जाने का उल्लेख किया था, उसी दिन केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस आरोप को खारिज किया था।
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