नई दिल्ली, 3 अक्टूबर: भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच नियंत्रण रेखा पर सोमवार को फिर गोलीबारी हुई। यह घटना भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) और उनके पाकिस्तानी समकक्ष के बीच सुबह दोनों देशों में तनाव कम करने के प्रयास के तहत हुई बातचीत के कुछ ही घंटे बाद हुई। जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में गत 18 सितम्बर को सेना के एक शिविर पर हुए भीषण आतंकी हमले के बाद पहला अवसर है जब दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच बातचीत हुई है।
रक्षा सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ इलाके में नियंत्रण रेखा पर बगैर उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की एवं मोर्टार दागे। नियंत्रण रेखा कश्मीर को दोनों देशों में बांटने वाली वास्तविक सीमा रेखा है।
पाकिस्तानी सेना ने भी भारतीय सेना के खिलाफ ऐसे ही आरोप लगाए हैं। दोनों तरफ से कहा गया है कि कई घंटों तक चली गोलीबारी में कोई खास नुकसान नहीं हुआ है। इससे सीमा से लगे इलाकों के ग्रामीण घबरा गए हैं।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगी चक्री सीमा चौकी पर भी गोलीबारी की खबर है। बीएसएफ ने आठ-दस घुसपैठियों के भारतीय सीमा में घुसने के प्रयास को विफल कर दिया है।
घुसपैठ की इस नाकाम कोशिश के बाद उत्तरी पंजाब के गुरदासपुर जिले में एक तलाशी अभियान शुरू किया गया है।
युद्ध के उन्माद के बीच पहली बार ऐसा हुआ है कि दोनों देशों ने तनाव कम करने के लिए प्रयास किए हैं। दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने सोमवार की सुबह टेलीफोन पर बातचीत की है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नसीर जांजुआ ने तनाव कम करने के विषय पर बातचीत की।
द न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार, उन्होंने कहा, "दोनों अधिकारियों ने तनाव कम करने के लिए संपर्क बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।"
हालांकिष भारत की ओर से दोनों सुरक्षा सलाहकारों के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत के साथ चल रहे टकराव पर बातचीत करने के लिए पाकिस्तान के सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक की। बैठक में सभी दलों ने कश्मीर और नियंत्रण रेखा पर तनाव के मुद्दे पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का समर्थन किया। शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर का मुद्दा उठाता रहेगा।
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